Monday, May 6th, 2024 Login Here
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11 दिसंबर 2023 को शाम के पांच क्या बजे? पूरे देश का मीडिया इस बात की खोज में लग गया कि आखिर यह डॉक्टर मोहन यादव है कौन? जिसे भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश के विधायक दिल का नेता चुन कर अगला मुख्यमंत्री बना दिया और वह भी सर्वसम्मति से। धीरे-धीरे उनके बारे में जानकारियां सामने आने लगी और रात होते-होते यह स्पष्ट हो गया कि भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय और प्रादेशिक नेतृत्व ने, अपने आप को एक सामान्य कारकर्ता मानने वाले डॉक्टर मोहन यादव को मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री बना दिया था। चैनलों पर प्रसारित होने वाले दृश्य मोहन जी को जानने वाले लोगों के लिए भाव विभोर करने और आंखों में खुशी के आंसू लाने वाले पल थे । सामने दिख रहा था कि प्रदेश के सर्वाधिक लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले हमारे सबके मामा शिवराज सिंह चौहान मोहन यादव को सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दे रहे हैं । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णु दत्त शर्मा, राष्ट्रीय महामंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय पर्यवेक्षक के रूप में भोपाल आए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी खट्टर आदि सभी वरिष्ठ नेता मोहन यादव को शुभाशीष दे रहे थे। मोहन जी भी भारतीय संस्कृति के अपने संस्कारों का परिचय देते हुए सभी बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद ले रहे थे। 
उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक बने डॉ. मोहन यादव ऐसे ही सरल सहज और आत्मीयतापूर्ण व्यवहार रखने वाले व्यक्तित्व के धनी हैं । सौभाग्य से मुझे उनके साथ लंबे समय तक काम करने का अवसर मिला हम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में साथ में काम कर रहे थे वे मध्य भारत के प्रांत मंत्री थे और मेरे पास विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक की और बाद में अन्य जिम्मेदारियां रही। हर बैठक, हर कार्यक्रम चाहे वह अभ्यास वर्ग हो या अधिवेशन, प्रदेश स्तर का हो या राष्ट्रीय स्तर का मोहन जी के साथ पूरा समय काम करने का अवसर मिला। बहुत कुछ सीखने को मिला।  बड़ी गजब की जिजीविषा वाला व्यक्तित्व है उनका। परिषद कार्य के प्रारंभिक दिनों में उज्जैन के छात्रावास में काम खड़ा करने के दौरान एनएसयूआई के नेताओं से हुए संघर्ष के चिन्ह आज भी मोहन जी के शरीर पर हैं। कई बार उन पर चाकू से हमला किया गया। लेकिन उनकी संघर्षशीलता और परिषद की तात्कालीन टीम ने ना केवल विद्यार्थी परिषद के काम को उज्जैन में  अविस्मरणीय स्वरूप प्रदान किया बल्कि मजबूती भी प्रदान की।  कार्यक्रमों की रचना कैसे करना, उनमें किन कार्यकर्ताओं को नियोजित करना और किस प्रकार कार्यक्रम को सफलता के उच्चतम शिखर पर ले जाना यह उनसे सीखने को मिला। छात्र राजनीति से अपना कार्यक्षेत्र शुरु करने वाले मोहन जी बहुत ही सरल व्यक्तित्व के धनी और मिलनसार हैं। आप उनसे मिलेंगे तो थोड़ी ही देर में आपको ऐसा लगेगा कि आपको वे बहुत पहले से जानते हैं ।
आज उन्हे भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया है तो यह जिम्मेदारी ऐसे ही नहीं मिल गयी। लंबी संगठन साधना और विचार के प्रति समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचा है साथ ही कार्यकर्ताओं की हर स्तर पर चिंता और समाज की हर गतिविधि से अपने को जोड़ने के उनके स्वभाव ने आज उन्हें सत्ता के शिखर पर आसीन किया है।
उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने उज्जैन के विकास की एक नई इबारत उज्जैन में लिखी और मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने मध्य प्रदेश की संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए कई नवोन्मेष किये। भारतीय जनता पार्टी की पिछली सरकार में वह उच्च शिक्षा मंत्री के रूप में दायित्व का निर्वहन कर रहे थे और उन्होंने नवीन शिक्षा नीति 2020 को लागू करने जैसे गुरुत्तर कार्य को अंजाम दिया। मोहन जी बड़े भाई हैं, मित्र और सखा की भांति रहते हैं। विनम्रता उनका बड़ा गुण है जो उनके व्यवहार में परिलक्षित होता है । संकट के समय किस प्रकार धैर्य रखकर परिस्थितिजन्य निर्णय लेना इसकी उनमें अद्भुत कला है जो सीखने योग्य है। एक बार विद्यार्थी परिषद के अंतरराज्यीय छात्र जीवन दर्शन कार्यक्रम में भाग लेकर पूर्वांचल से लौटते समय मैं, मोहन जी और देश भर के कुछ चुनिंदा कार्यकर्ता साथ में थे तब हमारी ट्रेन के आगे गोरख नेशनल लिबरेशन फ्रंट के उग्रवादियों ने पटरी को उड़ा दिया उस स्थिति में एक पालक की भाँति उन्होंने जिस प्रकार की जीवटता और साहस का परिचय दिया और सभी कार्यकर्ताओं को संभाला वह आज भी मेरे मानस पटल पर अंकित है। उस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश से केवल मैंने और मोहन जी ने ही प्रतिनिधित्व किया था। इसके तत्काल बाद हुए राष्ट्रीय अधिवेशन जयपुर में उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का राष्ट्रीय मंत्री बनाया गया। उसके बाद का विवरण आज सभी समाचार पत्रों की और चैनलों की सुर्खियों में है । लगभग 30 वर्षों तक मोहन जी के साथ काम करने का अनूठा अवसर और उस दौरान की स्मृतियां आज पुनः जागृत हो गई है। आखिर हमारे मोहन जी मध्यप्रदेश के मुखिया के रूप में प्रतिष्ठित जो हो गए हैं यह मेरा अटल विश्वास है कि उनके नेतृत्व में मध्य प्रदेश में ना  केवल विकास की निरंतरता जारी रहेगी वहीं सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने और उनके संरक्षण की भी नई इबारत लिखी जावेगी। आज मोहन जी भाई साहब मध्य प्रदेश के मुखिया के रूप में शपथ ले रहे हैं तो उनसे जुड़ा हर मन  गौरवान्वित है, आनंदित है, प्रफुल्लित है। डाॅ. मोहन यादव का कोटि-कोटि अभिनंदन और भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय एवं प्रादेशिक नेतृत्व का आभार। 
- डाॅ.क्षितिज पुरोहित 9425105610

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