Saturday, April 27th, 2024 Login Here
मंदसौर निप्र । नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की हत्या के मामले की जांच के लिये राज्य शासन के निर्देश पर बनी एसआईटी ने मंदसौर पहुॅचने के बाद लगातार दूसरे दिन हत्याकाण्ड की गहन पड़ताल की । टीम ने सुबह 9 बजे से कंटोल रुम पर इस मामले मेंचर्चा करना शुरु की, करीब 10 घण्टे तक 8 लोगो से गहन चर्चा की गई । इस दौरान टीम आरोपी मनीष बैरागी के घर भी पहुॅची उसके भाई से वहां चर्चा की, बाद में उसे कंटोल रुम बुलाकर भी चर्चा की गई । इस पड़ताल के दौरान टीम ने नगर पालिका के अधिकारियों से लेकर भाजपा के नेताओं और उनसे जुड़े नजदीक के लोगो से लम्बी बातचीत की ।
नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार के पुत्र नरेन्द्र बंधवार द्वारा दो लोगो पर संदेह जाहिर करने के बाद एसआईटी ने अपनी जांच का एंगल इस तरफ भी मोड़ा है, हालंाकि भाजपा के दो बड़े नेता कौन है इसका कोई सुराग एसआईटी को नही मिला है, लेकिन टीम ने अन्य कई बिंदूओ को लेकर विभिन्न लोगो से चर्चा की । हालांकि एसआईटी के प्रमुख आईजी श्रीनिवास वर्मा मंगलवार को वापस चले गये थे लेकिन उनकी टीम के चार सदस्यों ने मंदसौर में ही रहकर जांच के बिंदूओ पर काम किया । सुबह 9 बजे से स्थानीय पुलिस कंटोल रुम पर उन्होने विभिन्न लोगो से जांच की । सबसे पहले कोमल बाफना को उन्होने बुलाया जिससे उन्होने करीब 1 घण्टे तक कई चीजों पर बातचीत की, इसके बाद सुनील जैन, किशन और मनीष ने जिस गुमटी का उल्लेख किया था उसके संचालक गोपाल मंगोलिया और सुमित साहू से चर्चा की । इसके बाद टीम ने नपा के इंजिनियर राजेश उपाध्याय को भी तलब किया उनसे भी कई चीजों पर जानकारी ली । एसआईटी ने अण्डर ब्रीज का निर्माण देख रहे रेल्वे के इंजिनियर श्री चौहान को भी तलब किया और उनसे भी हत्याकाण्ड को लेकर बातचीत की । इसके बाद आरोपी मनीष बैरागी के भाई मनोज बैरागी को भी बुलाकर चर्चा की । इस तरह दो दिन में करीब 20 लोगो से एसआईटी चर्चा कर चुकी है ।
सुत्रों की माने तो एसआईटी ने आरोपी मनीष बैरागी के घर पर भी काफी पड़ताल की है, वहां भी कई चीजों को टटोलने की कोशिश एसआईटी ने की । जहां सदिग्ध लगा उन चीजों पर आरोपी मनीष के भाई मनोज बैरागी और अन्य परिजनों से पुछताछ की । हालांकि अब तक कोई ठोस जानकारी एसआईटी के सामने नही आ रही है लेकिन जानकारों की माने तो दो दिन की पुछताछ के आधार पर एसआईटी ने जो तथ्य इकठ्ठा किये है उस पर अब टीम मंथन करेगी । इसके बाद आरोपी मनीष बैरागी से पुछताछ की योजना बनायेगी । एसआईटी का साफ कहना है कि यदि आवश्यकता लगी तो न्यायालय में आवेदन देकर अनुमति लेगे और मनीष बैरागी से चर्चा करेंगे । फिलहाल टीम की जांच चल रही है ।