Monday, May 6th, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
पटरी पार रहने वाली आबादी की समस्याओं का समधान होने की उम्मीद बंध गई है। पिछले करीब डेढ साल से निर्माणधीन अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य जनवरी मध्य तक पूरा हो सकता है। निर्माण ठेकेदार ने तीनों पटरियों के नीचे खुदाई कर बाक्स लगा दिए गए है। इससे पटरी के नीचे आर-पार रास्ता बन गया है। बाक्स के ज्वााइंट को अच्छी तरह जोड़कर अब उसके उपर पटरियों के बीच-बीच वाले हिस्से में पोकलेन लगाकर मिट्टी भर दी गई है। पटरियों के नीचे बाक्सो लगने के बाद अब नीचे से आर-पार आने का रास्ता बन गया है। दोनों तरफ की खुदाई भी हो गई है। अब जल्द ही दोनों तरफ पहुंच मार्ग बनाने का कार्य शुरू होगा।
कभी कोरोना तो कभी भुगतान में देरी और कभी दूसरे कारणों से एक साल में पूरी तरह से बनकर तैयार होने वाला अंडर ब्रिज का निर्माण करीब दो सालों बाद भी अधूरा है। लेकिन अब इसके शीघ्र ही पूरा होने की उम्मीद बंध रहीं है। ठेकेदार ने तीनों पटरियों के नीचे पहले तो गर्डर लगा दी थी। इसके बाद नीचे खुदाई कर पटरियों के नीचे बाक्स लगा दिए है। बाक्स की जोड़ पर भी पेकिंग कर गुरूवार को ऊपर मिट्टी भी भर दी गई। अब एक-एक कर तीनों पटरियों के नीचे से गर्डर निकाल ली जाएगी। इस कार्य के लिए ठेकेदार ने नवंबर के अंतिम सप्ताह तक का लक्ष्य लिया था पर तीसरे सप्ताह में ही पटरियों के नीचे बाक्स लगा दिए गए। अब इसके दोनों तरफ पहुंच मार्ग बनाया जाएगा। जनवरी मध्य तक आवागमन प्रारंभ होने की उम्मीद हैं।
उल्लेखनिय है कि मिड इंडिया अंडरब्रिज और संजीत रोड फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण चलने से पटरी पार की लगभग 30 से अधिक कालोनियों के लोगों की आवाजाही के लिए एकमात्र गीताभवन अंडरब्रिज ही रास्ता है। अभिनंदन नगर, संजीत रोड क्षेत्र की कालोनियों के लगभग 30 हजार लोग लगभग डेढ़ साल से गीता भवन अंडरब्रिज से ही आना जाना कर रहे हैं। पद्मावती रिसोर्ट से जैन कालोनी होते हुए जैन कालोनी या गीता भवन होते हुए लाल घाटी रोड तक लगभग 500 मीटर का ही रास्ता है पर दोनों तरफ ही सड़कों की चौड़ाई कम होने से यह दूरी तय करने में भी 30 से 50 मिनट तक लग रहे हैं। यातायात पुलिस ने यहां वनवे की व्यवस्था भी की है पर लोग है कि मान ही नहीं रहे हैं। दोनों लेन में उल्टे घुसकर वनवे की व्यवस्था को भी तोड़ रहे हैं और कई बार आमने-सामने वाहन होने से जाम भी लग रहे हैं। नियम पालन करने वाले लोग भी यह परेशानी डेढ़ वर्ष से झेल रहे हैं। जबकि यहां पुलिसकर्मी भी खड़े रहते हैं।
शामगढ़ में रेलवे ने बंद किया आलमगढ़ फाटक
शामगढ़ में ओव्हर ब्रिज का निर्माण पूरा होने के बाद पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल ने शामगढ़ में स्थित आलमगढ़ रेलवे फाटक को गुरुवार से हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। रेलवे ने पहले यहां तीन दिन के रखरखाव के लिए ब्लाक लिया था। गुरुवार को फाटक खुलना था पर उसे स्थायी रुप से बंद करने का आदेश जारी कर जालिया लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया। अब पटरी पार आने-जाने वाले सभी लोगों को ओवरब्रिज का ही इस्तेमाल करना होगा।
पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल जयपुरियार ने बताया कि कोटा मंडल में मिशन रफ्तार पर तेजी से काम चल रहा है। इसके तहत आने वाले दिनों में यात्री गाड़ियों की गति में वृद्धि हो जाएगी तथा यात्रियों के समय की भी बचत होगी। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जरूरी है कि रेल संचालन से संबंधित सभी व्यवधानों को धीरे-धीरे दूर किया जा रहा है। इसी कड़ी में स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए रेलवे फाटक के स्थान पर अंडरब्रिज या ओवरब्रिज बनाए जा रहे हैं। शामगढ़ में भी आलमगढ़ रेलवे फाटक की जगह ओवरब्रिज बन गया है। अब शामगढ़ सिटी से आलमगढ़ की तरफ आने-जाने के लिए नवनिर्मित रोड ओवरब्रिज का उपयोग कर सकते हैं।
गुरुवार को रेलवे द्वारा फाटक के दोनों तरफ डामरीकरण को हटाकर खुदाई कर दी थी इससे आसपास के रहवासियों में बैचेनी बढ़ गई है। आलमगढ़, रेलवे रिटायर्ड कालोनी, रेलवे कालोनी सहित चार-पांच विद्यालयों के छात्र छात्राओं के साथ ही आसपास लगने वाले गांवों के लोगों को मुक्तिधाम के पास रेलवे ओवर ब्रिज से लंबी दूरी तय करके आना-जाना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि 3 दिसंबर को पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सुधीर गुप्ता कोटा-नागदा खंड का निरीक्षण करने आ रहे हैं। रेलवे ने निरीक्षण के पूर्व फाटक को बंद करने के प्लान के तहत 16 से 18 नवंबर तक फाटक की मरम्मत करने के आदेश जारी किए थे। दो दिन मरम्मत चली, गुरुवार को फाटक फिर से खुलना था। मगर सुबह ही रेलवे कर्मचारियों ने फाटक के आस-पास का डामरीकरण खोद दिया।