Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर। रतलाम के बाद अब पड़ोसी जिले नीमच ओर राजस्थान के प्रतापगढ़ में भी कोरोना का मरीज मिलने के बाद मंदसौर में सावधानी रखने की जरुरत है। कोरोना की दूसरी लहर के भयावह दौर में आक्सीजन, उपचार और बेड तक के लिये लोगों को भारी परेशानियां हुई थी। बावजूद लोग अभी भी सबक लेने को तैयार नहीं है। अभी भी लोग शहर सहित जिलेभर में बिना मास्क ही घूम रहे है। ऐसे में कोरोना व नये वेरियंट से बचाव को लेकर सतर्कता व जागरूकता नहीं बरती गई तो तीसरी लहर की आशंका हकीकत बन सकती है। राजस्थान के प्रतापगढ़ में कोरोना मरीज सामने आया है वही बुधवार को नीमच जिले में 2 मरीज कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं नीमच व रतलाम लेब से कुल 634 सेम्पल की रिपोर्ट आई है जिसमे 2 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नीमच के बोहरा बाजार के हैं।
एक तरफ कोरोना से बचाव के लिये प्रशासन द्वारा घर-घर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। वहीं कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी आक्सीजन प्लांट एवं अस्पताल में व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जा रहा है। लेकिन लोग अभी कोरोना से बचाव को लेकर सतर्क नहीं दिख रहे है। लगातार समझाइश भी दी जा रही है कि बिना मास्क के घर से नहीं निकलें। शारीरिक दूरी का ध्यान रखें। अंजान व्यक्ति से दूर ही रहें। किसी से हाथ न मिलाएं। हाथ जोडक़र नमस्कार करें। अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा का ख्याल रखें। बावजूद लोग घरों से बिना मास्क ही निकल रहे हैं। शारीरिक दूरी का पालन भी बंद हो गया है। इस तरह की लापरवाही के कारण ही कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक हो सकती है। कोरोना की रोकथाम के लिये लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की आवश्यकता है। कोरोना से बचाव का सबसे कारगर उपाय अभी मास्क ही है, लेकिन मास्क लगाने में भी लोग लापरवाही कर रहे हैं।