Friday, May 3rd, 2024 Login Here
सीबीएन जावरा के साथ मिलकर युवकों को पकडकर नगदी छीनी, एसपी को शिकायत के बाद कार्रवाहीं
मंदसौर। पुलिस की वर्दी में सोना लूट कांड को अंजाम देने के बाद पुलिस सेवा से बर्खास्त हुए आरक्षक गौरव ने अब सीबीएन के साथ मिलकर एनडीपीएस के खेल खेलना शुरू कर दिए, इसका खुलासा इस बात से हो रहा है कि मंदसौर जिले के गरोठ थाना क्षेत्र के खेडा गांव से बीति रात सेंट्रल ब्यूरों नारकोटिक्स की टीम ने तीन युवकों को उठाया और उन्हें जावरा ले जाकर उनके साथ मारपीट कर अस्सी हजार रूपऐ लूट लिए और सुबह सभी को धमकाकर वापस रवाना कर दिया। युवक सीबीएन के कब्जे से छूटने के बाद पुलिस कप्तान अनुराग सुजानिया के पास पहुंचे जिसके बाद पुलिस ने बर्खास्त आरक्षक गौरव समेत अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहण समेत विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
इन दिनों काला सोना यानी अफीम निकालकर नारकोटिक्स विभाग में जमा की जा रहीं है इसी दौरान अफीम की तस्करी भी बढ़ जाती है इसी के चलते अवैध अफीम पकड़ने के चक्कर में एनडीपीएस के फर्जी मामलें बनाने ओर अवैध वसूली के आरोप भी नारकोटिस और पुलिस दोनो पर लगते है लेकिन यह आरोप सहीं उस वक्त साबित हो रहे है जब सीबीएन की जावरा टीम ने बिती रात खेडा गांव से कुछ युवकों को उठाया, इनके साथ सोना लूट कांड का बर्खास्त आरक्षक गौरव भी था।
यह था मामला
ढलमू निवासी आवेदक विजय पिता रामचंद्र मीणा, साठखेड़ा के विष्णु पिता राजेंद्र मीणा व विशाल पिता हीरालाल के मुताबिक 8 अप्रैल को इनके परिवार में विवाह आयोजन था, मेहमानों को साठखेड़ा से खजूरी रूंडा ले जाने का काम कर रहे थे। रात को 12.30 बजे 4 फोर-व्हीलर में सिविल ड्रेस में 15 से 20 लोगों ने पकड़ा व मारपीट की। इसमें एक पुलिस जवान गौरव भी था। सभी हमें पकडक़र सीबीएन पुलिस थाना जावरा ले गए। यहां नशे में सभी ने मारपीट की। 80 हजार रुपए छीनने के बाद और राशि की डिमांड करने लगे। न देने पर हमें रात भर पीटा और सुबह 5 बजे विजय के सिर में अधिक चोट लगने पर सिविल अस्पताल जावरा में उसका इलाज करवाया। वहां एनडीपीएस के नाम से कुछ ना बोलने को लेकर भी धमकाया। कोरे कागज पर हमसे दस्तखत करवाए, आधार कार्ड के फोटो भी लिए। पुलिस को दिए आवेदन में वाहन के नंबर का भी जिक्र किया।
गौरव के खिलाफ हुआ प्रकरण दर्ज
एसपी को शिकायत में बताया गया कि पुलिस विभाग से बर्खास्त पुलिसकर्मी गौरव भी इस मामले में शामिल था। गौरव की भी इस मामले में प्रमुख भूमिका रही। इस मामले में गौरव के अलावा अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने धारा 364 ए, 386,387,323,34 में केस दर्ज किया है।
मंदसौर। पुलिस की वर्दी में सोना लूट कांड को अंजाम देने के बाद पुलिस सेवा से बर्खास्त हुए आरक्षक गौरव ने अब सीबीएन के साथ मिलकर एनडीपीएस के खेल खेलना शुरू कर दिए, इसका खुलासा इस बात से हो रहा है कि मंदसौर जिले के गरोठ थाना क्षेत्र के खेडा गांव से बीति रात सेंट्रल ब्यूरों नारकोटिक्स की टीम ने तीन युवकों को उठाया और उन्हें जावरा ले जाकर उनके साथ मारपीट कर अस्सी हजार रूपऐ लूट लिए और सुबह सभी को धमकाकर वापस रवाना कर दिया। युवक सीबीएन के कब्जे से छूटने के बाद पुलिस कप्तान अनुराग सुजानिया के पास पहुंचे जिसके बाद पुलिस ने बर्खास्त आरक्षक गौरव समेत अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहण समेत विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
इन दिनों काला सोना यानी अफीम निकालकर नारकोटिक्स विभाग में जमा की जा रहीं है इसी दौरान अफीम की तस्करी भी बढ़ जाती है इसी के चलते अवैध अफीम पकड़ने के चक्कर में एनडीपीएस के फर्जी मामलें बनाने ओर अवैध वसूली के आरोप भी नारकोटिस और पुलिस दोनो पर लगते है लेकिन यह आरोप सहीं उस वक्त साबित हो रहे है जब सीबीएन की जावरा टीम ने बिती रात खेडा गांव से कुछ युवकों को उठाया, इनके साथ सोना लूट कांड का बर्खास्त आरक्षक गौरव भी था।
यह था मामला
ढलमू निवासी आवेदक विजय पिता रामचंद्र मीणा, साठखेड़ा के विष्णु पिता राजेंद्र मीणा व विशाल पिता हीरालाल के मुताबिक 8 अप्रैल को इनके परिवार में विवाह आयोजन था, मेहमानों को साठखेड़ा से खजूरी रूंडा ले जाने का काम कर रहे थे। रात को 12.30 बजे 4 फोर-व्हीलर में सिविल ड्रेस में 15 से 20 लोगों ने पकड़ा व मारपीट की। इसमें एक पुलिस जवान गौरव भी था। सभी हमें पकडक़र सीबीएन पुलिस थाना जावरा ले गए। यहां नशे में सभी ने मारपीट की। 80 हजार रुपए छीनने के बाद और राशि की डिमांड करने लगे। न देने पर हमें रात भर पीटा और सुबह 5 बजे विजय के सिर में अधिक चोट लगने पर सिविल अस्पताल जावरा में उसका इलाज करवाया। वहां एनडीपीएस के नाम से कुछ ना बोलने को लेकर भी धमकाया। कोरे कागज पर हमसे दस्तखत करवाए, आधार कार्ड के फोटो भी लिए। पुलिस को दिए आवेदन में वाहन के नंबर का भी जिक्र किया।
गौरव के खिलाफ हुआ प्रकरण दर्ज
एसपी को शिकायत में बताया गया कि पुलिस विभाग से बर्खास्त पुलिसकर्मी गौरव भी इस मामले में शामिल था। गौरव की भी इस मामले में प्रमुख भूमिका रही। इस मामले में गौरव के अलावा अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने धारा 364 ए, 386,387,323,34 में केस दर्ज किया है।