Monday, May 6th, 2024 Login Here
जावरा के कुंदन कुटीर बालिका गृह में बच्चियों के यौन शोषण मामले में अब नया मोड़ आ गया है। मंगलवार को राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों ने बालिका गृह का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि बच्चियों को प्रताड़ित करने की बात तो सामने आ रही है लेकि न दुष्कर्म जैसा कु छ नहीं हुआ है। मेडिकल में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।
मालूम हो कि 24 जनवरी को बालिका गृह से पांच लड़कि यों के भागने व मंदसौर में बरामद होने के बाद प्रशासन ने जावरा एसडीएम से मजिस्टीयल जांच करवाई थी। इसमें बालिका गृह में बालिकाओं के साथ मारपीट, समय पर खाना नहीं देने व यौन शोषण का हवाला दिया गया। इसके बाद बालिका गृह की पूर्व संचालिका रचना भारतीय, उनके पति ओमप्रकाश भारतीय, बालिका गृह सोसायटी के वर्तमान अध्यक्ष संदेश जैन, सचिव दिलीप बरैया के खिलाफ दुष्कर्म, पॉक्सो, मारपीट करने आदि धाराओं में प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया था। मामले में बालिका गृह की वर्तमान संचालिका हंसा पाठक, पूर्व संचालिका नेहा सिसौदिया को भी गिरफ्तार कि या गया है। रचना व ओमप्रकाश को सोमवार को रिमांड पर लेने के बाद बालिका गृह में लगे सीसीटीवी कै मरे के डीवीआर का पासवर्ड को लेकर पूछताछ की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाल आयोग दल सदस्य ब्रजेश चौहान, द्रविंद मौरे, आशीष कपूर ने कलेक्टर रुचिका चौहान व एसपी गौरव तिवारी से अभी तक की गई कार्रवाई की जानकारी ली।
राज्य शासन को देंगे रिपोर्ट - सर्किट हाउस पर सदस्य ब्रजेश चौहान ने कहा कि पूरे मामले में दुष्कर्म की घटना की पुष्टि नहीं हुई है लेकि न बच्चियों के साथ खराब व्यवहार, प्रताड़ना की बात सामने आई है। महिला व बाल विकास विभाग की गंभीर लापरवाही भी दिख रही है। राज्य शासन को इस संबंध में रिपोर्ट देंगे। इधर पुलिस ने पूर्व अधीक्षिका नेहा सिसौदिया को मंगलवार को कोर्ट में पेश कि या, जहां से उसे एक दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। मामले में एसपी गौरव तिवारी ने कहा कि लड़कि यों की मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।