Saturday, April 27th, 2024 Login Here
पिपलिया कृृषि मंडी में कांग्रेस प्रत्याशी गुर्जर ने की किसानों व व्यापारियों से मुलाकात मोदी सरकार की योजनाओं से संसदीय क्षेत्र रोशन हो रहा लाखों खर्च करने के बाद भी जलकुंभी नहीं हटी, अब नपा कर्मचारियों पर जिम्मा! दो साल से कागजों में उलझे अमृत -2 पर आचार संहिता का साया, छह महिने और करना होंगा इंतजार मंदसौर में कार में सवारों से एक करोड़ नगदी और तीन किलो चांदी पकडाई श्रृद्धा, समर्पण और भक्ति भाव से मनाया गया श्री हनुमान जन्मोत्सव भक्तों के दुःख दूर कर आरोग्य तीर्थ बन चुका है श्री हर्कियाखाल बालाजी का धाम मतदान से पहले कार्रवाहीं, 23 बदमाश तीन महिने के लिऐ जिलाबदर शिवना में नाइट्रोजन ज्यादा इसलिए फेल रही जल कुंभी.. बुनियादी संसाधनों का समग्र विकास भाजपा सरकार कर रही कार में बैठकर उतार रहे थे सट्टा, 9 सटोरिये गिरफ्तार, पांच करोड़ का हिसाब मिला मंदसौर की युवती के साथ रतलाम के कोचिंग संचालक ने किया दुष्कर्म मंदसौर नया रिकार्ड बनाऐ, डबल इंजन की सरकार करेंगी यहां विकास-सीएम डॉ यादव सीएम डॉ मोहन यादव ने मंदसौर में किया रोड शो, गांधी चौराहे पर जनसभा को भी संबोधित किया तैलीया तालाब पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट को सही माना एनजीटी ने

अब भिण्ड की जगह इंदौर उपपरिवहन आयुक्त कार्यालय में हुई पदस्थापना
मंदसौर निप्र। जिले के दो विधायकों यशपालसिंह सिसोदिया ओर देवीलाल धाकड़ की शिकायत पर मंदसौर से हटने वालें परिवहन अधिकारी ज्ञानेन्द्र वैश्य  एक ही दिन में  भिण्ड से इंदौर आ गये। उनका मंदसौर से भिण्ड हुआ तबादला आदेश निरस्त हो गया, अब उन्हें इंदौर में क्षेत्रिय उप परिवहन आयुक्त कार्यालय में पदस्थ किया गया।
उल्लेखनिय है कि  कोरोना के संक्रमण में मजदुरो को उनके आशियानो तक भिजवाने में हुए परिवहन घोटाले का मामला मिडिया की सुर्खियो में आने के बाद और मंदसौर जिले के दो विधायकों यशपालसिंह सिसोदिया ओर देवीलाल धाकड़ द्वारा तथ्यों के साथ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को शिकायत करने के 11 दिन बाद मंदसौर परिवहन अधिकारी ज्ञानेन्द्र वैश्य को कारण बताओं सूचना पत्र जारी किया गया ओर बाबू को निलंबित किया गया, इसके अगले दिन वैश्य का मंदसौर से भिण्ड तबादला किया गया लेकिन इसके एक ही दिन बाद भिण्ड से तबादला निरस्त होकर क्षेत्रिय उप परिवहन आयुक्त कार्यालय इंदौर में पदस्थ कर दिया गया। परिवहन अधिकारी को एक ही दिन में भिण्ड से इंदौर भेजे जाने को लेकर जनचर्चाओं का बाजार भी गर्म हो गया लोगों का कहना था कि प्रदेश में अफसर शाही कितना हावी हो रहीं है इसका उदाहरण है कि सत्ता पक्ष के दो विधायकों द्वारा तथ्यों के साथ शिकायत मुख्यमंत्री को करने के 10 दिन तक कोई कार्यवाहीं नहीं हुई। इसके बाद कारण बताओं सूचना पत्र दिया गया लेकिन सूचना पत्र का जवाब आने से पहले ही परिवहन अधिकारी ज्ञानेन्द्र वैश्य को मंदसौर से तबादला कर भिण्ड परिवहन अधिकारी के रूप में मैदानी पोस्टिग कर दी गई जबकी कारण बताओं सूचना पत्र में परिवहन अधिकारी द्वारा की गई अनियमितताओं को प्रारम्भिक जांच मे ंसही माना गया, उनके अनुमोदन के बाद किये गये भूगतान को भी रोका गया बावजूद इसके उन्हें एक जगह से हटाकर दूसरी मैदानी पोस्टिंग कर दी गई लेकिन एक ही दिन में यह आदेश भी बदल गया ओर गुरूवार को नया आदेश आ गया जिसमें ज्ञानेन्द्र वैश्य का भिण्ड किया गया तबादला आदेश निरस्त करते हुए उन्हें क्षेत्रिय उप परिवहन आयुक्त कार्यालय  इंदौर मे पदस्थ किया गया। हालांकि भिण्ड में उन्हें मैदानी पोस्टिग दी गई थी ओर इंदौर में इन्हें क्षेत्रिय उप परिवहन आयुक्त कार्यालय में पदस्थ किया गया है लेकिन भिण्ड से ज्यादा मलाईदार जगह इंदौर है ऐसे में उनका इंदौर में पदस्थ होना कई चर्चाओं को जन्म दे रह है।
Chania