Friday, April 26th, 2024 Login Here
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पशु हाट बाजार सहित भारी अनियमितता, वित्त मंत्री द्वारा शिकायत के बाद भी अब तक कार्यवाहीं नहीं

ग्राम पंचायत झार्डा में पशु हाट ठेके से लेकर पंचायत के संचालन तक भारी आर्थिक अनियमितताएं सामने आ रहीं है। ग्राम पंचायत ने आजादी के जश्न में केवल सवा लॉख रू की तो केवल नुकती बांट दी, गणतंत्र के जश्न में भी इसी तरह किया गया, नुकती के अलावा भोजन व अन्य खर्चे अलग से बताएं गये है।उधर हाट मामलें की शिकायत क्षेत्रिय विधायक एवं प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा किये जाने के बाद सीओं जिला पंचायत  ॠषव गुप्ता ने तीन सदस्यी कमेटी का गठन किया जिसे तीन दिन में अपनी रिर्पोट सौपनी थी लेकिन पंचायत ने कमेटी को भी कोई दस्तावेज अभी तक नहीं सौपे जिसके कारण जांच आगे नही बढ़ पाई उधर लॉखों की नुक्ती बांटने का नया मामला आ गया जिसमें अब जिला पंचायत को शिकायत का इंतजार है।
ग्राम पंचायत झार्डा में पशु हाट बाजार लगता है जिसका ठेका प्रतिवर्ष लॉखों रूपये में होता है। साल 2019-20 में भी यह ठेका साढें 47 लाख रूपये में हुआ था । लेकिन पंचायत पिछले कई सालों पंचायत आय-व्यय की जानकारी तक ग्रामीणों को उपलब्ध नहीं करा रहीं है ओर तो ओर जो रिकार्ड मांगने जाता है उसे रिकार्ड बारिश में खराब होने का हवाला देकर टाल दिया जाता है। बताया जाता है कि वर्ष 2019-20 में ठेका 47 लाख 86 हजार रू में हुआ था जिसमे ंसे 23 लाख 70 हजार रू की राशि प्राप्त हुई थी। इसके अलावा पंचायत द्वारा और भी कई अनियमितताएं की गई थी जानकारी यहां तक मिल रहीं है कि पंचायत द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान 49 हजार रूपये भोजन पर खर्च कर दिये ओर 50 और 30 हजार के बील नुकती के लगा दिये गये, दशहरे पर 1 लाख 20 हजार रूपये खर्च किये गये इसके अलावा 15 अगस्त आजादी के आंदोलन के उतसव पर 1 लाख 16 हजार रू की नुकती का वितरण बताया गया जबकी 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के जश्न में 1 लाख 53 हजार की नुकती और भोजन व अन्य खर्च अलग से दर्शाए गये है।
पिछले ग्रामीणों ने हाट में हुई अनियमितता की शिकायत प्रदेश के वित्त एवं वाणिज्य कर मंत्री एवं क्षेत्रिय विधायक जगदीश देवडा से की थी जिसके बाद उन्होंने जिला पंचायत को जांच के आदेश दिये थे इस पर सीओं जिला पंचायत ऋषव गुप्ता ने 15 जुलाइ को वित्त मंत्री श्री देवडा की शिकायत पर एक जांच कमेटी का गठन किया था जिसमें एमडीएम के प्रभारी अधिकारी प्रकाश गिरासे, प्रभारी अधिकारी वॉटर शेड मनोज मकवाना और सहायक लेखाधीकारी जनपद पंचायत मल्हारगढ़ रितेश मोदी को को सम्मिलित किया गया था। कमेटी को तीन दिवस में साप्ताहिक हाट बाजार की समग्र जांच कर रिर्पोट तीन दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये थे। आदेश के बाद जांच क मेटी जांच के लिये पहुंची भी लेकिन पंचायत ने कमेटी को भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराएं ओर एक हफ्ते का वक्त मांगा। इसी बीच दो दिन पहले नुकती सहित अन्य अनियमितताएं भी सामने आ गई। हालांकि वित्त मंत्री की शिकायत के बाद सीओं जिला पंचायत ऋषव गुप्ता के आदेश से हाट मामलें की जांच तो शुरू हो चूकी है जिसमें दस्तावेजों का इंतजार है लेकिन नुकती मामलें में शिकायत का इंतजार है।
उधर आश्चर्यजनक तो यह है कि ग्राम पंचायत ने लॉखों रूपएं का खर्चा बताया है लेकिन किसी भी खर्चे में पक्का बील नहीं है बल्कि केश मेमों के आधार पर ही सारे खर्चे कर दिये और अधिकांश बील भी एक ही होटल के है। ऐसे में आर्थिक अनियमितता की संभावना प्रबल होती दिख रहीं है। क्योंकि नियमानुसार यदि लॉखों की राशी खर्च होनी थी तो उसके लिये बकायदा निविदा इत्यादि की प्रकिृया को अपनाया जाता है। सक्षम कार्यालय से बड़े खर्चो की अनुमती ली जाती है लेकिन प्रारम्भिक तौर पर ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया है। जिसके चलते पंचायत में आर्थिक अनियमितता की बूं आ रहीं है।

हाट मामलें की अनियमितता की शिकायत मिलने के बाद जांच कमेटी का गठन किया है, जिसे तीन दिन में रिर्पोट पेश करनी थी लेकिन कमेटी को पंचायत से दस्तावेज नहीं मिले, दस्तावेज पेश करने के लिये एक हफ्ते का वक्त मांगा है। नुकती वाला मामला सौश्यल मिडिया पर ही देखा है,इसमें कोई शिकायत मिलती है तो कार्यवाहीं करेगें। लिखित शिकायत आने के बाद ही कार्यवाहीं संभव है।
ऋषव गुप्ता, सीओं जिला पंचायत

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