Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
एनडीपीएस के अधिकांश मामलों में कैरियर ही पकड़ में आते हैं। कई मामलों में मुख्य आरोपियों की तलाश सालों से अधूरी है। हाल ही में भी कई मामले सामने आए है। जिसमें आरोपी फरार चल रहे हैं। पुलिस के अनुसार २४७ ऐसे आरोपी है। जो एनडीपीएस एक्ट में फरार चल रहे हैं।
मुख्य तस्कर बहुत कम तस्करी के लिए स्वयं स्वयं अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करते हैं। वे केरियर का अधिक उपयोग करते हैं। इन केरियर को वे तस्करी के लिए 15000 से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक देते हैं। इसकी पुष्टि भी पुलिस अधिकारियों द्वारा की आरोपियों से पूछताछ में हुई है।पुलिस अधिकारियों के अनुसार एमडीएमए, स्मैक, हेरोईन ड्रग महंगे ड्रग है। एमडीएमए ड्रग एक सिंथेटिग ड्रग है। इसका चलन इंदौर मुंबई जैसे बड़े शहरों में अधिक है। जिले में दोनों बड़े शहरों की कनेक्टिविटी सडक़ और ट्रेन मार्ग से अच्छी है । इसको आसानी से छुपाया जा सकता है इसकी कम मात्रा में ही अधिक नशा होता है और इस ड्रग की तस्करी से रुपया का फायदा भी अधिक होता है। इसलिए तस्करों के द्वारा ड्रग को बड़े शहरों में सबसे अधिक खपाया जाता है और इसमें की तस्करी भी इंदौर मंदसौर मुंबई रूट पर की जा रही है। कई बार बड़ी लाइन से जुड़े सुवासरा शामगढ़ गरोठ भानपुरा पुलिस थाने ने इसमें के मामले दर्ज किए हैं।