Friday, May 3rd, 2024 Login Here
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय, मंत्री डंग, राम के किरदार गोविल, भी हुए सम्मिलित
मंदसौर जनसारंगी।
आस्था और श्रद्धा को प्रतिबंध का बेरिकेड्स नहीं रोक पाया। चुनरी यात्रा में लोगों में भारी उत्साह देखा गया। प्रशासन प्रतिबंध के बावजूद भारी संख्या में लोग चुनरी यात्रा में पहुंचे। महामंडलेश्वर मधुसूदनानंद के सानिध्य में मां चंबल को चुनरी ओढ़ाई गई। इसके बाद एक धर्मसभा का आयोजन भी हुआ। इस धार्मिक आयोजन में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, काबिना मंत्री हरदीपसिंह डंग और रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल भी शामिल हुए।
मंदसौर जिले के ग्राम बसई में चंबल नदी को चुनरी ओढ़ाने व चंबल को गंगा के समान दर्जा दिलाने को लेकर किए जा रहे हैं, कार्यक्रम में शनिवार सुबह से भारी संख्या में श्रद्धालु हुए। प्रशासन ने दो दिन पहले ही कार्यक्रम पर रोक लगाकर बसई से लेकर चंबल तक पांच से अधिक व्यक्ति के एक साथ एकत्र रहने पर प्रतिबंध लगा दिया था। उसके बाद तो लोगों का जोश और भी बढ़ गया। हालांकि प्रशासन ने कुछ लोगों को एकत्र कर चंबल नदी को चुनरी ओढ़ाने का कार्यक्रम सुबह ही करा लिया था। पर बसई में होने वाले कार्यक्रम पर कोई रोक नहीं लगवा पाए है। सुबह से ही क्षेत्र में पुलिस बल भी तैनात किया गया है वहीं कलेक्टर मनोज पुष्प व एसपी सिद्धार्थ चैधरी भी क्षेत्र में ही नजर रखे हुए थे।
उल्लेखनिय है कि कोरोना की आशंका व सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सीतामऊ से बसई तक चुनरी यात्रा सहित वहां होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों को लेकर 26 अगस्त को ही धारा 144 के कड़े प्रावधान कर दिए थे। इसके बाद लग रहा था कि प्रशासन इस पर सख्ती कर सकता है। और इधर आयोजक महामंडलेश्वर मधूसूदनानंदजी ने भी कहा था कार्यक्रम तो होगा पर कोरोना गाइड लाइन का पूरा पालन करेंगे। पर शनिवार को आस-पास के गांवों सहित पूरे जिले भर से उमड़ी भीड़ के आगे प्रशासन व पुलिस भी बेबस ही नजर आई। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी लोगों को रोकने के बजाय व्यवस्था बनाने में ही जुटे रहे। शनिवार को सुबह जल्दी ही प्रशासन ने आयोजकों को सहमत कर चंबल नदी को चुनरी औढ़ाने का कार्यक्रम करा लिया था। बाद में सीतामऊ से चंबल नदी तक सांकेतिक चुनर यात्रा भी निकाली गई।