Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर। करीब सात साल पहले इलेक्ट्रॉनिक व्यवसायी वीरेंद्र ठन्ना की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में सुपारी देने वाले आरोपी आजम लाला की पुलिस को लंबे समय से तलाश थी। हत्याकांड के बाद एक मामले में प्रतापगढ़ कोर्ट में सरेंडर के बाद से ही पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। गुरुवार को आजम लाला ने न्यायाधीश विशाल शर्मा की कोर्ट में सरेंडर किया। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।
31 दिसंबर 2016 को वीरेंद्र ठन्ना की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले सरफराज और अरमान के बाद रफीक को गिरफ्तार किया था। उन्होंने आजम लाला निवासी अखेपुर द्वारा सुपारी देने की बात स्वीकार की थी। मंदसौर पुलिस ने आजम लाला पर दस हजार का इनाम भी रखा था। इसके बाद आजम लाला ने एक फिरौती के मामले में प्रतापगढ़ कोर्ट सरेंडर किया था। इसके बाद उसे मंदसौर ठन्ना मर्डर कांड में कोर्ट में हाजिर किया गया। मंदसौर से उसे उज्जैन भैरोगढ़ जेल भेजा गया। जमानत मिलने के बाद से ही आजम लाला फरार चल रहा था। इसके बाद गुरुवार उसने सरेंडर किया। आपको बता दे कि पांच साल पहले व्यापारी वीरेंद्र ठन्ना की हत्या के मामले में अखेपुर निवासी आजम लाला सहित 4 आरोपियों को 12 मार्च को ही आजीवन कारावास की सजा हुई थी।
31 दिसंबर 2016 को वीरेंद्र ठन्ना की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले सरफराज और अरमान के बाद रफीक को गिरफ्तार किया था। उन्होंने आजम लाला निवासी अखेपुर द्वारा सुपारी देने की बात स्वीकार की थी। मंदसौर पुलिस ने आजम लाला पर दस हजार का इनाम भी रखा था। इसके बाद आजम लाला ने एक फिरौती के मामले में प्रतापगढ़ कोर्ट सरेंडर किया था। इसके बाद उसे मंदसौर ठन्ना मर्डर कांड में कोर्ट में हाजिर किया गया। मंदसौर से उसे उज्जैन भैरोगढ़ जेल भेजा गया। जमानत मिलने के बाद से ही आजम लाला फरार चल रहा था। इसके बाद गुरुवार उसने सरेंडर किया। आपको बता दे कि पांच साल पहले व्यापारी वीरेंद्र ठन्ना की हत्या के मामले में अखेपुर निवासी आजम लाला सहित 4 आरोपियों को 12 मार्च को ही आजीवन कारावास की सजा हुई थी।