Saturday, April 27th, 2024 Login Here
महामंडलेश्वर पूज्य सन्त श्री मधुसूदनानन्द जी महाराज ने किया आव्हान
मंदसौर । गुरु पूर्णिमा महोत्सव 6 जुलाई को सभी देशवासी अपने अपने घरों और संस्थानों पर एक दीपक राष्ट्र के नाम प्रज्ज्वलित कर भारत मां को ही गुरुस्वरूप मान कर उनकी पूजा करें।।राष्ट्र आराधना ही ईश्वर आराधना है। गुरु पूर्णिमा पर राष्ट्र को गुरु रूप में पूजित कर शिष्य रूप में राष्ट्र के प्रति सेवा का संकल्प लें । भारत अनेक वर्षों से विश्व का गुरु रहा है और विश्व को ज्ञान और विश्व का नेतृत्व दिया है ऐसे विश्व गुरु को महागुरु मानकर ऐसे विश्व गुरु को स्वयं ईश्वर स्वरूप मानकर गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर हम सब मिलकर राष्ट्र पूजा करें राष्ट्र को गुरु बना कर राष्ट्र के शिष्य बन कर राष्ट्र के उत्थान व कल्याण का संकल्प लें।
यह आव्हान श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर पूज्य सन्तश्री मधुसूदनानन्द जी महाराज ने जावरा में एक समारोह में गौमाता की पूजा कर अपने विचार व्यक्त करते हुए किया।
सन्त श्री ने कहा कि गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रत्येक राष्ट्र वासी क्षेत्रवासी अपने घर में राष्ट्र के नाम का एक दीपक जलाकर मां भारती के चित्र की पूजा कर संकल्प लें क्योंकि राष्ट्र से बड़ा कोई गुरु नहीं होता है राष्ट्र हमें सब कुछ प्रदान करता है हमारे जीवन की दिशा तय करने में वह जीवन जीने में उचित मार्गदर्शन हमेशा राष्ट्र ही प्रदान करता है गुरु का अर्थ होता है अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाना ठीक उसी प्रकार से भारत भी एक ऐसा विश्व गुरु है जो अंधकार रूपी अज्ञान से ज्ञान रुपी अध्यात्म के प्रकाश की ओर हमें ले जाता है जीवन जीने की कला व जीवन की प्रेरणा प्रदान करता है विश्व को संपूर्ण ज्ञान भारत ने दिया है इसलिए हमारा भारत विश्व गुरु है और इस विश्व गुरु को विश्व गुरु के रूप में पूजित कर गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर विश्व गुरु का दर्जा देते हुए पूरे भारतवासी राष्ट्र कोअपना गुरु मान गुरु पूर्णिमा का पावन त्यौहार मनावे राष्ट्रवादी यही संकल्प लें