Friday, April 26th, 2024 Login Here
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी 30 मई गुरुवार को शाम 7 बजे राष्टपति भवन में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री के साथ कई मंत्री भी शपथ लेंगे। गौरतलब है लोकसभा चुनाव ने भाजपा ने स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया है। भाजपा को 303सीटें मिली है, जबकि एनडीए के साथ मिलाकर आंकड़ा 353 तक पहुंच गया है।
शनिवार को एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने राष्टपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया, जिसपर राष्टपति ने उन्हें पदनामित प्रधानमंत्री का पत्र सौंपा। इससे पहले एनडीए के प्रतिनिधिमंडल ने राष्टपति से मुलाकात कर नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुने जाने का पत्र राष्टपति को सौंपा था। इसके अलावा एनडीए के सभी घटक दलों ने अपने-अपने समर्थन पत्र भी राष्टपति को सौंपे। नरेंद्र मोदी को शाम को हुई एनडीए और भाजपा की संसदीय दल की बैठक में सर्वानुमति से नेता चुना गया। इसके बाद मोदी ने राष्टपति भवन जाकर महामहिम राष्टपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। इससे पहले भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में एनडीए के दल ने राष्टपति से मुलाकात की। इसके बाद संवैधानिक प्रक्रिया के तहत राष्टपति ने मोदी को पदनामित प्रधानमंत्री का पत्र सौंपा। इसके अलावा राष्टपति भवन से नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री मोदी को मंत्रिमंडल के गठन, उसके सदस्यों और शपथ समारोह की तिथि और समय की जानकारी देने को भी कहा गया है।
सरकार अपना काम तेज गति से बढ़ाएगी - राष्टपति द्वारा नव निर्वाचित प्रधानमंत्री का पत्र सौंपे जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश ने उन्हें प्रचंड जनादेश दिया है। जनादेश के साथ लोगों की अपेक्षाएं जुड़ी हुई है। सरकार आपकी अपेक्षाओं पूरी करेगी। सरकार अब अपना काम तेज गति से बढ़ाएगी। हम मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास होगा। मैं एनडीए के नेताओं का आभार प्रकट करता हूं।