Friday, May 3rd, 2024 Login Here
समाजसेवी अशोक अरोरा गंगानगर पर फायरिंग का मामला:—
हर समाज और हर पदाधिकारी हुए शामिल, 115 समाज और सामाजिक संगठनों ने दिया ज्ञापन,
नीमच। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा (गंगानगर) पर हुई फायरिंग की घटना को लेकर नीमच के इतिहास में पहली बार सामाजिक आंदोलन हुआ। गुरूवार को हर समाज और हर संगठन विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। ज्ञापन देने वाले संगठन और समाजों की संख्या 115 पर पहुंची। नीमच में पहला ऐसा मौका है, जिसमें हर संगठन और हर समाज ने इस विरोध प्रदर्शन में अपनी भागीदारी निभाई। न तो किसी का आव्हान था और न ही किसी का बुलावा। हर समाज—संस्था के पदाधिकारी स्वैच्छा से सडकों पर उतरे। उनकी आंखों में नीमच में हुए गोलीाकांड को लेकर जबरदस्त आक्रोश था। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा के लिए जन सैलाब सडकों पर उतरा तो देखने वाले दंग रह गए। सभी की सीएम डॉ. मोहन यादव से एक ही मांग थी कि बदमाशों यूपी की अतिक अहमद की तर्ज पर जड से खात्मा हो, उनकी अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चले। नीमच में इस तरह की घटना जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
नीमच में सरेआम दिनदहाडे 4 फरवरी को हुए गोलीकांड को लेकर हर वर्ग में आक्रोश देखा जा रहा है। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा गंगानगर पर लायंस पार्क के समीप बदमाशों ने फायरिंग की, जो कि बदमाशों के बुलंद हौसलों को दर्शाती है। हालांकि इस घटना में जवाबी फायरिंग में इंदौर का शार्प शूटर (शातिर अपराधी) बाबू फकीर मौके पर ही ढेर हो गया, जिस पर 11 हत्यारों के केस दर्ज थे। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा हर वर्ग में अपनी गहरी पैंठ रखते है और चाहे सुख हो या फिर दुख। धार्मिक गतिविधियों में बढचढकर हिस्सा लेते है। यही कारण है कि वे नीमच ही नहीं आस—पास के क्षेत्र में उनके हजारों समर्थक है। जैसे ही श्री अरोरा के साथ प्राणघातक हमले की जानकारी जनता तक पहुंची तो आक्रोश फैल गया। तीन दिन बाद भी बादमाशों का खात्मा नहीं होने से और उनकी अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर कार्रवाई नहीं किए जाने से सर्व समाज में आक्रोश बढ गया। गुरूवार को शहर के भारत माता चौराहे(फोर जीरो) पर सर्व समाज और समाजिक संगठनों के पदाधिकारी दोपहर 12 बजे एकत्रित होना शुरू हो गए। देखते ही देखते ही हजारों की भीड चौराहे पर जमा हो गई। यहां से पैदल रैली शुरू हुई, जो नयाबाजार, बारादरी, फव्वारा चौक, टैगोर मार्ग होते हुए पुराने कैंट थाने हजारों लोग पहुंचे। इस दौरान भादवामाता की जय, जय—जय श्री राम, हर—हर महादेव के नारे गूंजते रहे। खास बात यह है कि विरोध प्रदर्शन में उमडे हजारों लोगों में 8 से लेकर 87 वर्ष के लोग शामिल थे। पुराने कैंट थाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवलसिंह सिसौदिया पहले से मौजूद थे। यहां पर ज्ञापन देने वालों की लंबी कतारें देखी गई। करीब 115 समाज और सामाजिक संगठन,संस्थाओं ने अपने लेटर हेड पर सीएम डॉ. मोहन यादव व राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा के नाम एएसपी श्री सिसौदिया को ज्ञापन सौंपे। करीब एक घंटे तक ज्ञापन देने का सिलसिला चला। एएसपी ने भरोसा दिलाया कि बदमाशों के खिलाफ कडी कार्रवाई होगी। ज्ञापनों का वाचन बजरंग दल के नेता निर्मलदेव नरेला ने किया। वहीं आभार अभिभाषक संघ नीमच के अध्यक्ष मनीष जोशी ने माना।
ज्ञापन के बाद दफ्तर पहुंचे हजारों लोग, समाजसेवी अरोरा ने माना आभार— ज्ञापन देने के बाद हजारों समर्थक बंगला नंबर 48 स्थित अशोक अरोरा के कार्यालय पर पहुंचे, वहां पर अरोरा ने बालकनी से अभिवादन स्वीकार किया और समर्थकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि स्नेह और प्यार बना रहे।
