Saturday, April 27th, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी ।
कोरोना का कहर थमने के साथ ही मंदसौर में ब्लेक फंगस का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रहीं है, अभी तक दो मरीजों की मौत भी हो चूकी है। स्थिति यह है कि सोमवार को पोस्ट कोविड ओपीडी में 42 मरीजों की जांच की गई जिसमें ब्लेक फंगस का एक संदिग्ध मरीज पाया गया जिसे उपचार के लिए इंदौर भेजा गया। इससे पहले गुरूवार को भी ओपीडी में एक संदिग्ध मरीज मिला था।
तेजी से फेल रहे ब्लेक फंगस के उपचार की मंदसौर में समुचित व्यवस्था नहीं है इसके मरीजों को अभी इंदौर या भोपाल में ही उपचार कराना पड़ रहा है लेकिन ब्लेक फंगस के संक्रमण को चिन्हित करने के लिए मंदसौर के लाभ मुनि नेत्र चिकित्सालय में सोमवार और गुरूवार को पोस्ट कोविड ओपीडी का संचालन किया जा रहा है जहां विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सक कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों का परीक्षण कर उनका उपचार कर रहे है। सोमवार को पोस्ट कोविड ओपीडी में 42 ऐसे मरीजों की जांच की गई जिन्हें पूर्व में कोरोना हुआ था उसके बाद उन्हें किसी तरह कि दिक्कत हो रहीं थीजसमें नाक कान गला 4 , नेत्र 18 , मेडिकल 15 , सर्जिकल 3 , मानसिक रोग 1 एवं अन्य 1 मरीजों की जांच एवं उपचार डॉ विक्रम अग्रवाल मेडिकल रोग विशेषज्ञ , डॉ .आर के द्धिवेदी नाक कान गला रोग विशेषज्ञ , डॉ वैभव जैन सर्जिकल रोग विशेषज्ञ , डॉ अशोक सोलंकी नेत्र रोग विशेषज्ञ , डॉ पहलाद पाटीदार मानसिक रोग द्वारा किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के एल राठौर ने बताया कि पोस्ट कोविड ओपीडी में एक संदिग्ध ब्लैक फंगस का मरीज मिला हैं जिन्हें पोस्ट कोविड वार्ड जिला चिकित्सालय मंदसौर में प्राथमिक उपचार के बाद एमजीएम मेडिकल काॅलेज इंदौर रेफर किया गया ।
उल्लेखनिय है कि अभी तक एक दर्जन से ज्यादा मरीज ब्लेक फंगस के मंदसौर मंे मिल चूके है जिनका उपचार इंदौर या अन्य जगहों पर किया जा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से ठीक हुए मरीजों से सावधानी बरतने की अपील की जा रहीं है तथा आगाह किया जा रहा है कि उन्हें किसी भी तरह के ब्लेक फंगस जैसे लक्षण दिखाई दे तो तुरन्त पोस्ट कोविड ओपीडी में अपना परीक्षण करवाऐ ताकी समय पर उनका उपचार हो जाऐ।