Friday, May 3rd, 2024 Login Here
बालक को जिला अस्पताल के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया है।
मंदसौर जनसारंगी। रतलाम जिले में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। जिले के सैलाना थाना क्षेत्र के ग्राम खेड़ी दिवेल में कोई नवजात शिशु (बालक) को जीवित हालत में कड़कड़ाती ठंड में बुधवार रात में गेहूं के खेत पर लावारिस छोड़ कर चला गया। बालक को लावारिस छोड़ने वाले पुरुष या महिला का पता नहीं चला है। पुलिस ने बालक को जिला अस्पताल के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। तीन माह में बच्चा फेकने की यह दूसरी घटना है। इसके पहले नामली थाना क्षेत्र के भड़वासा फंटे के पास कोई नवजात शिशु को जीवित हालत में छोड़ गया था। इस मामले में भी बच्चे को लावारिस छोड़ने वाले का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
जानकारी के मुताबिक बुधवार रात करीब सवा दस बजे कुछ किसान अपने खेत की ओर जा रहे थे, तभी भेरूलाल धाकड़ के गेहूं के खेत से बालक के रोने की आवाज उन्हें सुनाई दी। वे आवाज सुनकर इधर उधर देखने लगे। जहां से आवाज आ रही थी वहां जाकर देखा तो नवजात बालक चादर मे ढका हुआ दिखाई दिया। राजेश धाकड़ ने डायल हंड्रेड को फोन लगाया। साथ ही सैलाना थाना प्रभारी जितेंद्रसिंह कनेश तथा धामनोद चौकी प्रभारी आशीष पाल को भी मोबाइल फोन पर सूचना दी। डायल हंड्रेड पर तैनात आरक्षक अनिल डोडियार पायलट गोपाल उपाध्याय के साथ खेत पर पहुंचे व बालक को उठाया। इसी बीच सैलाना थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह कनेश, सब इंस्पेक्टर मनोज पाटीदार, धामनोद चौकी प्रभारी आशीष पाल तथा प्रधान आरक्षक लक्ष्मण सूर्यवंशी भी मौके पर पहुंचे और बालक को 108 की मदद से चिकित्सालय पहुंचाया।
डा. नावेद क़ुरैशी ने नईदुनिया को बताया कि सर्दी में काफी देर पड़ा रहने से बालक को ठंड लग गई है। वह कड़क हो गया था, उसको निमोनिया जैसी शिकायत हो गई है। उसका वजन दो किलो है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। उसका इलाज किया जा रहा है। थाना प्रभारी जितेंद्रसिंह कनेश ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ धारा 317 में प्रकरण दर्ज कर क्षेत्र के लोगों से जानकारी ले रहे हैं।