Saturday, April 27th, 2024 Login Here
मंदसौर जनसारंगी।
ऑॅपरेशन माफिया का सफाया के तहत मुल्तानपुरा क्षेत्र में अवैध रूप से बनाई गई दुकानों पर पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई करते हुए तोड़ी गई। यह इस भूमि पर पहले पुलिस चौकी के लिए आंवटित किया गया था लेकिन भूमाफियाओं द्वारा यहां अवैध दुकानों का निर्माण कर दिया गया।
प्रदेश सरकार द्वारा ऑॅपरेशन माफिया का सफाया अभियान के तहत तस्कर, भूमाफिया व अपराधियों पर स त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी को लेकर मंदसौर जिले में भी पुलिस प्रशासन द्वारा अपराधियों को चिन्हित कर कारवाई शुरू कर दी है। जहां एक दिन पूर्व कुख्यात तस्कर बाबू बिल्लौद के बिल्लौद ग्राम स्थित बने भवन के अतिक्रमण को ढहाया था और आज सरकारी जमीन पर बनी अवैध दुकानों को जमीदोज कर दिया। बताया जा रहा है कि मंदसौर के भूमाफिया मुंशी घोंचा ने मुल्तानपुरा के नजदीक सरकारी भूमि पर जो पहले पुलिस चौकी के लिए आवंटित की गई थी वहां पर 16 दुकानों का निर्माण कर दिया। शनिवार को दोपहर में एडिशनल एसपी मनकामना प्रसाद, सीएसपी नरेंद्र सोलंकी,तहसीलदार नारायण नांदेड़ा, चौकी प्रभारी दिलीप राजोरिया, पटवारी परिक्षित चौहान अमले के साथ मौका स्थल पहुंचे। प्रशासन द्वारा जेसीबी और अन्य संसाधनों से दुकानों को जमीदोंज कर दिया।
एडिशनल एसपी मनकामना प्रसाद ने बताया है कि प्रदेश के साथ ही मंदसौर जिले में ऑॅपरेशन माफिया चलाया जा रहा है जिसमें तस्कर, भूमाफिया, फर्जी धंधो और कु ख्यात अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मुंशी घोंचा भी पुलिस की सूची में है। जानकारी के बाद सामने आया कि इसके द्वारा सरकारी भूमि जो पहले पुलिस चौकी के लिए निर्माण की गई थी उसका बोर्ड हटा कर पीछे कर दिया और 16दुकानों का अवैध निर्माण कर दिया। जिसे तोड़ कर सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया है। आगे भी यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
यह है पूरा मामला
शापिंग कॉप्लेक्स की भूमि पर पूर्व में शकूर मुल्तानी का अवैध कब्जा था जिसको मुंशी घोंचा द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से दलाली कर रफीक ढोल को भव्य तरीके से एग्रीमेंट का होना बताया गया। उक्त अग्रीमेंट की राशि मुंशी घोंचा द्वारा दी गयी थी। उक्त भूमि पूर्व में पुलिस चौकी मुल्तानपुरा को आवंटित की गई थी। उक्त जमीन पर मुल्तानपुरा चौकी का जो बोर्ड लगा था वो इन लोगो के द्वारा हटाकर प्लेक्स के पीछे कर दिया था। ग्राम पंचायत द्वारा जिस पर रफीक ढोल के द्वारा शॉपिंग का प्लेक्स बनाकर कुल 16 दुकाने बनाई गई जिन्हें किराए पर देकर अवैध लाभ अर्जित कर रहा था। रफीक ढोल द्वारा उक्त के संबंध में तहसीलदार न्यायालय में भी प्रकरण दर्ज करवाया था जिसे तहसीलदार राजस्व न्यायालय द्वारा खरिज कर दिया है । पूर्व के माफिया अभियान में भी मुंशी घोंचा द्वारा अपने कीटयानी स्थित निवास को नोटिस के बाद स्वयं तोड़ा था।