Monday, May 6th, 2024 Login Here
मंडी कर्मचारी ने किसान को थप्पड़ मारा, विरोध में गेट पर लगाया ताला
मंदसौर जनसारंगी।
सोमवार को कृषि उपज मंडी में एक कर्मचारी ने किसी बात को लेकर एक किसान को थप्पड़ मार दिया। इससे किसान आक्रोशित हो गए। किसानों ने हंगामा करते हुए मंडी गेट का ताला लगा दिया। बाद में मौके पर तहसीलदार और पुलिस बल पहुंचा। किसानों को समझाईश दी गई। इसके बाद कर्मचारी को निलंबित किया गया, तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
मिली जानकारी के अनुसर मंडी कर्मचरी विक्रमसिंह ने किसी बात को लेकर किसान रामेश्वर पोरवाल को थप्पड़ मार दिया। आक्रोशित किसानों ने जमकर हंगामा किया। इससे निलामी का काम भी प्रभावित हुआ। बाद में मंडी प्रबंधन ने किसानों से बात की। लेकिन किसान नहीं माने। उन्होंने मंडी के गेट पर ताला जड़ दिया। सूचना मिलने के बाद तहसीलदार और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। किसानों से बात की गई। लेकिन किसानों का आक्रोश नहीं थम रहा था। इसके बाद मंडी कर्मचारी विक्रमसिंह को निलंबित किया गया। बाद में समझाईश के बाद किसानों का आक्रोश ठंडा हुआ।
दो सौ रुपए मांगी रिश्वत
मंडी में उपज लेकर आए किसान परमेश्वर पोरवाल ने बताया कि मंडी गेट पर तैनात कर्मचारी विक्रम सिंह ने मंडी में उपज का वाहन अंदर करने के एवज में 200 रुपए रिश्वत मांगी। मैंने रिश्वत देने से मना कर दिया तो उन्होंने बदतमीजी की और चांटा मार दिया। घटना के बाद सभी किसान आक्रोशित हो गए और मंडी गेट पर तालाबंदी कर दी।
निलंबन की मांग पर अड़े किसान
किसानों की मांग है कि चांटा जडऩे वाले मंडी कर्मचारी विक्रम सिंह को तुरंत निलंबित किया जाए। हंगामे की जानकारी मिलते ही यशोधर्मन पुलिस थाने के जवान और तहसीलदार मुकेश सोनी मौके पर पहुंच गए। तहसीलदारों ने किसानों को समझाने की कोशिश की।आक्रोशित किसान कर्मचारी को निलंबित करने की मांग पर अड़े रहे। तहसीलदार ने चांटा जडऩे वाले मंडी कर्मचारी विक्रम सिंह को निलंबित करने के आदेश दिए। तब कहीं जाकर किसानों का हंगामा शांत हुआ और मंडी का काम शुरू हो सका।
मंदसौर जनसारंगी।
सोमवार को कृषि उपज मंडी में एक कर्मचारी ने किसी बात को लेकर एक किसान को थप्पड़ मार दिया। इससे किसान आक्रोशित हो गए। किसानों ने हंगामा करते हुए मंडी गेट का ताला लगा दिया। बाद में मौके पर तहसीलदार और पुलिस बल पहुंचा। किसानों को समझाईश दी गई। इसके बाद कर्मचारी को निलंबित किया गया, तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
मिली जानकारी के अनुसर मंडी कर्मचरी विक्रमसिंह ने किसी बात को लेकर किसान रामेश्वर पोरवाल को थप्पड़ मार दिया। आक्रोशित किसानों ने जमकर हंगामा किया। इससे निलामी का काम भी प्रभावित हुआ। बाद में मंडी प्रबंधन ने किसानों से बात की। लेकिन किसान नहीं माने। उन्होंने मंडी के गेट पर ताला जड़ दिया। सूचना मिलने के बाद तहसीलदार और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। किसानों से बात की गई। लेकिन किसानों का आक्रोश नहीं थम रहा था। इसके बाद मंडी कर्मचारी विक्रमसिंह को निलंबित किया गया। बाद में समझाईश के बाद किसानों का आक्रोश ठंडा हुआ।
दो सौ रुपए मांगी रिश्वत
मंडी में उपज लेकर आए किसान परमेश्वर पोरवाल ने बताया कि मंडी गेट पर तैनात कर्मचारी विक्रम सिंह ने मंडी में उपज का वाहन अंदर करने के एवज में 200 रुपए रिश्वत मांगी। मैंने रिश्वत देने से मना कर दिया तो उन्होंने बदतमीजी की और चांटा मार दिया। घटना के बाद सभी किसान आक्रोशित हो गए और मंडी गेट पर तालाबंदी कर दी।
निलंबन की मांग पर अड़े किसान
किसानों की मांग है कि चांटा जडऩे वाले मंडी कर्मचारी विक्रम सिंह को तुरंत निलंबित किया जाए। हंगामे की जानकारी मिलते ही यशोधर्मन पुलिस थाने के जवान और तहसीलदार मुकेश सोनी मौके पर पहुंच गए। तहसीलदारों ने किसानों को समझाने की कोशिश की।आक्रोशित किसान कर्मचारी को निलंबित करने की मांग पर अड़े रहे। तहसीलदार ने चांटा जडऩे वाले मंडी कर्मचारी विक्रम सिंह को निलंबित करने के आदेश दिए। तब कहीं जाकर किसानों का हंगामा शांत हुआ और मंडी का काम शुरू हो सका।