Saturday, April 27th, 2024 Login Here
भोपाल में रंगमहल चौराहे से दोपहर 12 बजे शुरू हुआ शांति मार्च, मिंटो हाल पर पहुंचकर खत्म हुआ
मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व इस मार्च में गांधी टोपी पहन, हाथों में तिरंगे लिए हजारों लोग शामिल हुए
भोपाल. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में कांग्रेस का शांति मार्च निकाला। इसका नेतृत्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया। रोशनपुरा चौराहे पर जनसभा हुई। पैदल मार्च रंगमहल चौराहे से शुरू होकर मिंटो हाॅल में गांधी प्रतिमा के सामने समाप्त हुआ। इसमें हजारों की संख्या में लोग गांधी टोपी पहनकर और हाथों में तिरंगा लेकर साथ चले। सामाजिक संगठन भी शामिल हुए।
कमलनाथ ने कहा कि आज हमने शांति मार्च किया है प्रदेश और देश का ध्यान आकर्षित करने के लिए, ये बताने के लिए किस तरह हमारे संविधान से खिलवाड़ किया जा रहा है। आज जो एनआरसी और सीएए लाया गया है, ये संविधान पर हमला करने वाला कानून है। प्रश्न ये नही है कि इसमें क्या लिखा है, प्रश्न ये है कि इसमें क्या नही लिखा है, जो नही लिखा है। वो इसके दुरुपयोग के दरवाजे खोलता है।
एनपीआर हम भी चाहते हैं, लेकिन एनआरसी नहीं
आज अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है, रोजगार नही है, किसान परेशान है। इस पर संसद में कोई बहस नही, जनता का ध्यान मोड़ने के लिए जो राजनीति भाजपा ने की है वो साफ नजर आ रही है। शांतिपूर्ण मार्च किया है क्योंकि पूरे देश मे संदेश देना चाहते है कि किस प्रकार आने वाली पीढ़ी को बर्बाद किया जाएगा। भाजपा का जन जागरण नही है। हम भाजपा की नीयत समझते हैं। एनपीआर तो हम भी चाहते थे, पर इसके साथ एनआरसी नही। मध्यप्रदेश में सीएए कभी लागू नही होगा। जब तक कांग्रेस सरकार है एनआरसी को लेकर चिंता है, जो लक्ष्य इन्होंने टेबल के नीचे रखा है, उसकी चिंता है। हमें संविधान की रक्षा करनी है।
कांग्रेस की संस्कृति जोड़ने की रही है
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की संस्कृति सभी धर्मों को जोड़ने की रही है। उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा के लिए आज हम सब यहां एकत्रित हुए हैं। सीएम ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री क्या कह रहे हैं। वे अलग-अलग बातें कह रहे हैं। सवाल यह नहीं है कि अधिनियम में क्या शामिल है, यह उस बारे में नहीं है जो इसमें शामिल नहीं है। यह इसके उपयोग के बारे में नहीं बल्कि इसके दुरुपयोग के बारे में है। सीएए और एनआरसी जैसी अवधारणाओं के माध्यम से भारतीय संविधान की उस मूल भावना को आहत किया जा रहा है, जिसमें स्पष्ट रूप से यह अभिव्यक्त किया गया है कि जाति, धर्म और भाषा के आधार पर भारत के नागरिकों के बीच कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है।
सुबह 9 से दोपहर 3 तक रोशनपुरा चौराहे की ओर ट्रैफिक रहेगा प्रतिबंधित
शांति मार्च को देखते हुए सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। इस दौरान रोशनपुरा चौराहे की ओर वाहनों का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया। लालघाटी की ओर से आने वाले वाहन पाॅलिटेक्निक चौराहा, निर्माणाधीन स्मार्ट रोड, डिपो चौराहा, माता मंदिर से मैनिट की ओर आ जा सके। प्रभात चौराहा या जिंसी चैराहा की ओर से आने वाला ट्रैफिक भारत टॉकीज तिराहे से होता हुआ, हमीदिया रोड से डायवर्ट किया गया। एमपी नगर का ट्रैफिक कोर्ट चौराहे से जेल रोड तिराहे, शब्बन चौक से पुराना एसपी ऑफिस होकर स्टेशन से आ-जा सका।
मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व इस मार्च में गांधी टोपी पहन, हाथों में तिरंगे लिए हजारों लोग शामिल हुए
भोपाल. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में कांग्रेस का शांति मार्च निकाला। इसका नेतृत्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया। रोशनपुरा चौराहे पर जनसभा हुई। पैदल मार्च रंगमहल चौराहे से शुरू होकर मिंटो हाॅल में गांधी प्रतिमा के सामने समाप्त हुआ। इसमें हजारों की संख्या में लोग गांधी टोपी पहनकर और हाथों में तिरंगा लेकर साथ चले। सामाजिक संगठन भी शामिल हुए।
कमलनाथ ने कहा कि आज हमने शांति मार्च किया है प्रदेश और देश का ध्यान आकर्षित करने के लिए, ये बताने के लिए किस तरह हमारे संविधान से खिलवाड़ किया जा रहा है। आज जो एनआरसी और सीएए लाया गया है, ये संविधान पर हमला करने वाला कानून है। प्रश्न ये नही है कि इसमें क्या लिखा है, प्रश्न ये है कि इसमें क्या नही लिखा है, जो नही लिखा है। वो इसके दुरुपयोग के दरवाजे खोलता है।
एनपीआर हम भी चाहते हैं, लेकिन एनआरसी नहीं
आज अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है, रोजगार नही है, किसान परेशान है। इस पर संसद में कोई बहस नही, जनता का ध्यान मोड़ने के लिए जो राजनीति भाजपा ने की है वो साफ नजर आ रही है। शांतिपूर्ण मार्च किया है क्योंकि पूरे देश मे संदेश देना चाहते है कि किस प्रकार आने वाली पीढ़ी को बर्बाद किया जाएगा। भाजपा का जन जागरण नही है। हम भाजपा की नीयत समझते हैं। एनपीआर तो हम भी चाहते थे, पर इसके साथ एनआरसी नही। मध्यप्रदेश में सीएए कभी लागू नही होगा। जब तक कांग्रेस सरकार है एनआरसी को लेकर चिंता है, जो लक्ष्य इन्होंने टेबल के नीचे रखा है, उसकी चिंता है। हमें संविधान की रक्षा करनी है।
कांग्रेस की संस्कृति जोड़ने की रही है
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की संस्कृति सभी धर्मों को जोड़ने की रही है। उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा के लिए आज हम सब यहां एकत्रित हुए हैं। सीएम ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री क्या कह रहे हैं। वे अलग-अलग बातें कह रहे हैं। सवाल यह नहीं है कि अधिनियम में क्या शामिल है, यह उस बारे में नहीं है जो इसमें शामिल नहीं है। यह इसके उपयोग के बारे में नहीं बल्कि इसके दुरुपयोग के बारे में है। सीएए और एनआरसी जैसी अवधारणाओं के माध्यम से भारतीय संविधान की उस मूल भावना को आहत किया जा रहा है, जिसमें स्पष्ट रूप से यह अभिव्यक्त किया गया है कि जाति, धर्म और भाषा के आधार पर भारत के नागरिकों के बीच कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है।
सुबह 9 से दोपहर 3 तक रोशनपुरा चौराहे की ओर ट्रैफिक रहेगा प्रतिबंधित
शांति मार्च को देखते हुए सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। इस दौरान रोशनपुरा चौराहे की ओर वाहनों का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया। लालघाटी की ओर से आने वाले वाहन पाॅलिटेक्निक चौराहा, निर्माणाधीन स्मार्ट रोड, डिपो चौराहा, माता मंदिर से मैनिट की ओर आ जा सके। प्रभात चौराहा या जिंसी चैराहा की ओर से आने वाला ट्रैफिक भारत टॉकीज तिराहे से होता हुआ, हमीदिया रोड से डायवर्ट किया गया। एमपी नगर का ट्रैफिक कोर्ट चौराहे से जेल रोड तिराहे, शब्बन चौक से पुराना एसपी ऑफिस होकर स्टेशन से आ-जा सका।