Sunday, April 28th, 2024 Login Here
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  अभी मन्दसौर और नीमच के सीएसपी की अदला-बदली को चार ही बीते थे कि एसडीएम का भी नीमच तबादला हो गया। पिछले माह एस पी टी के विद्यार्थी भी नीमच से ही स्थानांतरित होकर मन्दसौर आए थे। हालाकि आज फिर उनका तबादला मंदसौर से भोपाल हो गया। इनके पहले के एस पी मनोजकुमारसिंह भी नीमच से ही मन्दसौर पदस्थ किये गए थे। और 2011 की बात करें तो तब डॉ. जी के पाठक नीमच से ही बतौर एसपी यहां भेजे गए थे। और पीछे जाएं तो 2007 में मन्दसौर एसडीएम रमेशचन्द्र पण्डया को नीमच इसी पद पर पदस्थ किया गया था।तीन साल पहले यहां की एसडीएम जमना भिड़े को नीमच में प्रमोशन पर सीईओ जिला पंचायत बनाया गया था। और अन्य उदहारण देखें तो वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों में अशोक भार्गव, आरपी वर्मा देवेंद्र सिंह सहित कई टी आई व तहसीलदार भी  दोनों जिलों में लंबे समय तक रहे।  नपा सीएमओ सविता प्रधान नीमच सीएमओ पद से ही यहां स्थानान्तरित की गईं थी। संजय मेहता भी दोनों नगरों की नपा के सीएमओ रहे। 2007  में तत्कालीन कलेक्टर जीपी तिवारी का 7 माह की कम अवधि में ही स्थानांतरित कर दिया था। तब जिले के सभी विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों ने सीएम की संयुक्त पत्र लिख कर उनका स्थानांतरण निरस्त करने का अनुरोध किया गया था, तब राज्य शासन ने उनकी भोपाल की गई पदस्थापना को संशोधित कर उन्हें नीमच कलेक्टर पद पर पदस्थ किया था, किंतु श्री तिवारी ने स्वेच्छा से इसे अस्वीकार कर दिया था, वरना वे पहले ऐसे अधिकारी होते जो दोनों जिलों के कलेक्टर रहते। अन्य कई विभागीय अधिकारियों की गिनती कम नहीं जो दोनों जिलों में घूमते रहे।
      दरअसल नीमच अविभाजित मन्दसौर जिले का ही अंग रहा है 20 बरस पहले ही अलग हुआ है और इसी अवधि में प्रशासनिक अधिकारियों की अदला-बदली दोनों जिलों में होती रही है।जानकर बतातें हैं कि लगभग समान स्थिति रहने से भी कुछ  अधिकारियों को  दोनों जिलों में ही रखने का  खास प्रयोजन होता है। दूसरे कयास यह भी है कि अधिकारियों को उपकृत करने का भी यह एक विजन हो कि तबादला भी कर दिया और महज 50 किमी दूर ही पदस्थ कर ष्तबादला' नहीं भी किया।दोनों बात रह जाने का भी जरिया ये दोनों जिले बने हुए हैं।
   बहरहाल मन्दसौर-नीमच जिलों का यह प्रशासनिक कनेक्शन बहुतों को हैरत भरा लग सकता है लेकिन प्रशासनिक राज को करीब से देखने वाली नजरें उन  खास वजहों को भी देख ही लेतीं हैं जिनके नतीजतन दोनों जिलों में अधिकारियों को यों अदल-बदल दिया जाता है।

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