Friday, May 3rd, 2024 Login Here
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किया विरोध, बोले आवागमन होगा प्रभावित
मंदसौर जनसारंगी।
 शहर में मुक्तिधाम होकर शिवना पुल के नीचे से अलावदाखेड़ी तरफ जाने वाले मार्ग को रेलवे ने बंद करने का फैसला कर लिया है। मिड इंडिया अंडरब्रिज से आवागमन चालू होते ही इस रोड को बंद कर दिया जाएगा। जनवरी के बाद कभी भी इस रेलखंड में दोहरीकरण का काम भी शुरू हो जाएगा। इसमें शिवना नदी पर नया ब्रिज बनने सहित अन्य कार्य भी होंगे। तब कोई दुर्घटना नहीं हो इसके लिए भी मार्ग को बंद किया जाएगा। अब इस मार्ग से होने वाला यातायात मिड इंडिया अंडरब्रिज से होकर कर्मचारी कालोनी से अलावदाखेड़ी तरफ होकर जाएगा। हालांकि कुछ भूमाफिया इस क्षेत्र में कालोनी काटकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि मार्ग बंद नहीं होगा। वहीं इस फैसले को लेकर बोहराखेड़ी के लोग कलेक्टर के नाम आवेदन सौंपने पहुंचे। जिसमें कहा गया कि रास्ता बंद होने से आवागमन प्रभावित होगा।
रेलवे ने पहले भी शिवना पुल के नीचे से जा रहे अलावदाखेड़ी रोड पर रोक लगाई थी। यह रोड भी बाद में ही बनाया गया था। पूर्व में अलावदाखेड़ी तरफ जाने वाला मार्ग मिड इंडिया रेलवे फाटक होकर वर्तमान कर्मचारी कालोनी में से ही जाता था। रेलवे द्वारा कभी भी अनुमति नहीं देने के चलते ही रेलवे की सीमा में रोड को पक्का भी नहीं किया गया है। पूरे वर्ष रेलवे सीमा के मार्ग पर गड्ढे और उनमें गंदा पानी भरा रहता है। अब जनवरी के बाद कभी भी नीमच-रतलाम रेलखंड का दोहरीकरण शुरू हो जाएगा। इस दौरान यहां एक नया ब्रिज बनेगा। एक नई लाइन के लिए भी काम चलेगा। ऐसे में आवागमन करने वाले लोगों को दुर्घटना से बचाने के लिए भी मार्ग को बंद किया जा रहा है।
बिना अनुमति चल रहा था मार्ग
रतलाम रेलमंडल डीआरएम ने भी स्पष्ट कर दिया है कि अलावदाखेड़ी मार्ग अब बंद किया जाएगा। यह इतने वर्षों से बिना अनुमति ही चल रहा था। यहीं वजह है कि रेलवे ने कभी भी अपनी सीमा में पक्की सडक़ भी नहीं बनाने दी है। शहर के मुक्तिधाम से अलावदाखेड़ी, अलावदाखेड़ी होकर ग्राम ढिकोला तक यह मार्ग जाता है। इन सभी लोगों को अब मिड इंडिया अंडरब्रिज वाले रास्ते से होकर आना होगा।
3100 रुपए वर्गफीट में बिक रहे प्लाट
अलावदाखेड़ी रोड के बंद होने की अभी तक अफवाहें ही थी पर अब रेलवे ने पूरी तरह से इसकी पुष्टि कर दी है। इससे उन लोगों को सतर्क हो जाना चाहिए। जिनको प्रापर्टी दलाल व भूमाफिया गलत जानकारी देकर इस क्षेत्र की कालोनियों में 3100 रुपये वर्गफीट तक प्लाट बेच रहे हैं। जबकि यह मार्ग बंद होने के बाद मिड इंडिया अंडरब्रिज ही एकमात्र रास्ता होगा जिसकी हाइट महज 10 से 12 फीट रहेगी।
कॉलोनाईजर को फायदा पहुंचाने के लिए बर्बाद किए सवा करोड़
यह बात नगर पालिका के जिम्मेदारों को भी पता थी कि रेलवे ने अलावदाखेड़ी रोड बंद करने का निर्णय ले लिया है। इसके बाद भी शांतनु विहार से अलावदाखेड़ी रोड तक निजी जमीन पर 1.23 करोड़ रुपये लगाकर सीसी रोड बनवाई है। निजी जमीन के दोनों तरफ अब जाकर कालोनियां कट रही है। कालोनाइजर को फायदा पहुंचाने के लिए पहले ही नगर पालिका ने इतना महंगा रोड बनाया है। जबकि शहर की वर्षों पुरानी कालोनियों में लोग सडक़ों के लिए तरस रहे हैं।
ग्रामीणों ने दिया कलेक्टर को आवेदन
मार्ग बंद नहीं करने की मांग को लेकर बेाहराखेड़ी के लोगों ने कलेक्टर को आवेदन दिया। जिसमें कहा गया कि आने जाने के लिए रास्ता ओवरब्रिज से दिया जाएगा। जबकि अलावदाखेड़़ी, बोहराखेड़ी, चिकल्या, ढिकोला, भूखी के लोग बरसात के समय को छोडकर इसी रास्ते से आवागमन करते हैं। रास्ता बंद होने से मंदसौर की दूरी दो से तीन किलोमीटर बढ़ जाएगी। इसलिए रास्ते को बंद करने का निर्णय वापिस लेना चाहिए।
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Chania