Friday, May 3rd, 2024 Login Here
असामाजिक व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही, साईबर में प्राथमिकी दर्ज
मंदसौर। दसवीं बारहवीं के बाद अब पांचवी आठवीं की परीक्षा के भी कई तरह के पर्चे यू ट्यूब पर वायरल हो रहे हैं। इस बाद अब राज्य शिक्षा केन्द्र स्कूल शिक्षा विभाग हरकत में आया है। केंद्र द्वारा आयोजित की जा रही पांचवी आठवीं कक्षाओं की बोर्ड पैटर्न परीक्षाओं के फर्जी एवं भ्रामक प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल करने वाले असामाजिक व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की रही है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केन्द्र के मूल्याकंन नियंत्रक एचजी खरे ने पुलिस आयुक्त साइबर क्राइम के कार्यालय में प्राथमिकी दर्ज की है।उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म यूट्यूब और टेलीग्राम आदि पर कतिपय असामाजिक व्यक्तियों के द्वारा निज हित से परीक्षा प्रश्न पत्र को उपलब्ध कराने के प्रलोभन देकर विद्यार्थियों और अभिभावकों को भ्रामक एवं फर्जी प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
छात्रों से की अपील
राज्य शिक्षा केंद्र ने संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों से अपील की है कि वे ऐसे किसी प्रलोभनों में ना आएं और पूर्ण मनोयोग से अपनी परीक्षा दें। उन्?होंने कहा किए ये साइबर अपराधी आपकी व्यक्तिगत जानकारियां का दुरूपयोग कर आपको भी किसी आपराधिक प्रकरण में संलग्न कर सकते हैं। इनके प्रलोभन में फसकर विद्यार्थी का आर्थिक नुकसान तो होगा ही साथ ही आपराधिक संलिप्तता का प्रकरण उनके विरूध्द भी दर्ज हो सकता है।
केंद्र ने कहा
ऐसे कृत्य से एक ओर जहां परीक्षाओं की शुचिता पर सवाल उठते है, वहीं दूसरी ओर विद्यार्थी भी गुमराह एवं हतोत्साहित हो रहे हैं तथा उनकी मनोदशा पर नकारात्मकता हावी होने की भी आशंका है। राज्य शिक्षा केन्द्र की ओर से ऐसे व्यक्तियों के विरूध्द कठोर वैधानिक कार्यवाही के लिए साइबर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
धनराजू एस, संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र
मंदसौर। दसवीं बारहवीं के बाद अब पांचवी आठवीं की परीक्षा के भी कई तरह के पर्चे यू ट्यूब पर वायरल हो रहे हैं। इस बाद अब राज्य शिक्षा केन्द्र स्कूल शिक्षा विभाग हरकत में आया है। केंद्र द्वारा आयोजित की जा रही पांचवी आठवीं कक्षाओं की बोर्ड पैटर्न परीक्षाओं के फर्जी एवं भ्रामक प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल करने वाले असामाजिक व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की रही है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केन्द्र के मूल्याकंन नियंत्रक एचजी खरे ने पुलिस आयुक्त साइबर क्राइम के कार्यालय में प्राथमिकी दर्ज की है।उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म यूट्यूब और टेलीग्राम आदि पर कतिपय असामाजिक व्यक्तियों के द्वारा निज हित से परीक्षा प्रश्न पत्र को उपलब्ध कराने के प्रलोभन देकर विद्यार्थियों और अभिभावकों को भ्रामक एवं फर्जी प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
छात्रों से की अपील
राज्य शिक्षा केंद्र ने संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों से अपील की है कि वे ऐसे किसी प्रलोभनों में ना आएं और पूर्ण मनोयोग से अपनी परीक्षा दें। उन्?होंने कहा किए ये साइबर अपराधी आपकी व्यक्तिगत जानकारियां का दुरूपयोग कर आपको भी किसी आपराधिक प्रकरण में संलग्न कर सकते हैं। इनके प्रलोभन में फसकर विद्यार्थी का आर्थिक नुकसान तो होगा ही साथ ही आपराधिक संलिप्तता का प्रकरण उनके विरूध्द भी दर्ज हो सकता है।
केंद्र ने कहा
ऐसे कृत्य से एक ओर जहां परीक्षाओं की शुचिता पर सवाल उठते है, वहीं दूसरी ओर विद्यार्थी भी गुमराह एवं हतोत्साहित हो रहे हैं तथा उनकी मनोदशा पर नकारात्मकता हावी होने की भी आशंका है। राज्य शिक्षा केन्द्र की ओर से ऐसे व्यक्तियों के विरूध्द कठोर वैधानिक कार्यवाही के लिए साइबर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
धनराजू एस, संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र