Thursday, May 2nd, 2024 Login Here
पिता का सपना था हेलीकॉप्टर से आऐ बहू, भीलवाड़ा से सरवानिया महाराज आई बारात
नीमच जनसारंगी।
पिता की इच्छा थी कि बेटे की शादी में बहू को हेलिकॉप्टर में लेकर आऊं। पिता की इच्छा पूरी करने के लिए दूल्हा शनिवार शाम को भीलवाड़ा से हेलिकॉप्टर से दुल्हन लेने नीमच पहुंचा। हेलिकॉप्टर नीमच में उतरा। यहां से कार से दूल्हा और परिवार वाले नीमच के सरवानिया महाराज के लिए रवाना हुए। शादी के बाद दुल्हन को रविवार सुबह 11 बजे दूल्हा हेलिकॉप्टर से लेकर गया। दूल्हा बेंगलुरु की निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। चर्चा है कि हेलिकॉप्टर का किराया ही 10 लाख रुपए से अधिक है, हालांकि परिवार वालों ने इस पर बोलने से मना कर दिया।
सरवानिया महाराज निवासी चेतना पुत्री रामप्रसाद पाल का विवाह भीलवाड़ा के गौरव पुत्र पन्नालाल गाडरी से तय हुआ था। दूल्हा गौरव, उसकी बहन, पिता और मामा हेलिकॉप्टर से नीचम आए, जबकि बाकी बारात कार और बस से गांव पहुंची। जब दूल्हे गौरव से पूछा गया कि हेलिकॉप्टर से ही क्यों आए तो उन्होंने कहा कि पापा का सपना था, इसलिए हम हेलिकॉप्टर से बारात लेकर आए हैं।
वहीं दूल्हे के मामा भेरू लाल ने बताया कि गौरव के पापा की इच्छा थी वह अपने बेटे की बारात हेलिकॉप्टर से लेकर जाएं। भगवान ने आज उनकी यह इच्छा पूरी कर दी है। वह अपने भांजे की बारात हेलिकॉप्टर से भीलवाड़ा से नीमच आए हैं। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में यह पहली बार हो रहा है। जब किसी की बारात हेलिकॉप्टर से आई हो। उन्होंने कि हेलिकॉप्टर नीमच से करीब 30 किमी दूर सरवानिया महाराज गांव में उतारने के लिए हेलिपैड बनाया गया था, लेकिन दो दिन की बारिश के कारण वहां कीचड़ हो गया था, इसलिए हेलिकॉप्टर नीमच हवाई पट्टी पर ही उतारना पड़ा और हम गांव तक कार द्वारा गए।
कोरोना के चलते शादी की तारीख बढ़ी थी आगे
वहीं दूल्हे की बहन खुशबू ने बताया कि पापा की इच्छा थी कि भइया की बारात हेलिकॉप्टर में जाए। आज पापा का सपना हम-सबने पूरा कर दिया है। भइया की अप्रैल में शादी थी, लेकिन कोरोना के चलते शादी आगे बढ़ा दी थी। दुल्हन के पिता रामप्रसाद पाल ने बताया कि हेलिकॉप्टर से बारात शनिवार शाम 4 बजे आ गई थी। उन्होंने रविवार सुबह लगभग 11 बजे बेटी को विदा किया। इस दौरान नीमच से 8 किमी दूर हवाई पट्टी पर ही हेलिकॉप्टर पर ही खड़ा रहा।