Monday, May 6th, 2024 Login Here
परिसर की साफ-सफाई, घाट पर सुरक्षा इंतजाम के साथ दूकानों के लिए चिन्हाकंन हुआ
मंदसौर जनसारंगी।
भगवान पशुपतिनाथ के दरबार मे प्रतिवर्ष लगने वाले कार्तिक मेले की तैयारियां कलेक्टर द्वारा अनुमति दिए जाने के साथ ही शुरू हो गई है। दो दिन बाद यानी देव दीपावली के दिन से बीस दिवसीय मेला प्रारम्भ होता है लेकिन इस बार कोविड प्रोटोकॉल के चलते अनुमति दिए जाने में देरी होने से मेले की तैयारियां शुरू हीं नहीं हो पाई थी लेकिन गुरूवार को अनुमति मिलते ही शुक्रवार की सुबह से नपा ने मंदिर परिसर में तैयारियों को प्रारम्भ कर दिया।
नगर पालिका की टीम शुक्रवार की सुबह से ही मंदिर परिसर में पहुंची और मंदिर परिसर की साफ-सफाई के साथ ही शिवना नदी के घाट पर सुरक्षा इंतजाम के लिए बास-बल्लियों को लगाना शुरू कर दिया इसके साथ ही मेला परिसर की भी सफाई शुरू कर दी । बारिश समाप्त होने के बाद से ही इस क्षेत्र में बड़ी-बड़ी झांडिया और कुडा एकत्र हो गया था इसे हटाने का काम करने के साथ ही परिसर में लगने वाली मनिहारी, फुड झोन, और झूला चकरी समेत अन्य दूकानों के लिए योजना बनाई गई। कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए एक दूकान के बीच में एक दूकान खाली फिर दूकान बनाई जाऐगी ताकी भीड़ के दौरान भी सौश्यल डिस्टेसिंग का पालन किया जा सके।
हालांकि मेले को लेकर दीपावली से पूर्व ही पूरी योजना तैयार हो जाती है और दीपोत्सव का पर्व होते ही तैयारियां प्रारम्भ हो जाती है करीब दस दिनों का समय तैयारियों को पूरा करने में लगता है लेकिन इस बार शुरूआत में कलेक्टर गौतमसिंह ने शासन की गाइड लाईन का हवाला देते हुए मेले की अनुमति दिए जाने से इंकार कर दिया था इसी के चलते नगर पालिका ने भी मेले की तैयारियां नहीं की और पशुपतिनाथ प्रबंधन समिति ने भी केवल पाटोत्सव किए जाने का निर्णय ले लिया था लेकिन गुरूवार को मेले में व्यापार करने वाले व्यापारियों द्वारा विधायक यशपालसिंह सिसोदिया से चर्चा किए जाने के बाद श्री सिसोदिया ने तत्काल मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से चर्चा की और कलेक्टर गौतमसिंह से मुलाकात कर मेले की रूपरेखा पर विमर्श किया इसके तुरंत बाद कलेक्टर ने मेला आयोजित करने के आदेश प्रसारित कर दिए। मेले में इस बार दूकाने और झूला-चकरी लगेंगे लेकिन सांस्कृतिक आयोजन नहीं होंगे।
मेला लगने से व्यापारी उत्साहित
पिछले दो सालों में कोरोना के कारण व्यापारियों के आर्थिक हालात खराब है, इसमें भी सबसे ज्यादा छोटे दूकानदारों की स्थिति खराब है। पिछले दिनों मेला स्थगित करने के निर्णय से इन व्यापारियों में भी मायूसी थी लेकिन जैसे ही विधायक श्री सिसोदिया की पहल पर कलेक्टर गौतमसिंह ने मेला आयोजित करने का निर्णय लिया व्यापारी वर्ग भी उत्साहित है। नपा जहां मेला परिसर तैयार करने के काम में जूट गई है वहीं व्यापारी भी मेले में दूकाने लगाने की तैयारी में लगे है ताकी पहले दिन से मेले में दूकाने लगाकर व्यापार शुरू किया जा सके। उल्लेखनिय है कि देव दीपावली से प्रारम्भ होने वाले कार्तिक मेले में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है, बड़ी संख्या में ग्रामीण जनमैदनी भी यहां एकत्र होती है, इसी के चलते व्यापारियों में भी उत्साह है।