Monday, May 6th, 2024 Login Here
रामघाट में भी अभी चार फीट पानी संग्रहित, चंबल नदी से भी दो पंपों से पहुंच रहा पानी
मंदसौर जनसारंगी।
पिछले साल जलसंकट भोगने वाले मंदसौर में इस बार पानी की कमी नहीं आऐगी क्योंकि मंदसौर को पेयजल आपूर्ति करने वाले रामघाट में अभी चार फीट पानी संग्रहित है तथा काला भाटा लबालब भरा है यहां 21 फीट पानी संग्रहित है। इसके अलावा चंबल नदी से दो पंपों से पानी लगातार रामघाट पहुंच रहा है, हालांकि इन 52 करोड़ रूपऐ खर्च करा बनाई गई योजना के दोनो पंपों से आवक उतनी नहीं हो रहीं है जितनी योजना में कल्पना की गई थी। ऐसे में शिवना नदी से ही शहरवासियों की प्याज बुझ रहीं है।
चंबल योजना का कार्य महिनों पहले पूरा हो गया है, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण चंबल का पानी रामघाट बैराज पर लगातार नहीं आ सका। बारिश से पहले शहर में पेयजल संकट के समय भी चंबल योजना का लाभ शहर को नहीं मिला। बारिश में शिवना नदी के सभी बांध लबालब भरने के बाद नगरपालिका ने ठेकेदार से चंबल योजना में सभी तकनीकी खामियों को दूर करने के लिये निर्देश दिये। दो माह में ठेकेदार ने लाइन को दुरूस्त करने के साथ ही सभी काम पूरे किये। इसके बाद टेस्टिंग शुरू की गई। अब दोनों पंप चल रहे है। इसके बावजूद शहर में प्रतिदिन सप्लाई जितने पानी की आवक नहीं हो रही है। शहर में प्रतिदिन 32 लाख गैलन पानी की सप्लाई होती है।
52 करोड़ से अधिक की लागत वाली चंबल पेयजल योजना का कार्य पूरा होने के बाद एक मई 2021 को पहली बार चंबल का पानी मंदसौर रामघाट बैराज पर पहुंचा था। इस समय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने दावे किये कि अब शहर में पेयजल संकट हमेशा के लिये खत्म हो जाएगा, लेकिन एक दिन बाद ही 52 किलोमीटर की पाइप लाइन में लिकेज की समस्या सामने आ गई। इसके बाद भी लगातार कभी पाइप लाइन, कभी चंबल नदी कोलवी में इंटकवेल पर तो कभी विद्युत पोल क्षतिग्रस्त होने से चंबल का पानी रामघाट बैराज तक लगातार नहीं आ पाया। अभी भी दोनों पंप से पर्याप्त पानी की आवक नहीं हो रही है।
सुधार के बाद भी सफल नहीं योजना
बारिश से पहले जब शिवना नदी भी पूरी तरह से खाली हो चुकी थी, उस समय चंबल के पानी की बहुत आवश्यकता थी, लेकिन पाइपलाइन में लिकेज व अन्य तकनीकी दिक्कतों के कारण पानी की आवक नहीं हो पाई। इसके बाद बारिश में शिवना नदी में पानी की आवक होते ही, नगरपालिका ने ठेकेदार से चंबल योजना में लाइन दुरूस्त करने सहित अन्य कार्य करने के निर्देश दिये। ठेकेदार ने एक माह पहले लाइन दुरूस्त करने सहित सभी काम पूरे किये। नपा कर्मचारियों के अनुसार चंबल का पानी दोनों पंप से आ रहा है, कर्मचारियों के अनुसार 25 से 30 लाख गैलन पानी की आवक प्रतिदिन हो रही है। वहीं शहर में सप्लाई 32 लाख गैलन पानी से अधिक प्रतिदिन होती है।