Friday, May 3rd, 2024 Login Here
*संत श्री दशरथानंदजी के श्रीमुख से हो रही श्री गौभक्त माल कथा का आज होगा विराम*
मंदसौर
। खानपुरा स्थित श्री रामानुज कोट मंदिर में श्री गौभक्त माल कथा के छठवेे
दिन परम पूज्य संत श्री दशरथानन्द सरस्वती महाराज कहा कि गौमाता साक्षात्
भगवत स्वरूपा है लेकिन इसे अब आवारा पशु कहने का अपराध किया जा रहा है, इस
पशु बुद्धि को मानव मस्तिक से निकाले जाने की आवश्यकता है क्योंकि गौमाता
कामधेनु होती है वह सबकुछ देने का सामर्थ्य रखती हैं। जिस दिन पशु बुद्धि
मानव बुद्धि से निकल जाऐ और धरती पर एक बुंद भी गौमाता के रक्त की नहीं
गिरेगी उस दिन सतयुग आ जाऐगा और इस सृष्टि का स्वरूप ही बदल जाऐगा। रविवार
को श्री गौ भक्तमाल कथा में बगलामुखी पीठ खाचरोद के पीठाधीश्वर पूज्य
स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज ने भी कथा श्रवण कर व्यास पीठ की पूजा
अर्चना की।
कथा श्रवण कराते हुए श्री दशरथानन्द सरस्वती महाराज
ने कहा कि आज जितनी भी अनावृष्टि ,अतिवृष्टि आदि प्राकृतिक आपदाएं आ रही है
उसका एकमात्र कारण है गौ हत्या । यदि इस धरती से गौवंश लुप्त हो जाएगा
समझो उस दिन धरती पर प्रलय आ जायेगा। हमारा दुर्भाग्य है कि जिस गौमाता में
33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है वही गौमाता आज जूठन, कचरा बिनकर खाने
को मजबूर है। महाराज श्री ने कहा कि आजादी से पूर्व देश में जितने भी राजा
महाराजा हुए हैं उन्होंने ऋषि मनीषियों की आज्ञा का पालन करते हुए राज
किया उनका कभी पतन नहीं हुआ और उनके राज्य में प्रजा हमेशा खुश रही, सुखी
रही परंतु इसके विपरीत जिन्होंने गुरु आज्ञा , शास्त्रों की आज्ञा का
उल्लंघन किया उनका राज ओर वंश समाप्त हो गया और ना ही प्रजा सुखी रही ।
इसलिए गुरु का जीवन में होना नितांत आवश्यक है लेकिन इस बात का भी ध्यान
रखा जाए कि पानी पियो छान कर और गुरु करो जानकर यदि किसी के जीवन में गुरु
नहीं है तो उसे गौ माता को गुरु मान लेना चाहिए।
कथा
प्रारम्भ से पूर्व प्रातः शुभबेला में गौमाता पूजन अर्चन रामानुज कोट
मन्दिर के पंडित सुदर्शन आचार्य एवं पंडित सूर्यप्रकाश शर्मा के आचार्यत्व
में पंकज कृष्णचन्द्र चिचानी परिवार एवं रामानुज कोट गोष्टि मण्डल द्वारा
की गई। आयोजन समिति के अध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल ने 27 दिसम्बर सोमवार को
सप्त दिवसीय कथा विराम की जानकारी से अवगत कराया।
रविवार को
पोथी पूजन एवं आरती खाटू श्याम मन्दिर के अध्यक्ष श्री शिवकरण प्रधान
गुरुजी, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संपर्क प्रमुख गुरुचरण बग्गा,
जिलाध्यक्ष प्रदीप चौधरी, जिला मंत्री हेमंत बुलचंदानी, नगर अध्यक्ष
कन्हैयालाल सोनगरा , जिला सेवा प्रमुख विनोद जाट, जिला कोषाध्यक्ष नवनीत
पारीक, नगर उपाध्यक्ष किशोर कोठारी समाजसेवी डॉ कुशल शर्मा , रविन्द्र
पांडेय,राजू भाई चंदवानी ,जगदीश काबरा, रमेश काबरा , ओम प्रकाश मित्तल, ओम
प्रकाश गोयल ,बंशीलाल टांक, मंगल बैरागी , अजय भाटी, राजेन्द्र चाष्टा
सहित बड़ी संख्या में भक्तों ओर मातृशक्ति ने की।आज का प्रसाद श्री कृष्णचंद
चिचानी एवं देवीलाल खत्री परिवार की ओर से वितरीत किया गया।
*बगलामुखी पीठ के पीठाधीश्वर कृष्णानंद जी महाराज ने गौमाता की पूजा कर कथा श्रवण की*
गौमाल
कथा के छठवे दिन बगलामुखी पीठ खाचरोद के पीठाधीश्वर पूज्य स्वामी श्री
कृष्णानंद जी महाराज ने भी गौमाता की पूजन-अर्चन कर कथा श्रवण की। इस अवसर
पर आपने कहा कि धर्मशास्त्र के विरुद्ध जितना भी प्रचार प्रसार हो रहा है
उसका एकमात्र कारण है हमारे सनातन धर्म के प्रति अज्ञानता । वास्तव में
सनातन धर्म पर जो आज आक्षेप लग रहे हैं उसका मुख्य कारण हमारी प्रारंभिक
शिक्षा में कमी होना ही है। महाराज श्री ने कहा कि किसी भी आयोजन के प्रति
भाव सुंदर है तो व्यवस्था सुंदर होती है गौकथा के पीछे आयोजन समिति के
सुंदर भाव अच्छे थे कि उसी का परिणाम है कि कथा सानंद संपन्न हो रही है।
*अनेक संस्थाओं द्वारा किया जाऐगा सम्मान*
सप्त
दिवसीय गौमाल कथा का आज 27 दिसम्बर सोमवार को विराम होगा। आयोजन समिति के
अध्यक्ष नरेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि इस अवसर पर संध्या 4 बजे व्यास पीठ
पर विराजित संत श्री दशरथानंदजी सरस्वती महाराज का नगर की अनेक सामाजिक,
धार्मिक संस्थाओं द्वारा सम्मान किया जाऐगा। आपने नगर की धर्मप्रेमी जनता
से अनुरोध किया कि आज कथा विश्रांति अवसर पर उपस्थित होकर धर्मलाभ प्राप्त
करें।