Friday, May 3rd, 2024 Login Here
रेवास-देवडा रोड़ पर हादसा, कार का टॉयर फटने से बाईक से टकराई
मंदसौर। सुभाष आज बाइक पर बिना हेलमेट के था। वैसे प्रतिदिन सुभाष को बाइक पर हेलमेट के साथ ही देखा जाता था। एक दिन हेलमेट पहनने से चूक हुई और हादसा हो गया। सुभाष की बाइक को एक वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे सिर में चोट लगने से मौके पर ही सुभाष की मौत हो गई। हादसा रेवास देवड़ा रोड पर मनमोहन वाटिका के पास हुआ। मिली जानकारी के अनुसार मनासा का रहने वाला सुभाष पिता ललित मंदसौर बंधन बैंक में पदस्थ था। बाइक पर सवार होकर सुभाष रेवास देवड़ा रोड से गुजर रहा था। इसी दौरान मनमोहन वाटिका के पास एक चार पहिया वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। जिससे सिर में चोट लगने से सुभाष की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार चार पहिया वाहन के टॉयर फटने से वह अनियंत्रित हो गया और बाइक को टक्कर मार दी। इसके बाद वाहन चालक ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। लेकिन जब तक एंबुलेंस पहुंचती, तब तक युवक की जान जा चुकी थी।
हेलमेट को लेकर लापरवाही
तीन साल में हुए हादसों पर गौर करें तो हर माह औसतन 13 लोगों की मौत दुर्घटनाओं में हो रही है। प्रतिमाह औसतन 50 हादसे जिले में हो रहे हैं और 48 लोग घायल हो रहे हैं। सडक़ दुर्घटना में मौत के बाद उस पर आश्रित पूरा परिवार बिखर जाता है। परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ता है। हादसे भी सबसे ज्यादा लापरवाही के कारण ही हो रहे हैं। सडक़ों पर तेज गति से वाहन चलाने, बिना हेलमेट, सीट बेल्ट आदि कई कारण हैं। सडक़ों पर चलने के दौरान सुरक्षा के साथ ही वाहन चलाने में सतर्कता भी किसी तरह के हादसे को टालने में कारगर साबित होती है। जिन हादसों में मौतें हुई है। उसमें अधिकांश हादसे में मृतक व गंभीर घायल बिना हेलमेट के ही थे।
जुर्माना भरने को तैयार, पर हेलमेट नहीं लगा रहे
जिले में यातायात नियमों के पालन करने में वाहन चालक लापरवाही कर रहे हैं। सडक़ से गुजरने वाली हर 10 में से नौ बाइक सवार बिना हेलमेट के ही हैं। तीन सवारी भी निकल रहे हैं तो बच्चे भी बड़े वाहन दौड़ा रहे हैं। इस कारण कई बार हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन कोई सबक लेने को तैयार नहीं। नियमों के प्रति लोगों की लापरवाही जिसमेें सबसे ज्यादा बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों के चालान बनाए गए जाते हैं। लोग जुर्माना भरने को तैयार हैं, पर यातायात नियमों का पालन करने को तैयार नहीं है।
अज्ञात वाहन की टक्कर में बाइक सवार की मौत
नीमच। नीमच के सिटी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले नीमच-झालावाड़ मार्ग पर बुधवार की रात को एक सडक़ हादसा हो गया। जिसमें अज्ञात वाहन ने एक बाइक सवार को जोरदार टक्कर मार दी थी। इस सडक़ हादसे में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई है।
जानकारी अनुसार गांव आंकली निवासी चौनसुख पिता पृथ्वीराज सिंह परमार अपनी बाइक पर सवार होकर नीमच से मनासा की ओर जा रहा था। इसी दौरान अज्ञात वाहन ने नीमच झालावाड़ रोड़ स्थित गांव गिरदोड़ा के समीप जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को तत्काल 108 एंबुलेंस की सहायता से नीमच जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया है।बताया जा रहा है कि युवक धानुका फैक्ट्री में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता था। हादसा तब हुआ जब वह शाम को अभी ड्यूटी खत्म कर से घर लौट रहा था। इसी दौरान किसी वाहन ने उसे टक्कर मार दी। बुधवार को मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू करती है।
