Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
अगले माह सोना चांदी खरीदने वालों को ज्यादा रुपया देना पड़ सकता है। इसका कारण है सोने चांदी पर जीएसटी चुकाना। इसका कारण है सोना-चांदी पर जीएसएटी बढऩा। नया स्लैब अगले महीने से लागू होने की संभावना जताई जा रही है।अभी सोने और चांदी की ज्वेलरी पर 3 फीसदी जीएसटी लगता है। जीएसटी फिटमेंट कमेटी ने इसे 2 फीसदी बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया है। यानी जीएसटी आगामी दिनों में बढक़र 5 फीसदी हो जाएगा। शहर में 5 करोड़ रुपए का कारोबार रोज होता है। अभी तीन फीसदी पर रोज 15 लाख रुपए का जीएसटी चुकाना पड़ता है। अब यह बढक़र 5 फीसदी हो जाएगा। इससे रोज 25 लाख रुपए जीएसटी लगेगा।इससे उपभोक्ताओं पर 10 लाख रुपए का भार पड़ेगा। दीपावली के बाद शादियों का सीजन शुरू हो गया है। इससे बाजार में अच्छी ग्राहकी है। चूंकि लग्नसरा ज्यादा हैं। इससे आगे भी अच्छी खरीदारी होने की संभावना है। ऐसे में यदि जीएसटी बढ़ाया जाता है तो शादियों में भी महंगा सोना खरीदना पड़ेगा।
चार साल पहले थे दो टेक्स
ज्वेलरी पर पहले 2 तरह के टैक्स लगते थे। पहला एक्साइज और दूसरा वैट। 4 साल पहले ज्वेलरी पर जीएसटी लागू कर दिया। इससे 2017 से सिर्फ जीएसटी ही लग रहा है। 4 साल से 3 फीसदी जीएसटी ही लग रहा था। अब स्लैब बढ़ाने की तैयारी है। इससे सराफा बाजार में इसकी चर्चा शुरू हो गई है।
ऐसे समझें गणित
यदि कोई उपभोक्ता एक लाख रुपए की ज्वेलरी खरीदता है तो अभी जीएसटी का स्लैब 3 फीसदी है तो 3 हजार रुपए टैक्स लगता है। अब जीएसटी का स्लैब 5 फीसदी करने की तैयारी है। एक लाख की ज्वेलरी खरीदने पर 5 हजार रुपए तक टैक्स के रूप में देना होंगे। यानी स्लैब बढऩे से अभी के मुकाबले 2 हजार रुपए ज्यादा चुकाना होंगे।