हर समाज और हर पदाधिकारी हुए शामिल, 115 समाज और सामाजिक संगठनों ने दिया ज्ञापन,
नीमच। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा (गंगानगर) पर हुई फायरिंग की घटना को लेकर नीमच के इतिहास में पहली बार सामाजिक आंदोलन हुआ। गुरूवार को हर समाज और हर संगठन विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। ज्ञापन देने वाले संगठन और समाजों की संख्या 115 पर पहुंची। नीमच में पहला ऐसा मौका है, जिसमें हर संगठन और हर समाज ने इस विरोध प्रदर्शन में अपनी भागीदारी निभाई। न तो किसी का आव्हान था और न ही किसी का बुलावा। हर समाज—संस्था के पदाधिकारी स्वैच्छा से सडकों पर उतरे। उनकी आंखों में नीमच में हुए गोलीाकांड को लेकर जबरदस्त आक्रोश था। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा के लिए जन सैलाब सडकों पर उतरा तो देखने वाले दंग रह गए। सभी की सीएम डॉ. मोहन यादव से एक ही मांग थी कि बदमाशों यूपी की अतिक अहमद की तर्ज पर जड से खात्मा हो, उनकी अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चले। नीमच में इस तरह की घटना जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
नीमच में सरेआम दिनदहाडे 4 फरवरी को हुए गोलीकांड को लेकर हर वर्ग में आक्रोश देखा जा रहा है। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा गंगानगर पर लायंस पार्क के समीप बदमाशों ने फायरिंग की, जो कि बदमाशों के बुलंद हौसलों को दर्शाती है। हालांकि इस घटना में जवाबी फायरिंग में इंदौर का शार्प शूटर (शातिर अपराधी) बाबू फकीर मौके पर ही ढेर हो गया, जिस पर 11 हत्यारों के केस दर्ज थे। प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा हर वर्ग में अपनी गहरी पैंठ रखते है और चाहे सुख हो या फिर दुख। धार्मिक गतिविधियों में बढचढकर हिस्सा लेते है। यही कारण है कि वे नीमच ही नहीं आस—पास के क्षेत्र में उनके हजारों समर्थक है। जैसे ही श्री अरोरा के साथ प्राणघातक हमले की जानकारी जनता तक पहुंची तो आक्रोश फैल गया। तीन दिन बाद भी बादमाशों का खात्मा नहीं होने से और उनकी अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर कार्रवाई नहीं किए जाने से सर्व समाज में आक्रोश बढ गया। गुरूवार को शहर के भारत माता चौराहे(फोर जीरो) पर सर्व समाज और समाजिक संगठनों के पदाधिकारी दोपहर 12 बजे एकत्रित होना शुरू हो गए। देखते ही देखते ही हजारों की भीड चौराहे पर जमा हो गई। यहां से पैदल रैली शुरू हुई, जो नयाबाजार, बारादरी, फव्वारा चौक, टैगोर मार्ग होते हुए पुराने कैंट थाने हजारों लोग पहुंचे। इस दौरान भादवामाता की जय, जय—जय श्री राम, हर—हर महादेव के नारे गूंजते रहे। खास बात यह है कि विरोध प्रदर्शन में उमडे हजारों लोगों में 8 से लेकर 87 वर्ष के लोग शामिल थे। पुराने कैंट थाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवलसिंह सिसौदिया पहले से मौजूद थे। यहां पर ज्ञापन देने वालों की लंबी कतारें देखी गई। करीब 115 समाज और सामाजिक संगठन,संस्थाओं ने अपने लेटर हेड पर सीएम डॉ. मोहन यादव व राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा के नाम एएसपी श्री सिसौदिया को ज्ञापन सौंपे। करीब एक घंटे तक ज्ञापन देने का सिलसिला चला। एएसपी ने भरोसा दिलाया कि बदमाशों के खिलाफ कडी कार्रवाई होगी। ज्ञापनों का वाचन बजरंग दल के नेता निर्मलदेव नरेला ने किया। वहीं आभार अभिभाषक संघ नीमच के अध्यक्ष मनीष जोशी ने माना।
ज्ञापन के बाद दफ्तर पहुंचे हजारों लोग, समाजसेवी अरोरा ने माना आभार— ज्ञापन देने के बाद हजारों समर्थक बंगला नंबर 48 स्थित अशोक अरोरा के कार्यालय पर पहुंचे, वहां पर अरोरा ने बालकनी से अभिवादन स्वीकार किया और समर्थकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि स्नेह और प्यार बना रहे।