Monday, May 6th, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
दीपोत्सव पर्व के अवसर पर कृषि उपज मंडी की आठ दिन तक छुट्टियों के बाद सोमवार को मंडी खुली। इतने दिनों बाद मंडी खुलते ही उपज से गुलजार हो गई। सोमवार को सर्वाधिक लहसुन और सोयाबीन की आवक हुई। आवक अधिक होने के साथ ही किसानों को उपज के दाम भी बेहतर मिले। सोमवार को 27 हजार बोरियों से अधिक की आवक हुई। इसमें 16 हजार कट्टे लहसुन की ही आवक रही। अधिक आवक होने से सुबह नीलामी शुरू होने से पहले ही मंडी के गेट बंद हो, इसके कारण मंडी के बाहर उपज से भरे वाहनों की कतारें लगी रहीं। सोयाबीन के दामों में तेजी बरकरार रही। सोयाबीन 5600 रुपए प्रति क्विंटल तक बिकी।
दीपावली पर्व पर 31 अक्टूबर से सात नवंबर तक कुल आठ दिन की छुट्टियों के बाद सोमवार को खुली कृषि उपज मंडी में अच्छी आवक रही। सर्वाधिक आवक 16 हजार कट्टे लहसुन एवं चार हजार बोरी सोयाबीन की आवक रही। सोमवार को मंडी में सभी प्रकार की जिंसों को मिलाकर कुल 29 हजार 196 बोरी की आवक हुई। इसमें सोयाबीन की 4000 बोरी, गेहूं 1600 बोरी की आवक रही। मंडी में सर्वाधिक लहसुन की आवक होने से मंडी परिसर सफेद हो गया। छुट्टियों के बाद खुली मंडी में उपज की आवक अधिक होने के साथ ही किसानों को उपज के दाम भी बेहतर मिले। लहसुन 2000 से 8200 रूपए प्रति क्विंटल किसानों को मिले, इसके साथ ही सोयाबीन के दाम 4200 से 5600 रुपए तक रहे। गेहूं सर्वधिक 1900 से 2162 रुपए तक बिके।
बारी आने का किया इंतजार
लंबी छुट्टियों के बाद खुली मंडी में उपज की आवक सोमवार को दिनभर लगातार बनी रही। मंडी परिसर उपज से भर जाने के बाद मंडी के गेट बंद किये गये। इसके बाद आने वाले वाहनों को कतार में खड़े होकर इंतजार करना पड़ा। दोपहर एक बजे तक मंडी में उपज से भरे वाहनों की कतार, मंडी के पीछे गेट से आगे के मुख्य गेट के सामने महू-नीमच राजमार्ग पर पेट्रोल पंप ट्रांसपोर्ट नगर तक पहुंच गई। किसानों को मंडी में प्रवेश के लिए सुबह से शाम तक इंतजार करना पड़ा।
रविवार से ही भर गई थी मंडी
दीपावली की छुट्टियों के बाद सोमवार को मंडी खुली, इससे पहले रविवार से ही किसान उपज लेकर पहुंचने लगे। इससे रविवार की रात तक ही मंडी प्रांगण लहसुन, सोयाबीन, प्याज, गेहूं सहित सभी तरह की उपज से भर गया। इसके बाद सोमवार को जो किसान उपज लेकर आए, उन्हें इंतजार करना पड़ा। लहसुन, सोयाबीन सहित सभी उपज के दाम बेहतर मिलने से किसान अधिक मात्रा में उपज लेकर मंडी आ रहे हैं।