Friday, May 3rd, 2024 Login Here
वैदिक रीति से हुआ अंतिम संस्कार, योग गुरु स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने दिया कंधा
,साध्वी के पेतृक गांव सेमलिया हीरा में योग भवन यज्ञशाला निर्माण की घोषणा
मन्दसौर जनसारंगी।
पिछले दिनों पंतजलि योगपीठ हरिद्वार के वैदिक कन्या गुरूकुलम की पांचवी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या करने वाली मंदसौर जिले की बेटी साध्वी देवआज्ञा की पार्थिव देह पंचतत्व में लीन हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव को मंदसौर जिले के सेमलिया हीरा से गऐ परिजनों के सुपुर्द किया वहां से कनखल आश्रम के निकट गंगा घाट पर पूरे वैदिक रीति रिवाज से योग गुरु स्वामी रामदेव व आयुर्वेद शिरोमणि आचार्य बालकृष्ण ने उन्हें परिजनों के साथ अंतिम यात्रा में कंधा दिया।
पतंजलि योगपीठ हरिद्वार वैदिक कन्या गुरुकुलम में सन 2015 से पतंजलि योगपीठ में आजीवन सेवाव्रती के रूप मे जीवन समर्पण किया था। 2018 में स्वामी रामदेव से सन्यास दीक्षा प्राप्त कर आश्रम की साध्वी देवआज्ञा के रूप में शास्त्र अध्ययन में अपना समय व्यतीत कर रही थी। दो दिन पहले उन्होंने गुरूकुलम की पांचवी मंजिल से कूदकर जान दे दी। हालांकि आत्महत्या के कारणों की पुलिस द्वारा जांच की जा रहीं है।