Friday, April 26th, 2024 Login Here
सिंधिया ने कहा- यह पहले देशों के आधार पर हुआ, अब राज्य और धर्म के आधार हो रहा है
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के समय भी सिंधिया ने पार्टी लाइन से अलग बयान दिया था
अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल से भी पार्टी के सभी पद हटा चुके हैं सिंधिया
इंदौर. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नागरिकता संशाेधन बिल पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा- यह बिल संविधान के विपरीत होना अलग बात है, लेकिन यह भारत की सभ्यता और वसुधैव कुटुंबकम् की विचारधारा के अनुरूप है। हालांकि, बाद में उन्होंने ट्वीट करके सफाई दी कि यह संविधान की मूल भावना के खिलाफ है और भारतीय संस्कृति के विपरीत भी है। सिंधिया ने कहा कि यह पहले देशों के आधार पर हुआ, अब राज्य और धर्म के आधार हो रहा है। मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ दिल्ली में 14 दिसंबर को कांग्रेस के आंदोलन की तैयारियों के लिए सिंधिया इंदौर पहुंचे थे।
सिंधिया ने कहा, “कांग्रेस के साथ देश के कई राजनैतिक दल इस बिल का विरोध कर रहे हैं। देश के कई राज्यों, खासतौर पर उत्तर-पूर्व में आप स्थिति देखिए।” संविधान और बिल में विरोधाभास के सवाल पर उन्होंने कहा- बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान में लिखा है कि किसी को जात-पात, धर्म की दृष्टि से नहीं देखा जाएगा। सभी को केवल भारत का नागरिक माना जाएगा।