Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौ। मंदसौर जिले में तेज गर्मी शुरू हीं हुई थी कि गुरूवार को दिनभर आसमान में हल्के बादल छाऐ रहे, हवाऐ भी चली जिसके कारण तपन भरी गर्मी से राहत रहीं, हालांकि पिछले कुछ दिनों से तापमान सामान्य हीं बना हुआ है। अब 23 मार्च से एक बार फिर मौसम के बदलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
वर्तमान में अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री के आसपास बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद तापमान में तेजी से बढ़ेगा। मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के अनुसार वर्तमान में चक्रवातीय परिसंचरण सक्रीय है, जबकि पूर्वाेत्तर मध्य प्रदेश से दक्षिणी असम तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इनके प्रभाव में दक्षिण पूर्वी हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से अभी भी नमी आ रही है। 23 मार्च की रात से नए वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहा है। जिसका असर 24-25 मार्च को प्रदेश में देखने को मिल सकता है। कुछ जिलों में हल्की बारिश और बादल छाने का अनुमान है। मौसम के इस बदलाव के कारण इन दिनों बिमारियों का प्रकोप भी बढ़ रहा है, हर दिन वायरल और सर्दी-झुखाम के मरीज अस्पताल पहुंच रहे है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान में उत्तरी ओडिशा के ऊपर से छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक टर्फ लाइन गुजर रही है। इस कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से नमी ला रही है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से मप्र के पूर्वी हिस्से में भी नमी ला रही है। इस वजह से पूर्वी हिस्सों में ओलावृष्टि और बारिश हो रही है।शहर सहित आसपास के क्षेत्र में इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है। सिस्टम का असर खत्म होते ही तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। मार्च में अब तक तीन बार मौसम बदल चुका है। मार्च की शुरुआत में बारिश और ओले गिरे थे। दूसरे सप्ताह में हल्की बारिश हुई थी। वहीं तीसरे सप्ताह में अब फिर से तेज बारिश और ओले का दौर चल रहा है। हालांकि शहर सहित समीपवर्ती क्षेत्रों में इसका असर देखने को नहीं मिला। विभाग की मानें तो 20 से 22 मार्च के बीच फिर दो सिस्टम एक्टिव हो रहे हैं। इनका असर प्रदेश में देखने को मिल सकता है। जिले में इसका खास असर नहीं रहेगा। यदि असर रहा तो अब किसानों को नुकसानी का कोई डर नहीं है। अफीम फसलों की लुनाई-चिराई का काम हो गया है। अधिकांश जगह फसल कटाई का काम चल रहा है। शहर में दोपहर के समय धूलभरी तेज हवा चली, इससे राहगीर परेशान हुए।
वर्तमान में अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री के आसपास बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद तापमान में तेजी से बढ़ेगा। मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के अनुसार वर्तमान में चक्रवातीय परिसंचरण सक्रीय है, जबकि पूर्वाेत्तर मध्य प्रदेश से दक्षिणी असम तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इनके प्रभाव में दक्षिण पूर्वी हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से अभी भी नमी आ रही है। 23 मार्च की रात से नए वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हो रहा है। जिसका असर 24-25 मार्च को प्रदेश में देखने को मिल सकता है। कुछ जिलों में हल्की बारिश और बादल छाने का अनुमान है। मौसम के इस बदलाव के कारण इन दिनों बिमारियों का प्रकोप भी बढ़ रहा है, हर दिन वायरल और सर्दी-झुखाम के मरीज अस्पताल पहुंच रहे है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान में उत्तरी ओडिशा के ऊपर से छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक टर्फ लाइन गुजर रही है। इस कारण दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से नमी ला रही है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी से मप्र के पूर्वी हिस्से में भी नमी ला रही है। इस वजह से पूर्वी हिस्सों में ओलावृष्टि और बारिश हो रही है।शहर सहित आसपास के क्षेत्र में इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है। सिस्टम का असर खत्म होते ही तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। मार्च में अब तक तीन बार मौसम बदल चुका है। मार्च की शुरुआत में बारिश और ओले गिरे थे। दूसरे सप्ताह में हल्की बारिश हुई थी। वहीं तीसरे सप्ताह में अब फिर से तेज बारिश और ओले का दौर चल रहा है। हालांकि शहर सहित समीपवर्ती क्षेत्रों में इसका असर देखने को नहीं मिला। विभाग की मानें तो 20 से 22 मार्च के बीच फिर दो सिस्टम एक्टिव हो रहे हैं। इनका असर प्रदेश में देखने को मिल सकता है। जिले में इसका खास असर नहीं रहेगा। यदि असर रहा तो अब किसानों को नुकसानी का कोई डर नहीं है। अफीम फसलों की लुनाई-चिराई का काम हो गया है। अधिकांश जगह फसल कटाई का काम चल रहा है। शहर में दोपहर के समय धूलभरी तेज हवा चली, इससे राहगीर परेशान हुए।