Friday, May 3rd, 2024 Login Here
झूठे केस में फंसाने की दी धमकी, लोकायुक्त ने की कार्रवाई
मंदसौर। उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार दोपहर रतलाम के सागोद रोड स्थित वन विभाग कार्यालय परिसर में वनपाल बीबीएल पुष्कर को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त ने यह कार्रवाई नामली के सुरेश पाटीदार की शिकायत पर की है। वन विभाग कार्यालय परिसर में लोकायुक्त की कार्रवाई से हडक़ंप मच गया।
नामली के रहने वाले सुरेश पाटीदार ने बताया कि वह लकड़ी की टाल का संचालन करते है। जिसका लाइसेंस भी है। लेकिन क्षेत्र के वनपाल पुष्कर द्वारा लकड़ी को काटकर बेचने का झूठा आरोप लगाते हुए 15 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। रुपए नहीं देने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी पिछले दो माह से दे रहा था। इसके बाद 19 जनवरी को कमलेश सेठ के साथ जाकर उज्जैन लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को शिकायत की। शिकायत की सत्यता के लिए वाइस रिकॉर्डिंग व अन्य जांच लोकायुक्त इंस्पेक्टर दीपक शेजवार से कराई। शिकायत सही पाए जाने पर मंगलवार को उज्जैन लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान एवं लोकायुक्त इंस्पेक्टर शेजवार के नेतृत्व में टीम ने आकर रुपए लेते वनपाल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
रुपए जेब से निकाल कर रखे बाहर
मंगलवार को फरियादी द्वारा वन विभाग कार्यालय परिसर में वनपाल को बुलाकर रिश्वत देने की बात कही। फरियादी द्वारा 500-500 के नोट कुल 15 हजार रुपए वनपाल को वनविभाग परिसर में दिए। वनपाल ने रुपए अपनी जेब में रुपए रखे। लेकिन उसे नोटों पर रंग लगे होने की भनक लगी तो वापस रुपए जेब से बाहर निकालकर एक तरफ रख दिए। लेकिन वहां पहले से मौजूद लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पानी से हाथ थुलाए तो कलर छोड़ दिया। लोकायुक्त इंस्पेक्टर दीपक शेजवार ने बताया वनपाल को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
मंदसौर। उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार दोपहर रतलाम के सागोद रोड स्थित वन विभाग कार्यालय परिसर में वनपाल बीबीएल पुष्कर को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त ने यह कार्रवाई नामली के सुरेश पाटीदार की शिकायत पर की है। वन विभाग कार्यालय परिसर में लोकायुक्त की कार्रवाई से हडक़ंप मच गया।
नामली के रहने वाले सुरेश पाटीदार ने बताया कि वह लकड़ी की टाल का संचालन करते है। जिसका लाइसेंस भी है। लेकिन क्षेत्र के वनपाल पुष्कर द्वारा लकड़ी को काटकर बेचने का झूठा आरोप लगाते हुए 15 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। रुपए नहीं देने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी पिछले दो माह से दे रहा था। इसके बाद 19 जनवरी को कमलेश सेठ के साथ जाकर उज्जैन लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को शिकायत की। शिकायत की सत्यता के लिए वाइस रिकॉर्डिंग व अन्य जांच लोकायुक्त इंस्पेक्टर दीपक शेजवार से कराई। शिकायत सही पाए जाने पर मंगलवार को उज्जैन लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान एवं लोकायुक्त इंस्पेक्टर शेजवार के नेतृत्व में टीम ने आकर रुपए लेते वनपाल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
रुपए जेब से निकाल कर रखे बाहर
मंगलवार को फरियादी द्वारा वन विभाग कार्यालय परिसर में वनपाल को बुलाकर रिश्वत देने की बात कही। फरियादी द्वारा 500-500 के नोट कुल 15 हजार रुपए वनपाल को वनविभाग परिसर में दिए। वनपाल ने रुपए अपनी जेब में रुपए रखे। लेकिन उसे नोटों पर रंग लगे होने की भनक लगी तो वापस रुपए जेब से बाहर निकालकर एक तरफ रख दिए। लेकिन वहां पहले से मौजूद लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पानी से हाथ थुलाए तो कलर छोड़ दिया। लोकायुक्त इंस्पेक्टर दीपक शेजवार ने बताया वनपाल को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।