Monday, May 6th, 2024 Login Here
मंदसौर। कृषि उपज मंडी के लेखापाल हरिश कुमार वशिष्ठ के ईओडब्ल्यू ने बुधवार को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। बाबू ने सफाई ठेकेदार से 78 हजार रुपए उन्होंने मासिक देयक देने के लिए मांगे थे। पहली किस्त के बीस हजार रुपए के साथ टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया। हालांकि लेखापाला का तबादला कुछ समय पूर्व मंदसौर से इंदौर हो गया था लेकिन बाबू का मंदसौर मोह नहीं छूटा और छह या आठ महिने में फिर से मंदसौर तबादला करवा लिया।
जानकारी के मुताबिक कृषि उपज मंडी में सब्जी मंडी को साफ सफाई करने का टेंडर निकाला गया था। पारसलाल राठौर प्रोप्राईटर वाल्मीकि कंस्ट¬ःशन का साफ सफाई का ठेका हुआ। जिसकी स्वीकृति जून 2023 में मिल गई। ठेकेदार द्वारा यहां काम करवाया जा रहा था। इधर इसके बदले उसे मासिक देयक मिलना चाहिए थी। जिसका भुगतान लेखापाल हरीश वशिष्ठ ने रोक दिया। काफी चक्कर ठेकेदार को दिए गए। इसके बाद बाबू ने 78 हजार रुपए की मांग की। इसकी शिकायत फर्म के रवि राठौर ने ईओडब्ल्यू एसपी उज्जैन दिलीप सोनी से की। मामले में पूरी जांच पड़ताल की गई। इसके बाद आज योजनाबध्द तरीके से ईओडब्ल्यू की टीम ने डीएसपी अजय कैथवास और डीएसपी अमित बट्टी सहित अन्य अधिकारियों के साथ आमद दी। इधर रिश्वत की पहली किस्त बीस हजार रुपए में तय हुई थी। टीम ने अपने नोट देकर शिकायतकर्ता रवि राठौर को पहुंचाया। कार्यालय में रिश्वत के रुपए लेते ही टीम ने आमद दी। जांच पड़ताल की गई। नोट वहीं निकले जो टीम ने दिए थे।
इनका कहना
पारस लाल राठौड़ प्रोप्राइटर वाल्मिकी कंस्ट¬क्शन ऑफ मंदसौर कृषि उपज मंडी की सब्जी मंडी की सफाई का ठेका जून 2023 में मंडी से स्वीकृत हुआ था। इनकी दो लाख रुपए की राशि को रिलीज करने के बदले आरोपी 78 हजार रुपए की मांग कर रहा था। इसकी शिकायत कॉन्ट¬ेक्टर के बेटे रवि ने आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ उज्जैन से की थी। मामले में बुधवार को ईओडब्ल्यू की टीम में आरोपी को 20 हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया।
- अमित कुमार बट्टी, डीएसपी, ईओडब्ल्यू
हरीश कुमार वशिष्ठ उनके करीब 2 लाख रुपए की राशि को छह माह से जारी नहीं कर रहा था। इसके बदले वह रुपयों की मांग कर रहा था। आरोपी की मांग हर महीने की राशि जारी करने के बदले 20 हजार की थी। अब तक की राशि के बदले उसके 78 हजार की रिश्वत बन रही थी। इसीलिए उसने करीब 2 लाख की राशि को रोक रखी थी और रिश्वत के रुपए मिलने के बाद ही जारी करने की बात कही थी। इसकी शिकायत हमने आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की उज्जैन शाखा को की थी।
- रवि राठौर, शिकायकर्ता
जानकारी के मुताबिक कृषि उपज मंडी में सब्जी मंडी को साफ सफाई करने का टेंडर निकाला गया था। पारसलाल राठौर प्रोप्राईटर वाल्मीकि कंस्ट¬ःशन का साफ सफाई का ठेका हुआ। जिसकी स्वीकृति जून 2023 में मिल गई। ठेकेदार द्वारा यहां काम करवाया जा रहा था। इधर इसके बदले उसे मासिक देयक मिलना चाहिए थी। जिसका भुगतान लेखापाल हरीश वशिष्ठ ने रोक दिया। काफी चक्कर ठेकेदार को दिए गए। इसके बाद बाबू ने 78 हजार रुपए की मांग की। इसकी शिकायत फर्म के रवि राठौर ने ईओडब्ल्यू एसपी उज्जैन दिलीप सोनी से की। मामले में पूरी जांच पड़ताल की गई। इसके बाद आज योजनाबध्द तरीके से ईओडब्ल्यू की टीम ने डीएसपी अजय कैथवास और डीएसपी अमित बट्टी सहित अन्य अधिकारियों के साथ आमद दी। इधर रिश्वत की पहली किस्त बीस हजार रुपए में तय हुई थी। टीम ने अपने नोट देकर शिकायतकर्ता रवि राठौर को पहुंचाया। कार्यालय में रिश्वत के रुपए लेते ही टीम ने आमद दी। जांच पड़ताल की गई। नोट वहीं निकले जो टीम ने दिए थे।
इनका कहना
पारस लाल राठौड़ प्रोप्राइटर वाल्मिकी कंस्ट¬क्शन ऑफ मंदसौर कृषि उपज मंडी की सब्जी मंडी की सफाई का ठेका जून 2023 में मंडी से स्वीकृत हुआ था। इनकी दो लाख रुपए की राशि को रिलीज करने के बदले आरोपी 78 हजार रुपए की मांग कर रहा था। इसकी शिकायत कॉन्ट¬ेक्टर के बेटे रवि ने आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ उज्जैन से की थी। मामले में बुधवार को ईओडब्ल्यू की टीम में आरोपी को 20 हजार की रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया।
- अमित कुमार बट्टी, डीएसपी, ईओडब्ल्यू
हरीश कुमार वशिष्ठ उनके करीब 2 लाख रुपए की राशि को छह माह से जारी नहीं कर रहा था। इसके बदले वह रुपयों की मांग कर रहा था। आरोपी की मांग हर महीने की राशि जारी करने के बदले 20 हजार की थी। अब तक की राशि के बदले उसके 78 हजार की रिश्वत बन रही थी। इसीलिए उसने करीब 2 लाख की राशि को रोक रखी थी और रिश्वत के रुपए मिलने के बाद ही जारी करने की बात कही थी। इसकी शिकायत हमने आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की उज्जैन शाखा को की थी।
- रवि राठौर, शिकायकर्ता