Friday, April 26th, 2024 Login Here
महाकाल मंदिर में शिवनवरात्रि के दूसरे दिन सोमवार को पुजारियों ने भगवान का शेषनाग श्रंगार किया। सुबह नैवेद्य कक्ष में विराजित भगवान चंद्रमौलेश्वर के पूजून पश्चात कोटितीर्थ के समीप स्थित कोटेश्वर व रामेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की गई।
इसके बाद गर्भगृह में भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन हुआ। ब्राह्मणों ने एकादश एकादशनी रूद्र पाठ किया। दोपहर 3 बजे संध्या पूजन के बाद भगवान को नवीन वस्त्र, रजत आभूषण से श्रंगारित कर उनके शीश शेषनाग धारण कराया गया। दिव्य रूप के दर्शन के लिए भक्त उमड़े।