Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर के मदारपुरा में दबिश देकर पुलिस ने दोनों आरोपी को किया था गिरफ्तार
नीमच। समाजसेवी अशोक अरोरा पर चार फरवरी की शाम को हुई फायरिंग मामले में पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी हुई है। इस मामले में पुलिस ने अरोरा की रैकी करने वाले दो आरोपी को बुधवार को मदारपुरा मंदसौर में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। इन्हें गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से न्यायालय ने दोनों आरोपी को 19 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
गौरतलब है कि इस फायरिंग का मास्टरमाइंड कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के साथ मिलकर राकेश अरोरा ने अपने सगे भाई समाजसेवी अशोक अरोरा की हत्या करवाने के लिए 6 शूटरों को 2 करोड़ की फिरौती दी थी। तस्कर सिंधी व अरोरा ने पांच अन्य साथियों के साथ तस्कर बाबू के फार्म हाउस पर बैठक कर हमले की प्लानिंग बनाकर शूटर बाबू फकीर व उसके 5 साथियों को जिम्मेदारी दी गई थी। 4 फरवरी की शाम को समाजसेवी अरोरा अपने आफिस से घर के लिए निकल तभी उनके पीछे बाइक से कल्लू उर्फ जाफर तथा परवेज उर्फ गुलफान ने पीछा किया। शूटर बाबू फकीर को हर पल की अपडेट देते रहे। लायंस पार्क के पास अरोरा की काल के सामने कार खड़ी कर फायरिंग शुरू कर दी। अरोरा के सुरक्षा गार्ड ने जवाबी फायरिंग की तो कार में बैठा बाबू फकीर ढेर होकर कार से नीचे गिर गया। यह देख कार में सवार तीनों शूटर पैदल भाग निकले। प्लान फेल होता देख बाइक से रैकी करने वाले दोनों आरोपी भी फरार हो गए थे।
रैकी करने वालों के नाम सामने आते पुलिस टीम दे रही थी दबिश
समाजसेवी अरोरा पर कार से उतरकर फायरिंग अकरम पिता अब्दुल मजीद शाह निवासी रतलाम ने की थी। पुलिस ने शूटरों को मोबाइल उपलब्ध करवाने वाले को घटना के दूसरे दिन ही दबोच लिया था। उसने पूछताछ में जानकारी दी तो मास्टरमाइंड तस्कर बाबू को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसने पूछताछ में सारे राज उगले दिए। इसमें सहयोगी राकेश अरोरा को गिरफ्तार किया। शूटर अकरम ने कोटा में सरेंडर किया। पुलिस उसको लेकर आई। सभी 19 तक रिमांड पर हैं। राकेश अरोरा ने रोकी करने वाले दो आरोपी के नाम बताए। जिन्हें पुलिस ने मंदसौर से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी भी 19 तक रिमांड पर हैं। इस घटनाक्रम से जुड़ा एक और आरोपी लक्की सिंहल जो अब तक फरार है जिस पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किया है। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
नीमच। समाजसेवी अशोक अरोरा पर चार फरवरी की शाम को हुई फायरिंग मामले में पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी हुई है। इस मामले में पुलिस ने अरोरा की रैकी करने वाले दो आरोपी को बुधवार को मदारपुरा मंदसौर में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। इन्हें गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से न्यायालय ने दोनों आरोपी को 19 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
गौरतलब है कि इस फायरिंग का मास्टरमाइंड कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के साथ मिलकर राकेश अरोरा ने अपने सगे भाई समाजसेवी अशोक अरोरा की हत्या करवाने के लिए 6 शूटरों को 2 करोड़ की फिरौती दी थी। तस्कर सिंधी व अरोरा ने पांच अन्य साथियों के साथ तस्कर बाबू के फार्म हाउस पर बैठक कर हमले की प्लानिंग बनाकर शूटर बाबू फकीर व उसके 5 साथियों को जिम्मेदारी दी गई थी। 4 फरवरी की शाम को समाजसेवी अरोरा अपने आफिस से घर के लिए निकल तभी उनके पीछे बाइक से कल्लू उर्फ जाफर तथा परवेज उर्फ गुलफान ने पीछा किया। शूटर बाबू फकीर को हर पल की अपडेट देते रहे। लायंस पार्क के पास अरोरा की काल के सामने कार खड़ी कर फायरिंग शुरू कर दी। अरोरा के सुरक्षा गार्ड ने जवाबी फायरिंग की तो कार में बैठा बाबू फकीर ढेर होकर कार से नीचे गिर गया। यह देख कार में सवार तीनों शूटर पैदल भाग निकले। प्लान फेल होता देख बाइक से रैकी करने वाले दोनों आरोपी भी फरार हो गए थे।
रैकी करने वालों के नाम सामने आते पुलिस टीम दे रही थी दबिश
समाजसेवी अरोरा पर कार से उतरकर फायरिंग अकरम पिता अब्दुल मजीद शाह निवासी रतलाम ने की थी। पुलिस ने शूटरों को मोबाइल उपलब्ध करवाने वाले को घटना के दूसरे दिन ही दबोच लिया था। उसने पूछताछ में जानकारी दी तो मास्टरमाइंड तस्कर बाबू को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसने पूछताछ में सारे राज उगले दिए। इसमें सहयोगी राकेश अरोरा को गिरफ्तार किया। शूटर अकरम ने कोटा में सरेंडर किया। पुलिस उसको लेकर आई। सभी 19 तक रिमांड पर हैं। राकेश अरोरा ने रोकी करने वाले दो आरोपी के नाम बताए। जिन्हें पुलिस ने मंदसौर से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी भी 19 तक रिमांड पर हैं। इस घटनाक्रम से जुड़ा एक और आरोपी लक्की सिंहल जो अब तक फरार है जिस पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किया है। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।