Friday, May 3rd, 2024 Login Here
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मंदसौर। विभिन्न प्रकार के अपराधिक घटनाओं में बरामद किए जाने वाले कीमती सामानों को पुलिस चौकी और थानों के मालखानों में रखने की व्यवस्था की जाती है। प्रकरण के निपटारे तक इसे सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी संबंधित थाना प्रभारी की होती है। इधर जिले की बात करें तो लंबे समय से मालखानों के भौतिक सत्यापन में सिर्फ कागजी खानापूर्ति की जा रही है।  सूत्रों की मानें तो कई थाना में मालखानों में माल का गणित गड़बड़ है। अगर उच्चाधिकारी या अन्य जिले के पुलिस अधिकारी से मालखानों की जांच की जाए तो कई थाना प्रभारी सवालों के घेरे में आ सकते हैं।
मालखाना में अलग-अलग श्रेणी के सामान, बरामदगी का स्थान, मूल्य और उससे जुड़े अन्य तथ्यों के संबंध में पहले से ही जानकारी शामिल की गई होती है। इस सिलसिले में किये जाने वाले अनुसंधान और प्राप्त नतीजों के आधार पर कुछ सामान वास्तविक मालिक के सुपूर्द किये जाते है, जबकि अन्य स्थिति में इन्हें शासन के कोष में जमा करा दिया जाता है। पुलिस के द्वारा जिन प्रकरणों में इस तरह के सामान बरामद या जप्त किया जाता है वे अगली प्रक्रिया तक मालखाना में सही सलामत स्थिति में रहे, यह जिम्मेदारी थाना प्रभारी के साथ मालखाना प्रभारी की होती है। इसलिए ऐसे मामलों को काफी गंभीरता से लिया जाता है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में मालखानों का भौतिक सत्याप समय समय पर किया जाता है। मंदसौर जिले में मालखानों का सत्यापन समय समय पर किया जा रहा है। लेकिन इसमें सिर्फ कागजी खानापूर्ति हो रही है। सूत्रों की माने तो कुछ थानों के मालखानों में माल का गणित बिगड़ा हुआ है। अगर एसपी या कोई अन्य उच्चाधिकारी या अन्य जिले के पुलिस अधिकारी जंाच करें तो कुछ थानों में बड़ा खेल सामने आ सकता है।
जेवरातों के सत्यापन के लिए यह व्यवस्था
मालखाना में कई तरह के सामान रखे जाते हैं। इनमें मंहगे और एवरेज सामान शामिल होते हैं। जो व्यवस्था बनी हुई है, उसमें सोने-चांदी के जेवरातों के सत्यापन के लिए सोनार के जरिये तय कराया जाता है कि जेवरात असली है या नहीं। इनमें किसी का फेरबदल तो नहीं हुआ है। जबकि रूपये-पैसे और अन्य मामलों का सत्यापन अधिकारी के समक्ष किया जाता है।
पूरी जिम्मेदारी टीआई की
मालखाने लेकर पूरे थाने की जिम्मेदारी थाना प्रभारी की होती है। मालखाने के रिकॉर्ड के लिए एक रजिस्टर मेंटने किया जाता है। जिसमें न्यायालय मेें जमा माल या डिस्पोजल किए गए माल की पूरी जानकारी होती है। अगर मालखाने के माल में कोई हेराफेरी होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी भी थाना प्रभारी की होती है।

Chania