Saturday, April 27th, 2024 Login Here
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मंदसौरनिप्र।  कोरोना को हराने के लिए मंदसौर के अधिकांश लोग पिछले 21 दिनों से अपने घरों में ही बैठे हुए हैं लेकिन लगता है किराना बाजार लोगों की इस मेहनत पर पानी फेरने पर आमादा है। एक दिन पहले ही मंदसौर में कोरोना का पहला पॉजिटिव मरीज मिला,इसके साथ ही प्रशासन ने कर्फ्यू लगाया और इसके अगले ही दिन किराना बाजार खोल दिया गया जिसने लॉक डाउन और कर्फ्यू को मजाक बना दिया, बाजार खुलते ही कर्फ्यू के प्रतिबंध गायब हो गए और लोगों का हुजूम इन दुकानों पर उमड़ पड़ा ।क्या गली, क्या मोहल्ले, मुख्य बाजार तक में दुकानें खुल गई और लोगों की भारी यहां उमड़ पड़ी। ऐसा लग रहा था यह कर्फ्यू नहीं है बल्कि लोगों का मेला लग गया है
 जहां लोगों को भी कोई डर नहीं था कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं थी, कोई सावधानी नहीं बरती जा रही थी।ऐसे में पुलिस ने मशक्कत करी, सारे अधिकारी सक्रिय हुए और धना- धन, धना -धन बाजार से लोगों की भीड़ हटाने का काम किया। आज की इस भीड़ को देखकर लगा की किराना फैलाने पर आमादा है।
बीती रात फुटकर किराना व्यापारी एसोसिएशन की तरफ से एक संदेश प्रसारित हुआ था जिसमें दोपहर 1 से 4 बजे तक गली, मोहल्लों और कालोनियों की किराना दुकानें  खोलने का फरमान था, बाकी के व्यापारियों को घर पहुंच सेवा के माध्यम से घर-घर तक किराने का सामान पहुंचाना था। इस संदेश पर कहीं भी प्रशासन की या पुलिस की सहमति का कोई नामोनिशान नहीं था,संदेश के प्रसारित होते ही इस पर सवाल उठ खड़े हुए थे शहर का जागरूक हल्का इस निर्णय पर सवाल कर रहा था कि मंदसौर खतरे के मुहाने पर खड़ा है, घरों में पर्याप्त किराना लोगों ने एकत्र कर लिया है, घर पहुंच सेवा की सुविधा प्रशासन दे रहा है बावजूद इसके कोरोना का पॉजिटिव मरीज मिलने के अगले ही दिन ऐसी क्या मजबूरी आन पड़ी कि बाजार खुलवाया जा रहा है। वह भी इतने लंबे समय के लिए कहीं यह किराना मंडी शहर वासियों की 21 दिनों की मेहनत पर पानी नहीं फिर दे? क्योंकि कोरोना का पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद तो और ज्यादा सावधानी बरतना थी ताकि मरीजों की संख्या बड़े नहीं। बावजूद इसके किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया पुलिस और प्रशासन ने इस संदेश पर मौन स्वीकृति दी और रविवार की दोपहर 1 बजे से पहले ही कई व्यापारी अपनी दुकानों पर पहुंच गए। दुकान खोल ली और इसके साथ ही दुपहिया वाहनों के माध्यम से लोगों की भारी भीड़ बाजार में उमड़ पड़ी खानपुरा, प्रतापगढ़ पुलिया,मंडी गेट, शुक्ला चौक से लेकर गली मोहल्लों तक की दुकानों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, सदर बाजार में भी लोग दुकान खोल कर बैठ गए, बस स्टैंड की भी दुुुकाने खुल गयी, यहां भी भीड़ लगने लगी। ऐसा लग रहा था कि यह बाजार  नही बल्कि मेला लग रहा है। लोग भी घरों से ऐसे निकल निकल कर आए जैसे किसी कैद से छूट कर निकले हो। बाजार में किराना  के लिए लगे इस मेले में ना तो कोई सोशल डिस्टेंसिंग थी और ना ही किसी और तरह की सावधानियां बरती जा रही थी। थोड़ी देर के लिए तो ऐसा लगा कि शहरवासियों की इतने दिनों की मेहनत पर पानी ना फिर जाए लेकिन चंद मिनटों बाद ही पुलिस सक्रिय हुई और तत्काल सदर बाजार की दुकानें बंद कराई ।