Thursday, May 2nd, 2024 Login Here
तीन प्लांट में से दो गुजरात और एक असम में बनेगा, टाटा ग्रुप 2 यूनिट पर काम करेगा
मुम्बई यूनियन कैबिनेट ने आज गुरुवार (29 फरवरी) को चिप प्लांट के तीन प्रपोजल को मंजूरी दे दी है। इन तीनों प्लांट को श्डेवलपमेंट ऑफ सेमीकंडक्टर्स, एंड डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम्स इन इंडियाश् के तहत मंजूरी दी गई है। तीनों प्लांट में से दो गुजरात और एक असम में बनेंगे। इन तीनों चिप प्लांट्स की अनुमानित लागत 1.26 लाख करोड़ रुपए है।
टाटा ग्रुप जॉइंट वेंचर में दो प्लांट- एक गुजरात और असम में बनाएगी। वहीं एक प्लांट गुजरता में सीजी पावर भी जॉइंट वेंचर में बनाएगी। तीनों प्लांट्स पर 100 दिनों के भीतर काम शुरू हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि टाटा का जॉइंट वेंचर देश का पहला सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट बनाएगा। धोलेरा में माइक्रोन के सेमीकंडक्टर प्लांट के बाद यहां फैब्रिकेशन प्लांट बनेगा। अमेरिकी चिप कंपनी माइक्रोन धोलेरा में 22,516 करोड़ रुपए की लागत से चिप एसेंबली प्लांट बना रही है।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ताइवान की पावर चिप सेमीकंडक्टर मैनुफैक्चरिंग कॉरपोरेशन (च्ैडब्) का जॉइंट वेंचर गुजरात के धोलेरा में 91,000 करोड़ रुपए के निवेश से चिप फैब्रिकेशन प्लांट बनाएगा। च्ैडब् की ताइवान में 6 चिप फाउंड्रीज हैं। गुजरात में जब प्लांट बन जाएगा तो इसकी क्षमता हर महीने 50 हजार वेफर्स बनाने की होगी। च्ैडब् का यह पहला सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट भी है।
इसके अलावा टाटा ग्रुप की टाटा सेमीकंडक्टर एसेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड (ज्ै।ज्) असम के मोरीगांव में 27 हजार करोड़ रुपए के निवेश से प्लांट बनाएगी। इसकी क्षमता हर दिन 4.8 करोड़ चिप बनाने की होगी।
सीजी पावर और रेनेसस 7600 करोड़ के निवेश से प्लांट लगाएगी
टाटा ग्रुप के अलावा सीजी पावर गुजरात के साणंद में एक प्लांट जापान की रेनेसस इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पाेरेशन और थाईलैंड की स्टार माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर तैयार करेगी। यह सेमीकंडक्टर प्लांट 7,600 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा। यहां हर दिन 1.5 करोड़ चिप बन सकेंगी। इनसे सीधे 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा और इनडायरेक्ट रूप से करीब 60 हजार लोगों को नौकरी मिलेगी।
मुम्बई यूनियन कैबिनेट ने आज गुरुवार (29 फरवरी) को चिप प्लांट के तीन प्रपोजल को मंजूरी दे दी है। इन तीनों प्लांट को श्डेवलपमेंट ऑफ सेमीकंडक्टर्स, एंड डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम्स इन इंडियाश् के तहत मंजूरी दी गई है। तीनों प्लांट में से दो गुजरात और एक असम में बनेंगे। इन तीनों चिप प्लांट्स की अनुमानित लागत 1.26 लाख करोड़ रुपए है।
टाटा ग्रुप जॉइंट वेंचर में दो प्लांट- एक गुजरात और असम में बनाएगी। वहीं एक प्लांट गुजरता में सीजी पावर भी जॉइंट वेंचर में बनाएगी। तीनों प्लांट्स पर 100 दिनों के भीतर काम शुरू हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि टाटा का जॉइंट वेंचर देश का पहला सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट बनाएगा। धोलेरा में माइक्रोन के सेमीकंडक्टर प्लांट के बाद यहां फैब्रिकेशन प्लांट बनेगा। अमेरिकी चिप कंपनी माइक्रोन धोलेरा में 22,516 करोड़ रुपए की लागत से चिप एसेंबली प्लांट बना रही है।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ताइवान की पावर चिप सेमीकंडक्टर मैनुफैक्चरिंग कॉरपोरेशन (च्ैडब्) का जॉइंट वेंचर गुजरात के धोलेरा में 91,000 करोड़ रुपए के निवेश से चिप फैब्रिकेशन प्लांट बनाएगा। च्ैडब् की ताइवान में 6 चिप फाउंड्रीज हैं। गुजरात में जब प्लांट बन जाएगा तो इसकी क्षमता हर महीने 50 हजार वेफर्स बनाने की होगी। च्ैडब् का यह पहला सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट भी है।
इसके अलावा टाटा ग्रुप की टाटा सेमीकंडक्टर एसेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड (ज्ै।ज्) असम के मोरीगांव में 27 हजार करोड़ रुपए के निवेश से प्लांट बनाएगी। इसकी क्षमता हर दिन 4.8 करोड़ चिप बनाने की होगी।
सीजी पावर और रेनेसस 7600 करोड़ के निवेश से प्लांट लगाएगी
टाटा ग्रुप के अलावा सीजी पावर गुजरात के साणंद में एक प्लांट जापान की रेनेसस इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पाेरेशन और थाईलैंड की स्टार माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर तैयार करेगी। यह सेमीकंडक्टर प्लांट 7,600 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा। यहां हर दिन 1.5 करोड़ चिप बन सकेंगी। इनसे सीधे 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा और इनडायरेक्ट रूप से करीब 60 हजार लोगों को नौकरी मिलेगी।