Thursday, May 2nd, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
लगातार कई दिनों से चल रही ठंडी हवाओं ने अब वातावरण को बिलकुल ठंडा कर दिया है। इस सर्द मौसम में गुरुवार सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया है। न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री तक पहुंच गया है। यह बुधवार के मुकाबले 2 डिग्री तक कम हुआ है। वहीं दिन भर ठंडी हवाएं चलने से भी ठिठुरन बनी रही। गुरुवार को दिन भर सर्द हवाओं के चलते सड़कों पर चलते हुए और घरों में अंदर बैठे दोनों ही जगह ठंड का अहसास बना रहा। मौसम विज्ञानी बता रहे हैं कि 16 जनवरी तक अभी इसी तरह ठंड चलती रहेगी। इसके बाद एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा तो मौसम में कुछ बदलाव आएगा।
बुधवार को हल्की राहत के बाद गुरुवार को ठंड फिर लौट आई। उत्तर-पूर्व से आ रही लगभग 20 से 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली सर्द हवाओं ने सभी को कंपकंपा दिया। गुरुवार को इस सीजन का सबसे कम तापमान 5.5 डिग्री तक पहुंच गया। सर्द हवाओं का दौर दिन में भी चलता रहा। सुबह-शाम के साथ ही दिन में धूप के दौरान ठंड का जोरदार अहसास बना रहा। अंचल में लगातार कड़ाके की ठंड का दौर चल रहा है। दरअसल सर्द हवाओं के कारण जनजीवन जकड गया है। इस दौरान सवेरे-शाम चल रही शीत लहर से लोग बचने की कोशिश कर रहे हैं। बुधवार का न्यूनतम तापमान 7.5 डिसे दर्ज किया गया। और अधिकतम तापमान 19 डिग्री दर्ज किया था। पर बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात में चली ठंडी हवाओं से तापमान में गिरावट आई और न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री पर पहुंच गया। इधर दिन का तापमान 19 डिसे पर ही स्थिर रहा। इससे पहले मंगलवार को दिन का तापमान 18 डिसे तक पहुंच गया था। इस दौरान हवा की रफ्तार भी 10 से 12 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। हालांकि दोपहर में धुप रही। सवेरे 9 बजे तक कोहरा भी छाया रहा। लोग दोपहर में भी अलाव जलाकर ठंड से बचाव करने की कोशिश करते रहे। रात में तो बाजार में जल्द सन्नााटा पसर गया। अभी कोविड के कारण बाजारों में चहल -पहल कम हो गई है।
पश्चिमी विक्षोभ के दुर्बल होने से बढ़ रही ठंड
मौसम विज्ञानी वेदप्रकाश ने बताया कि उपरी क्षोभमंडल में एक ट्रफ के रुप में दुर्बल पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहने से ठंड के तेवर फिलहाल बने रहेंगे। यह हालात 16 जनवरी तक बने रहेंगे। तीन दिन तक न्यूनतम तापमान और गिर सकता है। पश्चिमी विक्षोभ कमजोर होने के कारण मौसम साफ हो गया है। इससे रात के तापमान में और गिरावट के संकेत है। इसी कारण दिन का तापमान अपेक्षाकृत नहीं बढ़ पा रहा है।