Friday, May 3rd, 2024 Login Here
मामला -किसानों को उपज का भूगतान किए बिना भागे व्यापारी का
जनसारंगी संवाददाता। मंदसौर
प्रदेश की सबसे बड़ी मंदसौर की कृषि उपज मंडी में व्यापारी द्वारा किसानों से उपज खरीदकर उसका भुगतान किए बिना हीं भाग जाने का मामला अभी भी मंडी प्रशासन के लिए गले की फांस बना हुआ है। 1 अप्रेल तक किसानों को भुगतान का आश्वासन जिम्मेदार अधिकारियों ने दिया था लेकिन तमाम जतन के बाद भी अभी तक मंडी प्रशासन किसानों को उनका रूपया पूरी तरह से नहीं दिलवा पाया है। हालांकि सोमवार को किसान मंदसौर पहुंचे इनमें से आठ किसानों को करीब सौलह लाख रूपऐ का भुगतान किया गया। शेष किसानों को मंगलवार तक भुगतान का आश्वासन दिया गया था लेकिन सोमवार को हुई निलामी के बाद अब मंगलवार से फिर मंडी में तीन दिनों का अवकाश है जिसके कारण शेष किसानों को उनका रूपया नहीं मिल पाया है।
उल्लेखनिय है कि 27 मार्च को 20 से अधिक किसानों ने मंदसौर कृषि उपज मंडी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की थी कि खुशाली ट्रेडर्स के संचालक द्वारा उनसे उपज खरीदी लेकिन भुगतान नहीं किया। किसानों ने बताया था कि शिकायत 27 मार्च को की थी लेकिन फसल तो उससे भी कई दिन पहले बेच दी थी। व्यापारी ने आरटीजीएस का कहा था इसलिए भरोसा कर रूके हुए थे। तमाम कोशिशों के बाद भी मंडी प्रशासन अब तक भुगतान नहीं करवा पाया है। मंडी परिसर पहुंचे पाटन के शंभूलाल पाटीदार, कृष्णकांत शर्मा, राहुल पाटीदार सहित अन्य ने बताया कि कुछ दिन पहले कलेक्टर दिलीप कुमार यादव से हम मिले थे।उन्होंने सोमवार को भुगतान के लिए कहा था। हममें से 8 किसानों को उनकी उपज का भुगतान हो गया है। वहीं बाकी को मंगलवार तक भुगतान करने की बात मंडी समिति की ओर से की गई है। मंडी समिति सचिव पर्वत सिंह सिसौदिया ने बताया कि अब करीब 15 किसान और बचे हैं। जिन्हें मंगलवार या एक-दो दिन में पूर्ण भुगतान कर दिया जाएगा।
जनसारंगी संवाददाता। मंदसौर
प्रदेश की सबसे बड़ी मंदसौर की कृषि उपज मंडी में व्यापारी द्वारा किसानों से उपज खरीदकर उसका भुगतान किए बिना हीं भाग जाने का मामला अभी भी मंडी प्रशासन के लिए गले की फांस बना हुआ है। 1 अप्रेल तक किसानों को भुगतान का आश्वासन जिम्मेदार अधिकारियों ने दिया था लेकिन तमाम जतन के बाद भी अभी तक मंडी प्रशासन किसानों को उनका रूपया पूरी तरह से नहीं दिलवा पाया है। हालांकि सोमवार को किसान मंदसौर पहुंचे इनमें से आठ किसानों को करीब सौलह लाख रूपऐ का भुगतान किया गया। शेष किसानों को मंगलवार तक भुगतान का आश्वासन दिया गया था लेकिन सोमवार को हुई निलामी के बाद अब मंगलवार से फिर मंडी में तीन दिनों का अवकाश है जिसके कारण शेष किसानों को उनका रूपया नहीं मिल पाया है।
उल्लेखनिय है कि 27 मार्च को 20 से अधिक किसानों ने मंदसौर कृषि उपज मंडी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की थी कि खुशाली ट्रेडर्स के संचालक द्वारा उनसे उपज खरीदी लेकिन भुगतान नहीं किया। किसानों ने बताया था कि शिकायत 27 मार्च को की थी लेकिन फसल तो उससे भी कई दिन पहले बेच दी थी। व्यापारी ने आरटीजीएस का कहा था इसलिए भरोसा कर रूके हुए थे। तमाम कोशिशों के बाद भी मंडी प्रशासन अब तक भुगतान नहीं करवा पाया है। मंडी परिसर पहुंचे पाटन के शंभूलाल पाटीदार, कृष्णकांत शर्मा, राहुल पाटीदार सहित अन्य ने बताया कि कुछ दिन पहले कलेक्टर दिलीप कुमार यादव से हम मिले थे।उन्होंने सोमवार को भुगतान के लिए कहा था। हममें से 8 किसानों को उनकी उपज का भुगतान हो गया है। वहीं बाकी को मंगलवार तक भुगतान करने की बात मंडी समिति की ओर से की गई है। मंडी समिति सचिव पर्वत सिंह सिसौदिया ने बताया कि अब करीब 15 किसान और बचे हैं। जिन्हें मंगलवार या एक-दो दिन में पूर्ण भुगतान कर दिया जाएगा।