बाजार की भीड़ को   सखती के साथ हटाया, गााडियो को जप्त  किया। बाजार में भीड़ की हालत यह हो गई कि पुलिस कप्तान से लेकर आरक्षक तक को सक्रिय होना पड़ा और काफी मशक्कत के बाद बाजार से भीड़ को हटाया जा सका।
प्रतिबंधित क्षेत्रों में भी खुल गई दुकाने
किराना दुकानों की हालत यह थी कि जिस क्षेत्र में कोरोना की पॉजिटिव मरीज मिली है उस गोल चौराहा रामटेकरी क्षेत्र में भी किराने की दुकानें खुल गई। बाद में इन्हें पुलिस ने बंद कराया। जबकि इस क्षेत्र में सुबह पुलिस पूरी सख्ती दिखा रही थी बावजूद इसके यहां भी किराने की दुकानें खुल गई हर तरफ बैरिकेट्स होने के बाद भी व्यापारी दुकानों तक पहुंच गए और ग्राहक भी यहां तक आ गए।
वाहन लेकर निकलने से भी नहीं माने लोग
पुलिस ने बाजार में वाहन लेकर निकलने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा रखा है बावजूद इसके किराना सामान लाने के नाम पर लोग दोपहिया वाहनों से बाजार में निकल पड़े। इनमें से कई लोग ऐसे थे जो केवल थैला लेकर किराना सामान लेने के बहाने से बाजार में तफरी करने के लिए निकले थे।ऐसे में पुलिस ने इन्हें रोका और इनकी गाड़ियों को जप्त किया। कई लोग ऐसे थे जिन्हें वास्तव में किराने का सामान चाहिए था खुद सामान उठाकर घर ले गए बस स्टैंड क्षेत्र में तो किराने का सामान का थैला सिर पर उठाकर महिलाओं को ले जाते हुए तक देखा गया।

भिक्षावृत्ति करने वाले लोगों को इकट्ठा कर डिगाव भेजा
पूरा शहर बंद होने के कारण शहर में भिक्षावृत्ति करने वाले लोग खूब इधर -उधर घूम रहे थे इनमें से कई दूसरे राज्यों के दिख रहे थे ऐसे में रविवार को पुलिस ने मिड़ इंडिया के समीप खाली जगह पर अपना डेरा बनाकर रह रहे इन लोगों को एकत्र किया और बस में बिठा कर डिगाव भेजा जहां पंचायत भवन में इनके रहने और खाने की व्यवस्था की गई।
प्रतिबंधित क्षेत्र में सब्जी की हुई व्यवस्था
प्रशासन बार-बार कह रहा है किसी भी आवश्यक चीज की किल्लत नहीं है लेकिन फिर भी कुछ लोग नहीं मान रहे हैं। गोल चौराहा, रामटेकरी और मेघदूत नगर क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव  मरीज का निवास होने के कारण प्रतिबंध लगाया गया है। लेकिन फिर भी प्रशासन ने यहां सब्जी और दूध की व्यवस्था कराई। पूरी सावधानी के साथ सब्जी विक्रेताओं को यहां सब्जी बेचने की छूट दी गई इसके अलावा दूध की भी व्यवस्था करवाई गई। सब्जी और दूध विक्रेता पूरी सुरक्षात्मक के पहनने के बाद ही इस क्षेत्र में प्रवेश हुए और अपना सामान बेचा।
Chania