Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर। जिले की कई नदियों में अवैध रेत उत्खनन और खदानों में अवैध खनन हो रहा है। सबसे अवैध खनन चंबल नदी से किया जा रहा है। रेत कारोबारी नीत नए तरीकों से नदियों से रेत निकाल रहे है। केवल संजीत सहित कई जगहों पर यह खेल जारी है। सैकड़ो ट्रॉली रेत निकाली जा रही है। कारोबारी पनडुब्बी मोटरों के माध्यम से प्रेशर से पानी के अंदर से रेत खींच रहे है। वहीं अवैध खनन का खेल भी लगातार जारी है। जिससे शासन को राजस्व का तगड़ा नुकसान हो रहा है।
विभाग कभी नहीं जागा
जानकारी के अनुसार चंबल नदी के अलावा रेतम, तुंबड और शिवना नदी से रेत का अवैध खनन हो रहा है। रेत कारोबारी अवैध खनन कर सीधा आर्डर से लोगों के यहां रेत पहुंचा रहे है।बसई, संजीत, सीतामऊ तहसील क्षेत्र में चंबल नदी व गांधीसागर जलाशय से सैकड़ों फीट नीचे से रेत को प्रेशर से निकलना यह धंधा लंबे अरसे से चल रहा है। कभी खनिज विभाग ने औचक निरीक्षण नहीं किया।
खनन माफिया भी सक्रिय
जिले में खनन माफिया भी सक्रिय है। अफसरों से तगड़ी सांठगांठ के चलते खुलेआम खनन का ख्ेाल किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि अफसरों को इस बात का पता नहीं है। स्थिति यह है कि सोशल मीडिया पर खनन के फोटो वायरल होने के बाद भी विभाग के अधिकारियों हिम्मत नहीं होती कि मौके पर जाकर जांच पड़ताल करें।
विभाग कभी नहीं जागा
जानकारी के अनुसार चंबल नदी के अलावा रेतम, तुंबड और शिवना नदी से रेत का अवैध खनन हो रहा है। रेत कारोबारी अवैध खनन कर सीधा आर्डर से लोगों के यहां रेत पहुंचा रहे है।बसई, संजीत, सीतामऊ तहसील क्षेत्र में चंबल नदी व गांधीसागर जलाशय से सैकड़ों फीट नीचे से रेत को प्रेशर से निकलना यह धंधा लंबे अरसे से चल रहा है। कभी खनिज विभाग ने औचक निरीक्षण नहीं किया।
खनन माफिया भी सक्रिय
जिले में खनन माफिया भी सक्रिय है। अफसरों से तगड़ी सांठगांठ के चलते खुलेआम खनन का ख्ेाल किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि अफसरों को इस बात का पता नहीं है। स्थिति यह है कि सोशल मीडिया पर खनन के फोटो वायरल होने के बाद भी विभाग के अधिकारियों हिम्मत नहीं होती कि मौके पर जाकर जांच पड़ताल करें।