Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मंदसौर। रतलाम रेल मंडल ने सिंहस्थ 2028 को लेकर तैयारियां शुरु कर दी है। मंदसौर सहित अन्य रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प करने की योजना पर काम शुरु हो चुका है। प्लेटफॉर्म विस्तार में रतलाम, नागदा, उज्जैन, मेघनगर, जावरा, मंदसौर व नीमच में गति से काम चल रहा है। रेलवे का मानना है कि देश के अलग-अलग क्षेत्र से आने वाले यात्री करीब के स्टेशन पर आएंगे व उज्जैन जाएंगे। राजस्थान व गुजरात के यात्रियों के लिए रतलाम ही पास रहेगा, इसलिए सबसे अधिक काम रतलाम रेलवे स्टेशन पर हो रहे है। यहां स्टेशन का चौड़ीकरण, नई लिफ्ट लगना, शेड बनना, एफओबी बनना आदि कार्य होना है।
सिंहस्थ को देखते हुए रेलवे ने स्टेशनों को आधुनिक बनाना, यात्री सुविधाओं का विस्तार, यात्रियों का मैनेजमेंट और बेहतर साइन सिस्टम बना रहा है। इसके अलावा सर्वोच्च प्राथमिकता यात्री ट्रेन को समय पर चलाने की दी है। रेलवे का मानना है कि सिंहस्थ के दौरान करोड़ों की संख्या में भक्त आएंगे। ऐसे में सिर्फ उज्जैन ही नहीं बल्कि करीब के इंदौर, देवास, रतलाम, मंदसौर, दाहोद, मक्सी, शाजापुर जैसे स्टेशन पर भी काम करना जरूरी है। इसलिए इन स्टेशन पर सिंहस्थ की तैयारी के अंतर्गत प्लेटफॉर्म चौड़े करना, नई रेल पटरी डालना, आधुनिक सिग्नल लगाना जैसे काम चल रहे है।
क्या बदलाव होने हैं स्टेशनों पर
इस योजना के तहत यात्रियों को साफ और हायजेनिक वेटिंग एरिया, रेस्टरूम बनाए जाने हैं साथ ही खाने-पीने के अच्छे स्टॉल भी लगाए जाने हैं। यात्रियों और गाडिय़ों के आने और जाने के लिए अलग-अलग पॉइंट बनाए जाएंगे। इसके लिए रेल मंडल में तैयारी शुरू हो गई है। रेलवे का इंजीनियरिंग विभाग व कार्य विभाग अलग-अलग प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। बड़े प्रोजेक्ट के लिए निविदा जारी करने की तैयारी हो गई है। रेलवे ने इसके लिए बजट पहले से ही जारी कर दिया है।
कई स्तर के काम
सिंहस्थ को लेकर रेलवे प्रशासन बेहद गंभीर है। रेल मंडल में कई प्रोजेक्ट चल रहे है, जिनका लाभ सिंहस्थ के दौरान यात्रियों को मिलेगा। जिन रेल परियोजनाओं के लिए बजट जारी किया है, उसके टेंडर नियम अनुसार करने की प्रक्रिया प्रचलित है।
- खेमराज मीणा, मंडल रेल प्रबंधक, रतलाम रेल मंडल
सिंहस्थ को देखते हुए रेलवे ने स्टेशनों को आधुनिक बनाना, यात्री सुविधाओं का विस्तार, यात्रियों का मैनेजमेंट और बेहतर साइन सिस्टम बना रहा है। इसके अलावा सर्वोच्च प्राथमिकता यात्री ट्रेन को समय पर चलाने की दी है। रेलवे का मानना है कि सिंहस्थ के दौरान करोड़ों की संख्या में भक्त आएंगे। ऐसे में सिर्फ उज्जैन ही नहीं बल्कि करीब के इंदौर, देवास, रतलाम, मंदसौर, दाहोद, मक्सी, शाजापुर जैसे स्टेशन पर भी काम करना जरूरी है। इसलिए इन स्टेशन पर सिंहस्थ की तैयारी के अंतर्गत प्लेटफॉर्म चौड़े करना, नई रेल पटरी डालना, आधुनिक सिग्नल लगाना जैसे काम चल रहे है।
क्या बदलाव होने हैं स्टेशनों पर
इस योजना के तहत यात्रियों को साफ और हायजेनिक वेटिंग एरिया, रेस्टरूम बनाए जाने हैं साथ ही खाने-पीने के अच्छे स्टॉल भी लगाए जाने हैं। यात्रियों और गाडिय़ों के आने और जाने के लिए अलग-अलग पॉइंट बनाए जाएंगे। इसके लिए रेल मंडल में तैयारी शुरू हो गई है। रेलवे का इंजीनियरिंग विभाग व कार्य विभाग अलग-अलग प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। बड़े प्रोजेक्ट के लिए निविदा जारी करने की तैयारी हो गई है। रेलवे ने इसके लिए बजट पहले से ही जारी कर दिया है।
कई स्तर के काम
सिंहस्थ को लेकर रेलवे प्रशासन बेहद गंभीर है। रेल मंडल में कई प्रोजेक्ट चल रहे है, जिनका लाभ सिंहस्थ के दौरान यात्रियों को मिलेगा। जिन रेल परियोजनाओं के लिए बजट जारी किया है, उसके टेंडर नियम अनुसार करने की प्रक्रिया प्रचलित है।
- खेमराज मीणा, मंडल रेल प्रबंधक, रतलाम रेल मंडल