Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
मंदसौर में डेंगू का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। डेंगू के जितने मरीज पिछले पांच साल में मिले है उससे करीब 200 ज्यादा मरीज एक महिने में ही मिल चुके है जिसके चलते अभी तक पाॅजीटिव मरीजों की संख्या साढ़े तीन सौ पर पहुंच गई है। इसमें से कई मरीज सरकारी अस्पताल के साथ ही निजी अस्पतालों में भी भर्ती है। डेंगू के मरीजों की प्लेटलेट्स तेजी से कम होती है ऐसे में दिन भर में कई लोग खून के लिए ही भागादौडी कर रहे है। मंदसौर में इतनी तेजी से फैले संक्रमण के बाद भोपाल क्षेत्रीय केंद्रीय मलेरिया विभाग से कीट विशेषज्ञ प्रवीण तिवारी भी मंदसौर आए और मलेरिया अधिकारी के साथ क्षेत्र का भ्रमण कर लार्वा सर्वे अच्छे से करने एवं रोकथाम के सभी प्रयास तेज करने के निदेश दिए।
कोरोना के बाद अब डेंगू भी महामारी का रूप लेता जा रहा है, पूरे प्रदेश में मंदसौर सबसे अव्वल स्थान पर है जहां इतनी तेजी से संक्रमण फैल रहा है । हालांकि इसके बाद भी मलेरिया विभाग के प्रयास नाकाफी ही साबित हो रहे है। ना तो शहर में ठीक से लार्वा सर्वे हो पा रहा है और ना ही नपा मच्छरों को खत्म करने के लिए किसी तरह की दवा का छिड़काव कर पा रहीं है। इसी के चलते डेंगू इस बार महामारी बनकर सामने आया है। इसका खतरा कम होने के बजाय दिनोंदिन बड़ता ही जा रहा है जिसके कारण लोगों की चिंताएं बढ़ रहीं है।
ये हैं डेंगू के लक्षण और प्रकार
डेंगू के लक्षणों में एक साधारण बुखार होता है और किशोरों एवं बच्चों में आसानी से पहचान नहीं होती। डेंगू में 104 फेरेनहाइट डिग्री का बुखार होता है, जिसके साथ इनमें से कम से कम दो लक्षण होते हैं। जैसे सिरदर्द, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी लगना, आंखों के पीछे दर्द, ग्रंथियों में सूजन, त्वचा पर लाल चकत्ते होना।
हल्का बुखार - इसके लक्षण मच्छर के दंश के एक हफ्ते बाद देखने को मिलते हैं।
रक्तस्रावी बुखार - लक्षण हल्के होते हैं लेकिन धीरे-धीरे कुछ दिनों में गंभीर हो सकते हैं।
शॉक सिंड्रोम - यह डेंगू का एक गंभीर रूप है और यहां तक कि यह मौत का कारण भी बन सकता है।
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डेंगू से बचाव के लिए ये करें उपाय
पानी साफ रखें- एडीज मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपता है। पानी के बर्तन या टंकी को हर समय ढंककर रखें और यदि आवश्यक हो तो एक उचित कीटाणुनाशक का उपयोग करें। टंकी व टैंक में तेल भी डाल सकते हैं जिससे लार्वा नष्ट हो जाता है। किसी भी बर्तन या सामान को उल्टा करके रखें।
त्वचा को खुला न छोड़ें -अपनी त्वचा की सतहों को ढंकने और मच्छर के दंश की आशंका को कम करने के लिए लंबी पेंट और पूरी बाजू की शर्ट पहनने की कोशिश करें। डेंगू के मच्छर सुबह या शाम को अत्यधिक सक्रिय होते हैं, इसलिए ऐसे समय में बाहर निकलने से बचने की कोशिश करें।