Thursday, May 2nd, 2024 Login Here
हार्ट अटैक से मौत होने की संभावना, पुलिस ने कराया पीएम
मंदसौर निप्र।
पुलिस की नारकोटिक्स विंग में पदस्थ टीआई संजीवसिंह का गुरुवार को निधन हो गया। जानकारी के अनुसार वह मंदिर जाने के लिए निकले थे। इसके बाद दो तीन घंटे तक वापिस नहीं पहुंचे। स्टॉफ ने भी उनसे संपर्क करने की बहुत कोशिश की। बाद में उनकी गाड़ी गिरनार वाटर पार्क के पास मिली। गाड़ी के शीशे बंद थे, तत्काल उन्हें शहर के निजी अस्पताल लाया गया। जहा चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यहां एसपी अनुराग सुजानिया सहित पुलिस अधिकारी पहुंचे।
बताया जा रहा है कि उन्हें हार्ट अटैक आया इस दौरान वे कार में अकेले ही थे। मृतक के परिजन और उनके साथी सुबह से उन्हें फोन लगा रहे थे। लेकिन उनका मोबाइल रिसीव नही हो रहा था। इस दौरान किसी ने सूचना दी की उनकी स्कार्पियो कार,फोरलेन के किनारे खड़ी है। इसके बाद उनके सहयोगी पुलिसकर्मी मौके पर पहुचें। जहां ड्रायवर सीट पर संजीव सिंह का सिर स्टेयरिंग पर था और अंदर से गाड़ी लॉक थी। इसके बाद कार का शीशा तोड़कर लॉक खोला गया और निरीक्षक को शहर के निजी अस्पताल पहुंचाया गया। जहा डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
निरीक्षक संजीव सिंह परिहार के मौत की खबर के बाद शोक छाया हुआ है। किसी को विश्वास नही हो रहा कि हर तरह से फिट और रोज जिम में घंटों पसीना बहाने वाले इंस्पेक्टर की मौत की खबर अचानक से इस तरह आएगी। बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर परिहार सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने घर से मंदिर जाने को कहकर निकले थे। वे बालाजी के भक्त थे। दोपहर तक उनका मोबाइल रिसीव नही हुआ । इसी दौरान किसी ने सूचना दी की उनकी कार हाईवे किनारे काफी देर से खड़ी है। उनके सहयोगी पुलिसकर्मियों ने जाकर देखा तो वे ड्रायवर सीट की स्टेयरिंग के सहारे पड़े थे ।
मंदसौर निप्र।
पुलिस की नारकोटिक्स विंग में पदस्थ टीआई संजीवसिंह का गुरुवार को निधन हो गया। जानकारी के अनुसार वह मंदिर जाने के लिए निकले थे। इसके बाद दो तीन घंटे तक वापिस नहीं पहुंचे। स्टॉफ ने भी उनसे संपर्क करने की बहुत कोशिश की। बाद में उनकी गाड़ी गिरनार वाटर पार्क के पास मिली। गाड़ी के शीशे बंद थे, तत्काल उन्हें शहर के निजी अस्पताल लाया गया। जहा चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यहां एसपी अनुराग सुजानिया सहित पुलिस अधिकारी पहुंचे।
बताया जा रहा है कि उन्हें हार्ट अटैक आया इस दौरान वे कार में अकेले ही थे। मृतक के परिजन और उनके साथी सुबह से उन्हें फोन लगा रहे थे। लेकिन उनका मोबाइल रिसीव नही हो रहा था। इस दौरान किसी ने सूचना दी की उनकी स्कार्पियो कार,फोरलेन के किनारे खड़ी है। इसके बाद उनके सहयोगी पुलिसकर्मी मौके पर पहुचें। जहां ड्रायवर सीट पर संजीव सिंह का सिर स्टेयरिंग पर था और अंदर से गाड़ी लॉक थी। इसके बाद कार का शीशा तोड़कर लॉक खोला गया और निरीक्षक को शहर के निजी अस्पताल पहुंचाया गया। जहा डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
निरीक्षक संजीव सिंह परिहार के मौत की खबर के बाद शोक छाया हुआ है। किसी को विश्वास नही हो रहा कि हर तरह से फिट और रोज जिम में घंटों पसीना बहाने वाले इंस्पेक्टर की मौत की खबर अचानक से इस तरह आएगी। बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर परिहार सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने घर से मंदिर जाने को कहकर निकले थे। वे बालाजी के भक्त थे। दोपहर तक उनका मोबाइल रिसीव नही हुआ । इसी दौरान किसी ने सूचना दी की उनकी कार हाईवे किनारे काफी देर से खड़ी है। उनके सहयोगी पुलिसकर्मियों ने जाकर देखा तो वे ड्रायवर सीट की स्टेयरिंग के सहारे पड़े थे ।