Friday, May 3rd, 2024 Login Here
कहा- जब तक वैकल्पिक व्यवस्था ना हो तब तक वहीं रहने दिया जाऐ
मल्हारगढ़ जनसारंगी।
सरकारी जमीन पर सालों से रह रहे परिवार को हटाने पर एसडीएम के पैर तक पकड़ लिए थे इसके बाद मामला मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर के पास पहुंचा जहां मल्हारगढ के कनघट्टी के पीड़ित परिवार ने गुहार लगाई जिस पर कलेक्टर ने परेशानी सुनकर तहसीलदार को निर्देश दिए कि परिवार को वैकल्पिक व्यवस्था करने के बाद से वहा से हटाया जाऐ।
मामला मल्हारगढ़ तहसील के ग्राम पंचायत कनघट्टी का है। गांव की सरकारी जमीन पर कई साल से एक परिवार रह रहा था। इस जमीन पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने को लेकर ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव बनाकर राजस्व विभाग को झोपड़ी हटाने का आवेदन दिया था। आवेदन के बाद टीम ने अतिक्रमण हटा दिया। आशियाना नहीं टूटे इसलिए महिला ने अधिकारियों के सामने हाथ तक जोड़े। उन्होंने 5 दिनों की मोहलत मांगी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सामान निकालकर टीम ने घर तोड़ दिया। मामला गर्माया तो पंचायत ने परिवार की अस्थाई व्यवस्था गांव के मांगलिक भवन में कर दी।
कलेक्टर गौतम सिंह का कहना है कि एक परिवार आया था। वह सरकारी जमीन पर बना उनका घर अतिक्रमण कार्रवाई में हटाने की बात कह रहा था। उसने बताया कि लंबे समय से वह वहीं पर रहा रहा है। मैंने निर्देश दिए हैं कि आवासीय इकाइयों को तब तक नहीं छुआ जाए, जब तक की संबंधित के पास कोई वैकल्पिक व्यवस्था न हो जाए। परिवार के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के बाद ही विस्थापित किया जाएगा। वहीं, तहसीलदार वंदना हरित का कहना है कि परिवार को हमने नहीं हटाया, वह खुद ही वहां से हटे हैं। हम परिवार से बात कर रहे हैं।