Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
शहर में हरियाली को लेकर नगर पालिका ही गंभीर नहीं है। कहने को तो शहर में लगभग 104 बगीचे हैं, पर हरे-भरे आधे भी नहीं हैं। नगर पालिका के पास बगीचों के लिए कागजों पर 51 कर्मचारी हैं, पर इनमें से बीस से पच्चीस ही काम कर रहे हैं। बाकी तो अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के यहां झाडूू पोंछे लगा रहे हैं। इससे लगता है कि नपा के जिम्मेदार ही बगीचों में हरियाली बढ़ाने को तैयार नहीं है। बगीचों की देखभाल नहीं होने के कारण 104 में से 79 बगीचे तो उजड़ गए। यहां न तो घास है और न ही बैठने की कोई व्यवस्था है।
शहर की स्थिति देखें तो उद्यानों में हरियाली बढ़ाने के बजाय नपा के अधिकारी व कर्मचारी कन्नी काट रहे हैं। कुछ समय पहले स्वच्छता अभियान में बगीचों को बेहतर दिखाने के लिए नर्सरी से 80 हजाार रुपए के पौधे भी खरीदे गए थे, लेकिन बगीचों में इतने पौधे रोपे ही नहीं। पर नपा का ध्यान दशपुर कुंज के अलावा किसी भी बगीचे पर नहीं है। किटियानी, नेहरू बस स्टैंड सहित शहर के सभी बगीचे वीरान होने लगे हैं। जबकि गर्मी में बगीचों में लोगों की आवाजाही ऐसे समय में बगीचे सहूलियत नहीं मिल पाती है। शहर में 104 बगीचों के लिए कुल नपा के पास 51 कर्मचारी हैं। इनमें 6 परमानेंट, 11 मस्टर पर, 18 संविदा पर और 16 विनियमितीकरण वाले हैं। इनमें से 16 कर्मचारी दशपुर कुंज सहित कुछ अन्य बगीचों में तैनात कर रखे हैं। सूत्रों की मानें तो बाकी तीस से पैतीस कर्मचारी कागजों में तो अलग-अलग बगीचों में तैनात हैं, पर वास्तविकता में अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों के बंगले व घरों पर झाड़ू-पोंछे लगा रहे हैं।
पौधे लगाने से ज्यादा कर रहे पेड़ों की कटाई व छंटाई
नगर पालिका के कर्मचारी नए पौधे लगाने में तो ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं, पर इसके उलट व पेड़ों की कटाई व छंटाई कराने में हमेशा तैयार रहते हैं। जैसे ही नपा में छंटाई या कटाई का आवेदन आता है या सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत होती है तो नपा के उद्यान विभाग के कर्मचारी पेड़ों की कटाई व छंटाई करने पहुंच जाते हैं।
ढाई हजार पौधे लगाए
नपा ने पहले दावा किया था कि पौधारोपण अभियान के तहत 2500 से अधिक पौधे पूरे शहर में लगाए गए हैं। बगीचों के अलावा गांधी चैराहे से बीपीएल चैराहे तक डिवाइडर, महू-नीमच राजमार्ग पर बीपीएल चैराहे से मंडी तक डिवाइडर पर भी पौधे लगाए गए हैं। हालांकि इनमें से आधे पौधे भी जीवित नहीं रह पाए हैं।
कॉलोनाइजरों ने भी विकसित नहीं किए बगीचे
शहर में नगर पालिका के स्वामित्व के कुल 104 बगीचे हैं। इनमें से अधिकांश वे बगीचे हैं जो कॉलोनाइजरों ने नपा को हैंडओवर किए हैं। इनमें पौधे नहीं के बराबर लगे हुए थे। वहीं इनकी बाउंड्रीवॉल बनाने का खर्च भी नपा को उठाना पड़ा है। आज की स्थिति में शहर कुल 25 बगीचे ही हरे-भरे हैं। जबकि 79 बगीचे उजड़ गए हैं और यह शहर की विभिन्न कॉलोनियों में हैं। नपा ने उक्त बगीचों पर पानी व अन्य व्यवस्था नहीं होने के कारण वहां एक भी पौधा नहीं लगाया है। केवल बाउंड्री बनाकर छोड़ दिया था। शहर में प्रतिवर्ष बगीचों पर दो लाख रुपए से अधिक खर्च किए जा रहे हैं।