Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर। अतिक्रमण से लेकर यातायात व्यवस्था तक शहर के हालात खराब है। मुख्य मार्ग पर स्थिति ऐसी है कि दुकानदारों ने अपनी दूकान से ज्यादा अतिक्रमण कर रखा है, उससे आगे ठेले वाले और फुटपाथ पर व्यापार करने वाले बैठे है। ऐसे में जब गुरूवार को कलेक्टर-एसपी पूरे दल-बल के साथ सड़क पर उतरे तो लगा शायद अब शहर अतिक्रमण से पूरी तरह से मुक्त हो जाऐगा, शहर के यातायात में सुधार आऐगा लेकिन यह मुहिम एक दिन बाद ही समझाईश पर आकर थम गई। शुक्रवार को कहीं भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया, कलेक्टर-एसपी जरूर शहर के दौरे पर निकले लेकिन व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने के लिए केवल समझाया।
गुरूवार को मंदसौर क्षेत्र के मुख्य बाजार से अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया गया था, कलेःटर दिलीप कुमार यादव और एसपी अनुराग सुजानिया ने इस अभियान का साथ रहकर नेतृत्व किया जिससे लग रहा था कि लंबे समय बाद जिले के प्रशासनिक और पुलिस मुखिया सड़क पर अतिक्रमण हटाने के अभियान पर निकले है तो शहर की सड़कों से अवैध अतिक्रमण हट जाऐगा। लेकिन अगले ही दिन मुहिम पूरी तरह से थमी हुई दिखाई दी। सुबह व्यापारियों ने बाजार में अपना सामान नहीं फैलाया लेकिन जब दोपहर तक पता लगा कि आज किसी तरह की मुहिम नहीं चल रहीं तो फिर से सड़क पर सामान फैलने लगा था। हालांकि फुटकर व्यापारी मुहिम से घबराऐ हुए थे जिसके कारण फैरी लगाने वाले और ठेले वाले सड़क किनारे हीं खड़े रहे लेकिन व्यापारियों का अतिक्रमण पूरी तरह से सड़क पर मौजूद था।
नगर सेवा बिगाड़ रहे यातायात- मंदसौर शहर में अतिक्रमण के साथ ही यातायात व्यवस्था भी बदहाल है। मुख्य मार्ग पर यातायात की बिगड़ी स्थिति तो लग रहा है मंदसौर में यातायात है हीं नहीं, बिगड़ी व्यवस्थाओं में सबसे ज्यादा नगर सेवा टेम्पों योगदान दे रहे है इसके साथ ही पार्किग स्थलों का अभाव भी जिम्मेदार बताया जा रहा है। शहर के मुख्य मार्ग घंटाघर से पोस्ट ऑफिस की तरह जाने वाले मार्ग पर टेम्पों रूक रहे है वह भी एक नहीं बल्कि मोढ़ से लेकर चौराहे तक दो-से तीन टेम्पों एक साथ खड़े होकर सवारियों का इंतजार कर रहे है। हालत यह है कि यहां से दुपहिया वाहन चालक तक को जाने की जगह नहीं बच रहीं है, पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा है। इसके साथ ही कालाखेत में होटल नीलम से आगे दयामंदिर मार्ग पर भी यहीं स्थिति है। इसके साथ ही पूरे बाजार में कहीं भी पार्किग के लिए जगह चिन्हित नहीं है जिसके कारण यातायात बदहाल हो रहा है।
गुरूवार को मंदसौर क्षेत्र के मुख्य बाजार से अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया गया था, कलेःटर दिलीप कुमार यादव और एसपी अनुराग सुजानिया ने इस अभियान का साथ रहकर नेतृत्व किया जिससे लग रहा था कि लंबे समय बाद जिले के प्रशासनिक और पुलिस मुखिया सड़क पर अतिक्रमण हटाने के अभियान पर निकले है तो शहर की सड़कों से अवैध अतिक्रमण हट जाऐगा। लेकिन अगले ही दिन मुहिम पूरी तरह से थमी हुई दिखाई दी। सुबह व्यापारियों ने बाजार में अपना सामान नहीं फैलाया लेकिन जब दोपहर तक पता लगा कि आज किसी तरह की मुहिम नहीं चल रहीं तो फिर से सड़क पर सामान फैलने लगा था। हालांकि फुटकर व्यापारी मुहिम से घबराऐ हुए थे जिसके कारण फैरी लगाने वाले और ठेले वाले सड़क किनारे हीं खड़े रहे लेकिन व्यापारियों का अतिक्रमण पूरी तरह से सड़क पर मौजूद था।
नगर सेवा बिगाड़ रहे यातायात- मंदसौर शहर में अतिक्रमण के साथ ही यातायात व्यवस्था भी बदहाल है। मुख्य मार्ग पर यातायात की बिगड़ी स्थिति तो लग रहा है मंदसौर में यातायात है हीं नहीं, बिगड़ी व्यवस्थाओं में सबसे ज्यादा नगर सेवा टेम्पों योगदान दे रहे है इसके साथ ही पार्किग स्थलों का अभाव भी जिम्मेदार बताया जा रहा है। शहर के मुख्य मार्ग घंटाघर से पोस्ट ऑफिस की तरह जाने वाले मार्ग पर टेम्पों रूक रहे है वह भी एक नहीं बल्कि मोढ़ से लेकर चौराहे तक दो-से तीन टेम्पों एक साथ खड़े होकर सवारियों का इंतजार कर रहे है। हालत यह है कि यहां से दुपहिया वाहन चालक तक को जाने की जगह नहीं बच रहीं है, पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा है। इसके साथ ही कालाखेत में होटल नीलम से आगे दयामंदिर मार्ग पर भी यहीं स्थिति है। इसके साथ ही पूरे बाजार में कहीं भी पार्किग के लिए जगह चिन्हित नहीं है जिसके कारण यातायात बदहाल हो रहा है।