Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
दूसरी लहर में कोरोना के तांडव का कारण कहीं न कहीं लोगों के साथ प्रशासनिक लापरवाही भी रही। इस बार भी अभी तक कुछ ऐसा ही लग रहा है। इंदौर में कोरोना के मरीज रोजाना दहाई की संख्या में आ रहे हैं। कई लोग रोजाना इंदौर से मंदसौर आ जा रहे हैं। इसके अलावा अन्य राज्यों में भी कोरोना की आमद हो चुकी है। वहां से भी लोग मंदसौर पहुंच रहे हैं। इन लोगों पर प्रशासन की कोई नजर नहीं है। अभी तक चार माह में कोई कोरोना पॉजीटिव मरीज नहीं मिला है। लेकिन जानकारों के अनुसार एक या दो माह में खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में प्रशासनिक सख्ती की जरुरत है।
मुख्यमंत्री ने आपातकालीन बैठक बुलाकर स्कूलों में पचास प्रतिशत क्षमता के साथ बच्चों को बुलाने के आदेश जारी किए है। ऐसे में मतलब साफ है कि कहीं न कहीं कोरोना का खतरा मप्र में भी बढ़ता जा रहा है। सबसे ज्यादा मंदसौर को इंदौर से है। इंदौर में मरीजों की बढ़ रही संख्या चिंता का विषय है। वहां से रोजाना सैकड़ों लोगों का आवागमन हो रहा है। इसके अलावा अन्य राज्यों से भी लोग बेधडक़ पहुंच रहे हैं। लेकिन उन पर नजर नहीं रखी जा रही। कोरोना की दूसरी लहर में भी प्रशासनिक सख्ती जब तक होती, तब तक कोरोना पैर पसार चुका है। दूसरी लहर के तांडव से सबक लेकर इस बार प्रशासनिक सख्ती जल्द करने की आवश्यकता है। ताकि आने वाले खतरे को टाला जा सके।
जिले में कोरोना को लेकर खास
जिले में 95प्रश को पहला व 60 प्रश को दोनों डोज लग चुके हैं।
वैक्सीनेशन के बाद भी खतरा, मृत्यु दर कम रहने की संभावना।
ऑक्सीजन की समस्या नहीं होगी, जिले में 6 प्लांट तैयार।
दिसंबर तक शत-प्रतिशत को दोनों डोज लगाने का लक्ष्य।
लोगों को भी रखना होगी सावधानी
मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाइजर का उपयोग करते रहें तो खतरे को टाला जा सकता है।
जिला राजस्थान से लगा, बाहर से आने वालों पर निगरानी की जरूरत।
शादी में लग रही भीड़, सुरक्षा के नहीं हो रहे उपाय, अलग-अलग क्षेत्रों से लोगा का मिलना खतरनाक।
पड़ोसी राज्यों में छात्र संक्रमित हो रहे, यहां स्कूल पूरे खुल गए।
जल्द से जल्द सभी वैक्सीन के दोनों डोज लगवाएं।
नए वैरिएंट से तीसरी लहर जन्म ले सकती है।