मंदसौर। सुभाष आज बाइक पर बिना हेलमेट के था। वैसे प्रतिदिन सुभाष को बाइक पर हेलमेट के साथ ही देखा जाता था। एक दिन हेलमेट पहनने से चूक हुई और हादसा हो गया। सुभाष की बाइक को एक वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे सिर में चोट लगने से मौके पर ही सुभाष की मौत हो गई। हादसा रेवास देवड़ा रोड पर मनमोहन वाटिका के पास हुआ। मिली जानकारी के अनुसार मनासा का रहने वाला सुभाष पिता ललित मंदसौर बंधन बैंक में पदस्थ था। बाइक पर सवार होकर सुभाष रेवास देवड़ा रोड से गुजर रहा था। इसी दौरान मनमोहन वाटिका के पास एक चार पहिया वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। जिससे सिर में चोट लगने से सुभाष की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार चार पहिया वाहन के टॉयर फटने से वह अनियंत्रित हो गया और बाइक को टक्कर मार दी। इसके बाद वाहन चालक ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। लेकिन जब तक एंबुलेंस पहुंचती, तब तक युवक की जान जा चुकी थी।
हेलमेट को लेकर लापरवाही
तीन साल में हुए हादसों पर गौर करें तो हर माह औसतन 13 लोगों की मौत दुर्घटनाओं में हो रही है। प्रतिमाह औसतन 50 हादसे जिले में हो रहे हैं और 48 लोग घायल हो रहे हैं। सडक़ दुर्घटना में मौत के बाद उस पर आश्रित पूरा परिवार बिखर जाता है। परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ता है। हादसे भी सबसे ज्यादा लापरवाही के कारण ही हो रहे हैं। सडक़ों पर तेज गति से वाहन चलाने, बिना हेलमेट, सीट बेल्ट आदि कई कारण हैं। सडक़ों पर चलने के दौरान सुरक्षा के साथ ही वाहन चलाने में सतर्कता भी किसी तरह के हादसे को टालने में कारगर साबित होती है। जिन हादसों में मौतें हुई है। उसमें अधिकांश हादसे में मृतक व गंभीर घायल बिना हेलमेट के ही थे।
जुर्माना भरने को तैयार, पर हेलमेट नहीं लगा रहे
जिले में यातायात नियमों के पालन करने में वाहन चालक लापरवाही कर रहे हैं। सडक़ से गुजरने वाली हर 10 में से नौ बाइक सवार बिना हेलमेट के ही हैं। तीन सवारी भी निकल रहे हैं तो बच्चे भी बड़े वाहन दौड़ा रहे हैं। इस कारण कई बार हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन कोई सबक लेने को तैयार नहीं। नियमों के प्रति लोगों की लापरवाही जिसमेें सबसे ज्यादा बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों के चालान बनाए गए जाते हैं। लोग जुर्माना भरने को तैयार हैं, पर यातायात नियमों का पालन करने को तैयार नहीं है।
अज्ञात वाहन की टक्कर में बाइक सवार की मौत
नीमच। नीमच के सिटी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले नीमच-झालावाड़ मार्ग पर बुधवार की रात को एक सडक़ हादसा हो गया। जिसमें अज्ञात वाहन ने एक बाइक सवार को जोरदार टक्कर मार दी थी। इस सडक़ हादसे में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई है।
जानकारी अनुसार गांव आंकली निवासी चौनसुख पिता पृथ्वीराज सिंह परमार अपनी बाइक पर सवार होकर नीमच से मनासा की ओर जा रहा था। इसी दौरान अज्ञात वाहन ने नीमच झालावाड़ रोड़ स्थित गांव गिरदोड़ा के समीप जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को तत्काल 108 एंबुलेंस की सहायता से नीमच जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया है।बताया जा रहा है कि युवक धानुका फैक्ट्री में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता था। हादसा तब हुआ जब वह शाम को अभी ड्यूटी खत्म कर से घर लौट रहा था। इसी दौरान किसी वाहन ने उसे टक्कर मार दी। बुधवार को मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू करती है।