Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर। सीआरपीएफ में 20 साल की सेवा देने के बाद रिटायर होने पर सैनिक कन्हैया लाल धाकड़ का ग्राम धमनार और दलोदा में भव्य स्वागत हुआ।
ग्राम धमनार के धाकड़ परिवार में जन्मे कन्हैया लाल धाकड़ 20 वर्ष पूर्व 2003 में सीआरपीएफ के जवान के तौर पर सिलेक्ट हुए और देश की सेवा में गांव छोड़कर चले गए। पिता रामप्रताप रावले की दो संताने हैं ।जिनमें छोटी संतान कन्हैयालाल धाकड़ को भेजकर वे काफी खुश थे ।माता रामप्रसादी बाई ने भी अपने जिगर के टुकड़े को देश की सेवा खुशी खुशी विदा किया। कन्हैया लाल धाकड़ नीमच, छत्तीसगढ़, मणिपुर और जम्मू कश्मीर में नौकरी करते रहे। वे साल भर में एक बार हफ्ते भर की छुट्टियां बिताने के लिए अपने गांव धमनार आते थे ।जम्मू कश्मीर में सेना की नौकरी में रहकर उन्होंने दो अवार्ड भी जीते। रिटायर होने के बाद आज वे जब वापस अपने गांव लौटे तो ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। सुबह 8:30 बजे सीआरपीएफ की गाड़ी उन्हें दलौदा चौपाटी तक छोड़ कर गई। इसके बाद ग्राम पंचायत दलोदा के अलावा जिला पंचायत सदस्य विजय सुराना और भाजपा नेताओं ने दलौदा चौपाटी पर उनका स्वागत किया। इसके बाद दलोदा नगर में उनका जुलूस निकाला गया ।इसके बाद ग्राम पंचायत धुंधडका मैं जनपद अध्यक्ष बसंत शर्मा और भाजपा मंडल अध्यक्ष जीवन शर्मा की अगुवाई में ग्राम पंचायत धुंधडका ने भी सैनिक का भव्य स्वागत किया। इसके अलावा ग्राम पंचायत निपानिया, बड़वन और गुलियाना ने भी गुलियाना फाटे पर स्वागत किया। धमनार पहुंचने के बाद ग्राम वासियों ने ढोल धमाके से सैनिक का गांव में जुलूस निकाला और जगह-जगह हार फूल पहनाकर उनका स्वागत किया गया। Initial Content was in this textarea
ग्राम धमनार के धाकड़ परिवार में जन्मे कन्हैया लाल धाकड़ 20 वर्ष पूर्व 2003 में सीआरपीएफ के जवान के तौर पर सिलेक्ट हुए और देश की सेवा में गांव छोड़कर चले गए। पिता रामप्रताप रावले की दो संताने हैं ।जिनमें छोटी संतान कन्हैयालाल धाकड़ को भेजकर वे काफी खुश थे ।माता रामप्रसादी बाई ने भी अपने जिगर के टुकड़े को देश की सेवा खुशी खुशी विदा किया। कन्हैया लाल धाकड़ नीमच, छत्तीसगढ़, मणिपुर और जम्मू कश्मीर में नौकरी करते रहे। वे साल भर में एक बार हफ्ते भर की छुट्टियां बिताने के लिए अपने गांव धमनार आते थे ।जम्मू कश्मीर में सेना की नौकरी में रहकर उन्होंने दो अवार्ड भी जीते। रिटायर होने के बाद आज वे जब वापस अपने गांव लौटे तो ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। सुबह 8:30 बजे सीआरपीएफ की गाड़ी उन्हें दलौदा चौपाटी तक छोड़ कर गई। इसके बाद ग्राम पंचायत दलोदा के अलावा जिला पंचायत सदस्य विजय सुराना और भाजपा नेताओं ने दलौदा चौपाटी पर उनका स्वागत किया। इसके बाद दलोदा नगर में उनका जुलूस निकाला गया ।इसके बाद ग्राम पंचायत धुंधडका मैं जनपद अध्यक्ष बसंत शर्मा और भाजपा मंडल अध्यक्ष जीवन शर्मा की अगुवाई में ग्राम पंचायत धुंधडका ने भी सैनिक का भव्य स्वागत किया। इसके अलावा ग्राम पंचायत निपानिया, बड़वन और गुलियाना ने भी गुलियाना फाटे पर स्वागत किया। धमनार पहुंचने के बाद ग्राम वासियों ने ढोल धमाके से सैनिक का गांव में जुलूस निकाला और जगह-जगह हार फूल पहनाकर उनका स्वागत किया गया। Initial Content was in this textarea